झारखण्ड राज्य के हजारीबाग जिला ,प्रखंड चूरचू ग्राम चरही से मिथिलेश कुमार झारखण्ड मोबाइल वाणी कार्यक्रम के माध्यम से बताते हैं कि अब मेरी बारी कार्यक्रम से किशोर-किशोरियों के साथ-साथ युवाओं को भी अलग-अलग विषयों पर बहुत अच्छी जानकारी मिली है। लोगों में यह सोच पहले से है कि गर्भनिरोधक का इस्तेमाल खासकर बच्चों में अंतर रखने के लिए किया जाता है और इसका इस्तेमाल करने से कई बार परिवार आगे नहीं बढ़ पाता है । इससे कई तरह की संक्रामक बिमारियों के होने का भी खतरा होता है। मिथिलेश कुमार बताते हैं कि उन्हें इस विषय पर पहले से जानकारी तो थी पर अब मेरी बारी कार्यक्रम के माध्यम से कंडोम का इस्तेमाल किस तरह से यौन संक्रमण से बचाता है ,इसकी विस्तार पूर्वक जानकारी मिली। साथ ही उन्हें पहले यह जानकारी थी कि कंडोम एक परिवार नियोजन का सरल माध्यम है। लेकिन अब मेरी बारी कार्यक्रम को सुनने के बाद उनकी सोच में बदलाव आया कि पति-पत्नी दोनों को ही कई तरह की संक्रमक बिमारियों से बचाया जा सकता है और पति-पत्नी दोनों के लिए सुरक्षित भी है।
झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ ज़िला के चुरचू प्रखंड से अर्जुन टुडू ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि चुरचू प्रखंड के चुरचू पंचायत के लारा ग्राम के बालीडीह टोला में सड़क की व्यवस्था नहीं है। साथ ही नदी पार करने हेतु पुल की व्यवस्था भी नहीं है,जिससे लोगों को आवागमन में भारी परेशानी उठानी पड़ती है । वे कहते हैं कि आज़ादी के 70 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक इस गांव का विकास धरा का धरा पड़ा हुआ है।ग्रामीण आज भी सड़क के अभाव में पगडंडियों के सहारा आवागमन करने को विवस हैं। इसके बावज़ूद आजतक इस समस्या पर प्रशासन का ध्यान आकर्षित नहीं हुआ हैं।
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झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग ज़िला के चुरचू प्रखंड से मोहम्मद ताज़ीम अहमद झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि मांडू विधानसभा के विधायक जय प्रकाश पटेल ने पूरे चुरचू प्रखंड का दौरा किया और लोगों की समस्याओं को सुने एवं अपनी बातें भी लोगों के सामने रखी। लोगों ने शिकायत करते हुए कहा की सरकार ने गरीबों को लाभ पहुँचने हेतु जो भी योजनाएँ चालू की हैं या हर एक पंचायत में जो स्वास्थ्य केंद्र खोली गई हैं ,उन सब का पूर्ण रूप से लाभ गरीब कब उठा पाएंगे।गरीबों से इस प्रकार का छलावा क्यों हो रहा हैं। लोगों का कहना हैं कि वो सभी गरीब क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं ,यहाँ जो स्वास्थ्य केंद्र खोला गया हैं ,बीमारी के वक़्त इस केंद्र से कोई सेवा उपलब्ध नहीं हो पाती। न डॉक्टर की सुविधा हैं न नर्स की और न ही जरूरत की दवाईयों की। इस कारण लोगों को बिमारियों का अच्छे से इलाज नहीं होने के कारण कई परेशानियाँ आती हैं।और डॉक्टर से इलाज नहीं मिलने एवं आवश्यक दवाइयाँ समय से उपलब्ध नहीं होने पर कई कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ता हैं। इसलिए गांववासियों ने विधायक से आग्रह किया कि स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर,नर्स एवं उपयुक्त दवाइयों की सुविधा उपलब्ध करवाएँ।
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झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग ज़िले के चुरचू प्रखंड से मोहम्मद ताज़िम एहमद झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि चुरचू प्रखंड में जो विकलांग शिविर लगना था वो अब तक नहीं लग पाया न ही कोई प्रकार की सुविधाएँ विकलांगों को उपलब्ध करवाई जा रही हैं। सरकार विकलांगों को कई तरह के सुविधा से परिपूर्ण कराने जैसे शिक्षा की दिशा में आगे बढ़ने हेतु विद्यालय खोलने की घोषणा तो करती हैं परन्तु उसे पूरी करने में असमर्थ हैं।प्रखंड में आज भी ऐसी कोई सुविधा विकलांगों को अभी तक नहीं दी गई हैं।ताज़ीम जी बता रहे हैं कि ऐसे कई विकलांग लोगों को उन्होंने देखा हैं जो मेट्रिक-इंटर तक की पढ़ाई तो की हुई हैं पर इन्हें कोई भी रोज़गार जैसे पारा शिक्षक या अन्य रोज़गार के अवसर अब तक नहीं मिला हैं। सरकार को इसपर ध्यान देनी चाहिए।
झारखंड राज्य के हज़ारीबाग जिला के चुर्चू प्रखंड से मोहम्मद ताजीम झारखंड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि जिस तरह सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण को ले कर पौधारोपण को बढ़ावा दिया जा रहा है ,वो काफ़ी सराहनीय हैं। चुर्चू प्रखंड और आसपास के इलाक़ों के जंगलों मे वन विभागों द्वारा खूब वृक्ष लगाए जा रहे हैं। लाभकारी वृक्ष जैसे- कदंब,चंदन,सखवा आदि जंगलों मे देखने को नही मिलते थे,परन्तु विभागों के परिश्रम से अब इनकी संख्या बढ़ गयी है। वहीं कई इलाक़े ऐसे भी हैं जहां वनों का महत्व लोग नही समझ पाए हैं। मनुष्य अपने लालच और अज्ञानता के कारण वनों का नाश करने में तत्पर लगे हुए हैं एवं भविष्य में आने वाली परेशानियों को नकारते हुए लोग अभी भी वनों का दुरूपयोग कर रहे हैं।
झारखण्ड राज्य के धनबाद जिला के चुरचू प्रखंड से मोहम्मद काज़िम झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि बारिश के मौसम में सतर्कता बरतने की आवश्यकता हैं।इस मौसम में स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए चापानल का पानी का उपयोग करें एवं इसे उबाल कर पिए। गन्दा पानी ही कई रोग को बुलावा देती हैं।ग्रामीण इलाकों में आजकल अक्सर देखा जाता हैं कि लोग पीने के लिए पानी नदी-नाला से लाते हैं और बिना उबले ही सेवन करते हैं। इसी से कई रोग शरीर को जकड़ लेती हैं। पीने योग्य पानी केवल चापानल से प्राप्त करें। कूप का पानी भी प्रयोग में न लाए उसमे भी कई कीटाणु पनपती हैं जो की स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।