मास्क और शारीरिक दूरी, संक्रमण के खिलाफ है सबसे जरूरी डरने की नहीं नियमों का सख्ती से पालन करने की है जरूरत सोशल डिस्टेन्सिंग और मास्क का रहेगा साथ, संक्रमण खुद हीं जाएगा भाग पटना/ 6 अगस्त -एक बार फिर से लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाकर 16 अगस्त तक कर दिया गया है क्योंकि सरकार के अथक प्रयास के बावजूद कोविड-19 वायरस का प्रसार थमने का नाम हीं नहीं ले रहा है। कई स्वास्थ्य संबंधी शोधों ने प्रमाणित किया है कि यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के खाँसने या छीकने से हवा में फैल कर काफी समय तक जीवित रहता है और उसके संपर्क में आने वाले व्यक्ति को संक्रमित कर देता है। इस लिए समुदाय में कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने और इस चिंताजंक हालात से उबरने के लिए सबसे महत्वपूर्ण और कारगर उपाय है कोरोना अनुरूप आचरण का सख्ती से पालन। इसके लिए सरकार द्वारा दिये गए सामाजिक दूरी के गाइडलाइन का सख्ती से अनुपालन करना, साथ ही इस कठिन परिस्थिति में अपना मनोबल बनाए रखना जरूरी है। ऑडियो पर क्लिक कर प्राप्त करें पूरी जानकारी। श्रोताओं 8800984861पर मिस कॉल कर स्वास्थ्य, पोषण कोविड 19 और जिले की हर छोटी बड़ी खबर सुने और 3 नंबर का बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी साझा करे। यदि आप समार्टफोन उपयोगकर्ता है! तो मोबाईल वाणी एप्प् प्ले स्टोर से डाउनलोड कर जिले से संबंधित हर छोटी बड़ी खबर को एप्प् पर सुने और लाल वाली माइक बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी रिकार्ड करे। धन्यवाद

• हर बच्चे के साथ अलग से समय बिताएं • अपने बच्चे की जरूरतों को सुनें • अच्छा व्यवहार करने पर बच्चे की करें प्रशंसा • किशोर-किशोरियों की पसंद का रखें ख्याल दिन व् दिन कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि हो रही है. इसको लेकर लोगों के मन में डर भी बढ़ता जा रहा है। ऐसी परिस्थिति में बच्चे एवं किशोर भी मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं। बच्चों एवं किशोरों के स्कूल एवं कॉलेज बंद हों के कारण वे घर पर बैठने को मजबूर हैं। बाल्यवस्था एवं किशोरवस्था उत्साह एवं उर्जा का समय होता है। ऐसे में यदि उन्हें अचानक घर पर बैठना पड़ जाए तो उनके मानसिक स्वास्थ्य पर यह प्रतिकूल असर भी डालता है। इसलिए ऐसे समय में जरुरी है कि घर के माता-पिता बच्चों एवं किशोरों को अधिक समय दें। उनकी समस्या सुनें एवं उनके साथ गुणवत्तापूर्ण समय व्यतीत करें ताकि उनके ऊपर संक्रमण का डर हावी ना हो सके. इसको लेकर पेरेंटिंग फॉर लाइफ लॉन्ग हेल्थ, द यूरोपियन रिसर्च काउंसिल, यूनिसेफ,सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन, द लीवरहुलम ट्रस्ट, द इकोनॉमिक एंड सोशल रिसर्च काउंसिल एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसी अन्य संस्थाओं के सहयोग से दिशा-निर्देश जारी किया गया है। ऑडियो पर क्लिक कर सुने विस्तृत रिपोर्ट। श्रोताओं 9278701369 पर मिस कॉल कर स्वास्थ्य, पोषण कोविड 19 और जिले की हर छोटी बड़ी खबर सुने और 3 नंबर का बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी साझा करे। यदि आप समार्टफोन उपयोगकर्ता है! तो मोबाईल वाणी एप्प् प्ले स्टोर से डाउनलोड कर जिले से संबंधित हर छोटी बड़ी खबर को एप्प् पर सुने और लाल वाली माइक बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी रिकार्ड करे। धन्यवाद

