झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग ज़िला के इचाक प्रखंड से टेकनारायण प्रसाद झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि इचाक प्रखंड में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास बनाने की स्वीकृति मिल गई हैं। परन्तु अब भी सभी निर्माणाधीन व्यवस्था में पाई जा रही हैं। प्रथम में जो स्वीकृति प्रदान की गई थी,इस स्वीकृति में लगभग बरकाकाना पंचायत के अंतर्गत कई आवास अधूरे पड़े हुए हैं। देखा जा रहा हैं कि छत लेवल को न्यूनतम से ऊपर कर लेने के कारण इन्हें निर्माण के बकाया राशि नहीं मिली ।बरसात का मौसम बहुत परेशानियों के साथ गुजरा। कई अधिकारीयों से संपर्क करने के बावजूद कोई कारवाही नहीं हुई।अधूरे निर्माण को पूरी करने की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि गरीब लोग पूर्ण रूप से इस योजना का लाभ ले सके। और अच्छा जीवन व्यतीत कर सके ।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग ज़िला के इचाक प्रखंड से टेकनारायण प्रसाद झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि इचाक प्रखंड में धान के बदले पुवाल समेत कर किसान संतोष कर रहे हैं। हल्की बारिश होने से कई जगह धान रोपाई का कार्य हुआ था। जिसकी वज़ह से धान एक भी बारी नहीं फूट रहा हैं और इसकी कटाई कर पशुओं का आहार बनाया जा रहा हैं।धान रोपाई में जो खपत हुई हैं उसी में उन्हें संतोष कर रहे हैं।किसानों उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जो बीमा सुरक्षा उन्होंने करवा रखी हैं उसी से उन्हें लाभ मिलेगा।

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झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग ज़िला से टेकनारायण प्रसाद झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि जो मज़दूर दूसरे राज्यों में पलायन करते हैं, वहाँ उनके साथ शोषण व अत्याचार किया जाता हैं और जाति के नाम पर भी उनके साथ भेदभाव होते हैं। इसके कारण प्रवासियों को काफ़ी कठिनाइयाँ आती हैं। अन्य राज्य जाने से उनमें असहजता की भावना आ जाती हैं जिसके कारण वो भेदभाव,शोषण आती होने के भय में अपने जीवन व्यतीत करते हैं। हर राज्य के सरकार को उन्ही के राज्य में रोजगार के माध्यम को बढ़ाना चाहिए ताकि मज़दूर अपने स्थान में अपने लोगों के बीच में कम मज़दूरी में ही सही पर सुरक्षित रह कर शांतिपूर्ण ढंग से कार्य कर सके।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग ज़िला के इचाक प्रखंड से टेकनारायण प्रसाद मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि इचाक प्रखंड में खेती बारी करने में हो रही पानी की किल्लत से किसानों में मतभेद उत्त्पन हो रहे हैं।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग ज़िला के इचाक प्रखंड से टेक नारायण प्रसाद मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि इचाक प्रखंड के बरकाकाला पंचायत के अंतर्गत आने वाले खुतरा व बरका गांव में "वन बचाव " अभियान चलाया गया।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग ज़िला के इचाक प्रखंड से टेकनारायण प्रसाद मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि इचाक प्रखंड के प्रत्येक विद्यालयों में चल रहे मध्यान भोजन व्यवस्था में

झारखंड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के इचाक प्रखंड से टेकनारायण प्रसाद कुशवाहा मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि कुछ दिन पहले गुजरात में जो घटना हुई है वह काफी दुःखदाई है।राज्य के किसी भी कोणे में सभी को रोजगार करने और जीने का अधिकार प्राप्त है। यह बात सविधान में भी कहा गया है की हर इंसान को सम्मान के साथ जीने,सम्मान के साथ रहने और सम्मान जनक अपनी जिंदगी को गुजर बसर करना चाहिए। यदि किस कारणवश किसी के साथ कोई भी घटना घट जाती है, तो ऐसी परिस्थिति में केवल एक ही लोग के ऊपर ही करवाई करनी चाहिए ना की सारे समाज के ऊपर। हमारे देश में मजदूरों का स्थान सबसे अहम माना गया है। हिन्दू,मुश्लिम,सिख,ईसाई सबके ऊपर उठ कर एक लेबर ग्रेड का कार्य किया जाता है जो सभी लोगों के लिए एक ईट का काम करते हैं।और ऐसे लोगों को मजबूर कर एक शहर से दूसरे शहर में भगा दिया जाता है जोकि नहीं होना चाहिए। सभी को एक समान अधिकार दिया जाना चाहिए। यह मानना चाहिए की मजदुर के बिना कोई भी काम का हो पाना सम्भव नहीं होता है। यदि मजदुर अपने काम के दौरान कोई भी गलती करते हैं तो उनके लिए कानून बनाई गई है जो उन पर त्वरित करवाई करती है। ऐसी परिस्थिति में समाज और सरकार को यह समझना चाहिए की पुलिस प्रशासन भी दोषी मजदुर पर सख्त करवाई कर उन्हें वापस उनके घर भेज दें। अतः एक मजदुर की सजा सभी को नहीं देना चाहिए क्योकि मजदुर अपने परिवार के कारण ही दूसरे राज्य में पलायन करने को मजबूर होते हैं।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के इचाक प्रखंड से टेकनारायण प्रसाद कुशवाहा मोबाइल वाणी के मध्यम से एक श्रमिक से बातचीत किये। इस बातचीत में श्रमिक ने बताते हैं, कि वे काम की तलाश में पटना,सहरसा,रांची,दिल्ली, आरा गए हैं। उन जगहों में प्रवासी मजदूरों के साथ काफी भेदभाव किया जाता है। जैसे- प्रवासी मजदूरों को अलग खाना दिया जाता है,अलग कमरे में बिस्तर दिया जाता है। साथ ही कई मजदूरों का पैसा भी रोक लिया जाता है

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झारखंड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के इचाक प्रखंड से टेकनारायण प्रसाद कुशवाहा मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि कुछ दिन पहले गुजरात में जो घटना हुई है वह काफी दुःखदाई है।राज्य के किसी भी कोणे में सभी को रोजगार करने और जीने का अधिकार प्राप्त है। यह बात सविधान में भी कहा गया है की हर इंसान को सम्मान के साथ जीने,सम्मान के साथ रहने और सम्मान जनक अपनी जिंदगी को गुजर बसर करना चाहिए। यदि किस कारणवश किसी के साथ कोई भी घटना घट जाती है, तो ऐसी परिस्थिति में केवल एक ही लोग के ऊपर ही करवाई करनी चाहिए ना की सारे समाज के ऊपर। हमारे देश में मजदूरों का स्थान सबसे अहम माना गया है। हिन्दू,मुश्लिम,सिख,ईसाई सबके ऊपर उठ कर एक लेबर ग्रेड का कार्य किया जाता है जो सभी लोगों के लिए एक ईट का काम करते हैं।और ऐसे लोगों को मजबूर कर एक शहर से दूसरे शहर में भगा दिया जाता है जोकि नहीं होना चाहिए। सभी को एक समान अधिकार दिया जाना चाहिए। यह मानना चाहिए की मजदुर के बिना कोई भी काम का हो पाना सम्भव नहीं होता है। यदि मजदुर अपने काम के दौरान कोई भी गलती करते हैं तो उनके लिए कानून बनाई गई है जो उन पर त्वरित करवाई करती है। ऐसी परिस्थिति में समाज और सरकार को यह समझना चाहिए की पुलिस प्रशासन भी दोषी मजदुर पर सख्त करवाई कर उन्हें वापस उनके घर भेज दें। अतः एक मजदुर की सजा सभी को नहीं देना चाहिए क्योकि मजदुर अपने परिवार के कारण ही दूसरे राज्य में पलायन करने को मजबूर होते हैं।