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राज्य झारखंड के हज़ारीबाग जिले के इचाक से तेज नारायण खुश्वाहा ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि डिजिटल इण्डिया के अंतर्गत लोगों के लिए सुविधा जनक कार्य किया जा रहा है।सरकारी कार्यालयों के कार्यो एवं राजस्व से सम्बंधित कार्यो में डिजिटल व्यवस्था बहुत सहायक सिद्ध होगा। पहले ब्लाक में ख़ातिहान के आधार पर लोगों को रसीद कटाय जाने तथा अन्य कार्यों में बहुत दिक्कत होती थी ,डिजिटल व्यवस्था हो जाने पर सभी कार्य सुचारु रूप से हो पाएंगे।साथ ही विभिन्न सरकारी कार्यालयों के कार्यो को सही तरीके से और समय से अंजाम दिया जा रहा है। विरधा पेंशन,सामाजिक सुरक्षा पेंशन,नरेगा इत्यादि विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में अब देरी नहीं होगी।डिजिटल होने से जहाँ लोगों को रोजगार का अवसर मिल रहा है वहीं कार्यो में पारदर्शिता भी देखने को मिल रही है।लोगों को अब पता रहेगा आवेदन किया गया है या नही,आवेदन पर कार्यवाई हुई है या नही।डिजिटल इंडिया कार्यक्रम से भारत में अब इस तरह का नेटवर्क कायम हो गया है,जिसके माध्यम से देश के किसी भी कोने से हम सम्बंधित जानकारी पता कर सकते हैं।
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झारखंड राज्य के हजारीबाग जिला के इचाक प्रखण्ड से टेकनारायण प्रसाद कुशवाहा जी झारखंड मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि झारखंड में लड़कों को ख़रीदा जाता है तब लड़कियों का विवाह होता है।इसे हम दहेज़ प्रथा कहते है।इनका कहना है की इस प्रथा को समाप्त किया जाये और बाल विवाह मुक्त झारखंड बनाया जाये।यहाँ प्रेम का सौदा होना चाहिए ना की पैसों का सौदा होना चाहिए। पैसों की बात आती है तो कन्या के पिता के ऊपर बोझ बढ़ जाता है।और जिनके घर में ज्यादा बेटियाँ है उनके पिता गरीब हो जाते है।इसलिए बेटी-बेटों को समान अधिकार देकर बाल विबाह प्रथा को समाप्त करना चाहिए
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जिला हजारीबाग,बाघमारा से टेकनारायण प्रसाद कुशवाहा जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि बाल संरक्षण समिति का गठन कर बाल विवाह को रोका जा सकता है। और पंचायत प्रतिनिधि के अलावे समाजसेवी लोगो का भी साथ समिति का गठन किया जाए। जो बाल विवाह को रोकने का काम कर सके। ऐसे लोगो के लिए बाल संरक्षण समिति का गठन होने से बाल विवाह को रोका जा सकता है। हमारे झारखंड में प्रचलन है क्रय विवाह का जहाँ दूल्हा को खरीद करके विवाह रचाया जाता है। इस परिचालन को सख्ती से रोका जाए। इसके लिए कड़े से कड़े कानून बने हुए हैं जिसके तहत सजा दिलाने का का किया जाए। जिससे बाल विवाह मुक्त झारखण्ड का निर्माण हो सके।
जिला हजारीबाग के इचाक प्रखंड से तेजनारायण प्रसाद कुशवाहा जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि पर्यटक स्थल में नेशनल पार्क,इचाक का सूर्य मंदिर भी शामिल है। उसी के बगल में एक गुफा भी है ,जहाँ साधु तपस्या किया करते थे। यह राजा कामाख्या नारायण द्वारा बनवाया गया है। विधायक खगेन्दार प्रसाद के द्वारा भी एक तालाब बनवाया गया है। जो इचाक ब्लॉक के थोड़ा सा आगे पड़ता है