• 6 माह तक सिर्फ स्तनपान करने वाले शिशुओं में डायरिया से 11% एवं निमोनिया से 15% तक कम मृत्यु की होती है संभावना • शिशु जन्म के 1 घन्टे के भीतर शिशुओं को स्तनपान कराने से नवजात मृत्यु दर में 20% की लायी जा सकती है कमी • सावधानी बरतकर संक्रमित माताएं भी करा सकती हैं शिशु को स्तनपान पटना, 5 अगस्त: कोरोना आपदा के बीच नवजात शिशुओं के पोषण को ध्यान में रखते हुए 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जाना है. स्तनपान का मुख्य उद्देश्य नवजात एवं शिशुओं में बेहतर पोषण को सुनिश्चित कराना है. साथ ही उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर उन्हें संक्रामक रोगों के प्रति सुरक्षित करना है. स्तनपान सप्ताह के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने आशा व आंगनबाड़ी सेविकाओं सहित अस्पतालों के स्टाफ नर्स, एएनएम, आरएमएनसीएच प्लस ए काउंसलर, ममता, चिकित्सक एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी को प्रसूताओं व धात्री महिलाओं को नियमित स्तनपान के फायदों के बारे में बताने के लिए कहा है. ऑडियो पर क्लिक कर सुने विस्तृत रिपोर्ट। श्रोताओं 8800984861पर मिस कॉल कर स्वास्थ्य, पोषण कोविड 19 और जिले की हर छोटी बड़ी खबर सुने और 3 नंबर का बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी साझा करे। यदि आप समार्टफोन उपयोगकर्ता है! तो मोबाईल वाणी एप्प् प्ले स्टोर से डाउनलोड कर जिले से संबंधित हर छोटी बड़ी खबर को एप्प् पर सुने और लाल वाली माइक बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी रिकार्ड करे। धन्यवाद

घर में साफ़ सफाई का रखें ध्यान, आस पास पानी जमा न होने दें पटना / 4 अगस्त – सभी जगह लगातार कोरोना के संक्रमण में वृद्धि देखी जा रही है. राज्य सरकार द्वारा 16 अगस्त तक संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए दुबारा लॉकडाउन को बढ़ाया गया है. कोरोना के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग के सामने और बिमारियों के संक्रमण को भी नियंत्रित करने की चुनौती है. जिले में चुपके से अपना पैर पसार रहे डेंगू के प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सतर्क है. इसको लेकर मच्छरों के प्रकोप एवं डेंगू मरीजों को पर्याप्त सुविधा प्रदान करने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है। ऑडियो पर क्लिक कर सुनें विस्तृत रिपोर्ट। श्रोताओं 8800984861पर मिस कॉल कर स्वास्थ्य, पोषण कोविड 19 और जिले की हर छोटी बड़ी खबर सुने और 3 नंबर का बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी साझा करे। यदि आप समार्टफोन उपयोगकर्ता है! तो मोबाईल वाणी एप्प् प्ले स्टोर से डाउनलोड कर जिले से संबंधित हर छोटी बड़ी खबर को एप्प् पर सुने और लाल वाली माइक बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी रिकार्ड करे। धन्यवाद

.2000 प्रतिदिन मानदेय पर रखे जाएंगे निजी चिकित्सक •जिले में टोल फ्री नंबर के साथ 10 हंटिंग लाइन युक्त चिकित्सीय नियंत्रण कक्ष की होगी स्थापना •कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र लिखकर सिविल सर्जन को दिया निर्देश पटना/ 3 अगस्त- कोरोना माहमारी के इस दौर भी सरकार को लोगों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ सेवा सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर पूरी तरह सजग एवं कटिबद्ध है एवं लोगों को किसी प्रकार की परेशानियाँ नहीं हो इसके लिए हर संभव प्रयास भी कर रही है. इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 के मरीज को परामर्श देने के लिए एक चिकित्सक नियंत्रण कक्ष खोलने को लेकर राज्य स्वास्थ समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने सिविल सर्जन को पत्र भेजकर कर इसे सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है, ताकि मरीजों को उचित परामर्श मिल सके। ऑडियो पर क्लिक कर सुने विस्तृत रिपोर्ट।

कोरोना से बचाव के लिए यूनिसेफ एवं फेथ ग्रुप ने धर्मगुरुओं से की अपील कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर संक्रमण पर रोकथाम के लिए समुदाय के सभी वर्गों की आपसी सहभागिता एवं सहयोग की जरूरत अधिक हो गयी है. इस लिहाज से कोविड-19 आपदा से मानव जीवन की सुरक्षा के लिए धार्मिक संगठनों के धर्मगुरुओं व प्रमुखों को जोड़ कर उनके सहयोग लिये जाने को भी वैश्विक स्तर पर तरजीह दी जा रही है. इस दिशा में यूनिसेफ़ और रिलिजंस फॉर पीस एंड ज्वाइंट लर्निंग इनिशिएटिव ऑन फेथ एंड लोकल कॉम्यूनिटीज के साझेदारी में कोविड 19 से बचाव को लेकर दिशानिर्देशों की एक श्रृखंला जारी की है. इस गाइडलाइन के माध्यम से सभी धर्म के समुदायों और उनके धर्मगुरुओं को कोविड 19 संक्रमण के आपदा की चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक सलाह दिये गये हैं. ऑडियो पर क्लिक कर सुने विस्तृत जानकारी।श्रोताओं 8800984861पर मिस कॉल कर स्वास्थ्य, पोषण कोविड 19 और जिले की हर छोटी बड़ी खबर सुने और 3 नंबर का बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी साझा करे। यदि आप समार्टफोन उपयोगकर्ता है! तो मोबाईल वाणी एप्प् प्ले स्टोर से डाउनलोड कर जिले से संबंधित हर छोटी बड़ी खबर को एप्प् पर सुने और लाल वाली माइक बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी रिकार्ड करे। धन्यवाद

बिहार राज्य के जिला मुंगेर से रंजन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दे रहे है कि सार्वजनिक स्थानों पर भी जरूरी है सतर्कता एवं शारीरिक दूरी अपनाकर कोरोना वायरस के संक्रमण से रहें दूर। देश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। सरकार भी संक्रमण की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। एक ओर जहां बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पतालों में बेहतर व्यवस्था की जा रही है, वहीं लोगों से स्वयं के साथ अन्य लोगों के बचाव के लिए भी सजग और सतर्क रहने को कहा जा रहा है। इसी कड़ी से सक्रमण के प्रभाव को फैलने से रोकने के लिए कई राज्य में लॉकडाउन भी लगाया गया है। शहर से लेकर अब ग्रामीण अंचल भी इसके प्रभाव से बचे हुए नहीं हैं, ऐसे से सावधानी बरतनी काफी जरूरी हो गई है। हम सभी ने सामाजिक दूरी को अपनाया है, लेकिन आज इससे कहीं ज्यादा शारी​रिक दूरी पर ध्यान देने की जरूरत है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कोरोना से बचाव के लिए जारी की गई गाइडलाइंस में शारीरिक दूरी का भी जिक्र है।ऑडियो पर क्लिक कर जरूर सुने यह महत्वपूर्ण जानकारी।श्रोताओं  9278701369 पर मिस कॉल कर स्वास्थ्य, पोषण कोविड 19 और जिले की हर छोटी बड़ी खबर सुने और 3 नंबर का बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी साझा करे। यदि आप समार्टफोन उपयोगकर्ता है! तो मोबाईल वाणी एप्प् प्ले स्टोर से डाउनलोड कर जिले से संबंधित हर छोटी बड़ी खबर को एप्प् पर सुने और लाल वाली माइक बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी रिकार्ड करे। धन्यवाद

कोरोना काल में हर कोई परेशानी का सामना कर रहा है. अस्पतालों में ज्यादातर मामले कोरोना से सम्बंधित देखे जा रहे हैं. सभी चिकित्सक भी पूरी निष्ठा के साथ अपने कार्य को संचालित कर रहे हैं. ऐसे समय में गर्भवती महिलाओं को खुद का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है. उन्हें नियमित तौर से अच्छा खाना-पीना के साथ-साथ चिकित्सक के फोन द्वारा संपर्क में रहना चाहिए. कोरोना के कारण गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य जांच में कोताही नहीं बरतनी चाहिए. जरूरी सुविधा और साधनों को देखते हुए अस्पताल जाकर उनकी जांच भी करानी चाहिए. इसके साथ ही क्षेत्र की आंगनवाड़ी सेविका और आशा के साथ संपर्क में रहना चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की समस्या दिखने पर तुरंत उसे हल किया जा सके. ऑडियो पर क्लिक कर विस्तृत रूप से जरूर सुने यह महत्वपूर्ण जानकारी।श्रोताओं 9278701369 पर मिस कॉल कर स्वास्थ्य, पोषण कोविड 19 और जिले की हर छोटी बड़ी खबर सुने और 3 नंबर का बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी साझा करे। यदि आप समार्टफोन उपयोगकर्ता है! तो मोबाईल वाणी एप्प् प्ले स्टोर से डाउनलोड कर जिले से संबंधित हर छोटी बड़ी खबर को एप्प् पर सुने और लाल वाली माइक बटन दबा कर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया भी रिकार्ड करे। धन्यवाद