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गंदगी मुक्त भारत अभियान के तहत जिले के विभिन्न कार्यलय परिसर में पर्यावरण संरक्षण के मद्दे नजर पौधारोपण का कार्य किया गया। उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा द्वारा इस कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। वहीं विभिन्न कार्यलयों में कार्यालय प्रधान द्वारा और प्रखंडों में मुखिया, जलसहिया व स्वेच्छाग्रहियों द्वारा पौधारोपण किया गया और लोगों को पर्यावरण संरक्षण हेतु जागरूक भी किया गया।
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गांव ,पोस्ट पांडेपुरा,थाना हंटरगंज,जिला चतरा,झारखण्ड से अलोक कुमार तिवारी जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि हंटरगंज थाना अन्तर्गत बिजली,पानी और सड़क जैसे मूलभूत सुविधाओं का घोर आभाव है। वे कहते हैं कि अगर मुख्य मंत्री रघुवर दास एक बार हंटरगंज प्रखण्ड के पांडेपुरा गांव का दौरा करे, तो उन्हें पता चलेगा कि यहाँ की जनता किस तरह से जीवन-यापन कर रही हैं । उन्होंने बताया कि पांडेपुरा से हंटरगंज तक जो 15 किमी का सड़क बना है ,वह बहुत ही जर्जर हालत में है। लोगो को आने-जाने में काफी समय लग जाता है,यदि कोई बीमार है तो उसे अस्पताल तक ले जाने में करीबन दो से ढाई घंटे लग जाते है। वे कहते हैं कि ऐसा नहीं है कि कोई भी सांसद, विधायक एवं कोई भी राजनेता इस सड़क की स्थिति को नहीं देखा है ,लेकिन वे सिर्फ वोट के लिए सड़क की बात करते है पर जैसे ही वे जीतकर जाते हैं अपने सारे वादे भूल जाते है। अतः वे कहते हैं कि सरकार एक बार इस क्षेत्र का दौरा जरूर करे और सारे समस्याओ का समाधान करे।
जिला चतरा से बादल कुमार राणा मोबाइल वाणी के माध्यम से नारी शशक्तिकरण के बारे में कहते है की आप अपने बच्चो की कम उम्र में शादी ना करे उनके शारीरिक और मानसिक विकास के बारे में सोचकर चले जिससे ये आनेवाले समय में देश का नाम रौशन करे।इसलिए उम्र का खास ख्याल रखा जाए अन्यथा जड़ शादी करने से हमारे भारत देश में स्थिति गंभीर हो जाएगी।पुरे देश में शिक्षा का प्रभाव गिरता चला जायेगा लड़कियों की ।काम उम्र में शादी की परेशानी सभी को झेलना पड़ेगा अत: लोगो को अपनी बेटियों को कम उम्र में शादी नहीं करनी चाहिए एक ऐसा करेगा तो दूसरे भी देखकर ऐसा ही करेंगे।
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जिला चतरा से मुकेश कुमार दास जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि चतरा जिले में जितने भी अंतोदय कार्ड ,लाल कार्ड एवं बीपीएल कार्ड बने है, वो वैसे लोगो के बने है, जिनके पास सबकुछ है।जबकि गौर करने वाली बात तो यह है कि वैसे लोगों को कार्ड निर्गत नही किया गया है जिन्हें वास्तव में इन कार्डों की जरुरत है।वे कहते हैं कि यह उन्हीं परिवारों को निर्गत किया जाना चाहिए जिनका घर परिवार देखने वाला कोई नहीं है ,जो विधवा है और जो अति गरीब है।लेकिन चतरा जिला में ऐसा नही हो रहा है और सुखी सम्पन्न परिवार इसका लाभ उठा रहे हैं,जबकि गरीब परिवार के लोग भटक रहे है।