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झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला से जे एम रंगीला मोबाइल वाणी के माध्यम से बासुदेव शर्मा सचिव आदर्श ग्राम विकास सेवा समिति नावाडीह बोकारो झारखंड ,बातचीत की। उन्होंने बताया कि घोषणापत्र महाराष्ट्र की नागरिक महिलाओं के एक समूह द्वारा जारी किया गया था। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में सभी दलों के उम्मीदवार दिए गए हैं, तो आइए आज इस मुद्दे पर बात करते हैं, हम आदर्श हैं, जो बोकारो जिले के नवाडी ब्लॉक का एक प्रमुख स्वैच्छिक संगठन है। ग्राम विकास सेवा समिति के सचिव वासदेव ने शर्मा के साथ पिछले चुनाव के बारे में बातचीत कीः महाराष्ट्र के महिला समूह बनाम नागरिक समूह। एक घोषणा जारी की गई थी, तो आप उस मुद्दे पर क्या कहना चाहेंगे, बहुत-बहुत धन्यवाद रंगीला जी, यह महाराष्ट्र के नागरिकों द्वारा उठाया गया कदम है।

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दोस्तों, हमारे यह 2 तरह के देश बसते है। एक शहर , जिसे हम इंडिया कहते है और दूसरा ग्रामीण जो भारत है और इसी भारत में देश की लगभग आधी से ज्यादा आबादी रहती है। और उस आबादी में आज भी हम महिला को नाम से नहीं जानते। कोई महिला पिंटू की माँ है , कोई मनोज की पत्नी, कोई फलाने घर की बड़ी या छोटी बहु है , कोई संजय की बहन, तो कोई फलाने गाँव वाली, जहाँ उन्हें उनके मायके के गाँव के नाम से जाना जाता है। हम महिलाओ को आज भी ऐसे ही पुकारते है और अपने आप को समाज में मॉडर्न दिखने की रीती का निर्वाह कर लेते है। समाज में महिलाओं की पहचान का महत्व और उनकी स्थिति को समझने की आवश्यकता के बावजूद, यह बहुत दुःख कि बात है आधुनिक समय में भी महिलाओं की पहचान गुम हो रही है। तो दोस्तों, आप हमें बताइए कि *-----आप इस मसले को लेकर क्या सोचते है ? *-----आपके अनुसार से औरतों को आगे लाने के लिए हमें किस तरह के प्रयास करने की ज़रूरत है *-----साथ ही, आप औरतों को किस नाम से जानते है ?

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किसी भी समाज को बदलने का सबसे आसान तरीका है कि राजनीति को बदला जाए, मानव भारत जैसे देश में जहां आज भी महिलाओं को घर और परिवार संभालने की प्रमुख इकाई के तौर पर देखा जाता है, वहां यह सवाल कम से कम एक सदी आगे का है। हक और अधिकारों की लड़ाई समय, देश, काल और परिस्थितियों से इतर होती है? ऐसे में इस एक सवाल के सहारे इस पर वोट मांगना बड़ा और साहसिक लेकिन जरूरी सवाल है, क्योंकि देश की आबादी में आधा हिस्सा महिलाओं का है। इस मसले पर बहनबॉक्स की तान्याराणा ने कई महिलाओँ से बात की जिसमें से एक महिला ने तान्या को बताया कि कामकाजी माँओं के रूप में, उन्हें खाली जगह की भी ज़रूरत महसूस होती है पर अब उन्हें वह समय नहीं मिलता है. महिलाओं को उनके काम का हिस्सा देने और उन्हें उनकी पहचान देने के मसले पर आप क्या सोचते हैं? इस विषय पर राय रिकॉर्ड करें

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झारखण्ड राज्य के हजारीबाग करकट्टा से नेहा मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कुछ लोग भाजपा को बुरा तो कुछ लोग अच्छा मान रहें वहीं कांग्रेस को लेकर भी लोगों के मन में यही दुविधा है। लोग ये सोच में हैं कि अबकी बार किसकी सरकार बनाये जो देश को आगे बढ़ा सके

कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की स्वीकारोकती के बाद सवाल उठता है, कि भारत की जांच एजेंसियां क्या कर रही थीं? इतनी जल्दबाजी मंजूरी देने के क्या कारण था, क्या उन्होंने किसी दवाब का सामना करना पड़ रहा था, या फिर केवल भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है। जिसके लिए फार्मा कंपनियां अक्सर कटघरे में रहती हैं? मसला केवल कोविशील्ड का नहीं है, फार्मा कंपनियों को लेकर अक्सर शिकायतें आती रहती हैं, उसके बाद भी जांच एजेंसियां कोई ठोस कारवाई क्यों नहीं करती हैं?

हांगकांग के फूड सेफ्टी विभाग सेंटर फॉर फूड सेफ्टी ने एमडीएच कंपनी के मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला मिक्स्ड पाउडर और करी पाउडर मिक्स्ड मसाला में कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड पाया है और लोगों को इसका इस्तेमाल न करने को कहा है. ऐसा क्यों? जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें