दिल्ली आईएमटी मानेसर कापसेड़ा से नन्द किशोर प्रसाद साझा मंच मोइली वाणी के माध्यम से भवन निर्माण में काम करने वाले श्रमिक राघवेंद्र से बातचीत की। राघवेंद्र ने बताया कि लॉक डाउन के बाद से स्थिति श्रमिकों के लिए बहुत ही खराब हो गयी है। उन्होंने बताया कि काम के दौरान यदि मजदुर को चोट लग जाती है तो कंपनी किसी प्रकार की कोई मदद मजदूरों को नहीं देती है। श्रमिकों को पीएफ या ईएसआइ की सुविधा भी नहीं दी जाती है। जिसमे केवल 600 सौ रूपए दिहाड़ी और 400 सौ लेबर का भुगतान किया जाता है।