दुमका से शैलेन्द्र सिन्हा झारखण्ड मोबाइल वाणी पर राजीव रंजन जी का विचार जो की बालिका-वधु धारावाहिक में कार्य कर चुके है बाल विवाह के लिए प्रस्तुत कर रहे है राजीव जी कहते है की झारखण्ड में बाल विवाह तेजी से फैलता जा रहा है बाल विवाह का प्रभाव छोटी-छोटी बच्चियो पर पड़ता है वे असमय माँ बन जाती है और होने वाले बच्चे और माँ के स्वास्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है,बच्चियों का बचपन को जाता है औए अचानक जिम्मेदारियो के बोझ तले दब जाती है. अत:समाज में जागरूकता लानी होगी और हर सम्भव बाल विवाह को रोने के लिए प्रयासरत रहना पड़ेगा।
जिला दुमका से शैलेन्दर सिंहा जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से संजीव परिहस्त जो की कत्थक के नर्तक हैं यह झारखण्ड में कत्थक को प्रोत्साहन देने के क्रम में अपना योगदान देना चाहते हैं,इनका कहना है कि यहाँ के बच्चो में नृत्य के प्रति बहुत विशिष्टता है,इसलिए श्री परिहस्त जी यहाँ के बच्चो को कत्थक सिखाना चाहते हैं।
जिला दुमका से शिव कुमार यादव ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बाल विवाह पर जानकारी दी और कहा कि बाल विवाह के कारण समाज को और बच्चो को काफी क्षति पहुचती है,और बच्चो का शारीरिक व मानसिक विकास नहीं हो पाता। इसे रोकने के लिए सिर्फ कानून ही नहीं समाज को भी जागरूक होना होगा।
जिला दुमका से शैलेन्दर सिंहा जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से वरिष्ट अधिवक्ता के.एम.तिवारी जी से बाल विवाह पर चर्चा की। श्रीमती तिवारी जी ने बताया कि बाल विवाह के कारण बच्चो का बचपन पूरी तरह समाप्त हो जाता है जिसके कारण वो पूरी तरह परिपक्व नहीं हो पाते और उनसे होने वाले बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते हैं।
जिला दुमका से शैलेन्दर सिंहा जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से डिस्ट्रिक्ट सेंसेशन जज शिव कुमार यादव जी का साक्षात्कार किया और साथ ही यह जानने की कोशिश की कि वहाँ पे जो नेशनल लोक अदालत और मेगा लोक अदालत होने वाली है उनकी स्थिति और लाभ के बारे में पूछा। श्री यादव जी ने बताया कि 23 नवम्बर को उच्चतम और उच्च न्यायलय के निर्देश पर दुमका में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया है और 19 से 22 नवम्बर तक मेगा लोक अदालत का आयोजन होगा। इसमें जनता को मुफ्त में सुलभ न्याय देने की हमारी कोशिश होगी।
जिला दुमका से शैलेन्दर सिंहा जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से झारखण्ड निःशक्त मोर्चा के अध्यक्ष बलदेव राय जी से बाल विवाह से होने वाले हानि और लाभ के बारे में जानकारी ली। श्री राय जी ने बताया की बाल विवाह से पैदा होने वाले बच्चे मानसिक तौर पर कमज़ोर और विकलांगता का शिकार होते हैं,इसे रोकने के लिए जो सरकारी नियम बनाय गए हैं उनका अच्छी तरह से पालन करना आवश्यक है। श्री राय ने बताया कि बाल विवाह को रोकने के लिए उनके संघ द्वारा एक अभियान भी चलाया जा रहा है।
जिला दुमका से शैलेन्दर सिंहा जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से एक वरिष्ट पत्रकार बिरेंदर झा जी से बाल विवाह पर चर्चा की और जानना चाहा की इसके क्या कुप्रभाव हैं? उन्होने बताया कि इसके कारण बच्चा कुपोषण का शिकार हो जाता है और बहुत बार बच्चे के अंग विकसित नहीं हो पाते हैं,जिसका खामियाजा पूरे परिवार को भुगतना पड़ता है।
जिला दुमका से शैलेन्दर सिंहा ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से निर्मल हाई स्कूल के प्राचार्य अजय कुमार गुप्ता जी से बाल विवाह के बारे में चर्चा की और बताया की इससे प्रभावित बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते हैं। झारखण्ड में इसकी वृद्धि दर अधिक है इसलिए हमारा इस बाल विवाह को रोकना बहुत ज़रूरी है। इसका सबसे ज्यादा असर छोटे गाँव में देखने को मिलता है।
जिला दुमका से शैलेन्दर सिंहा जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से नन्द कुमार ठाकुर जी से बाल विवाह के बारे में चर्चा कर बताया की यह एक कुप्रथा है इसके कारण बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते हैं और माताओं का भी स्वस्थ्य सही नहीं रहता। इससे बचने के लिए हमें पहले तो अशिक्षा को दूर करना होगा और खुद को जागरूक बनाना होगा तभी इस कुप्रथा में कमी संभव है।
जिला दुमका से शैलेन्दर सिंहा जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से डाक्टर दिलीप कुमार जो जिला कुपोषण उपचार पदाधिकारी हैं,उनसे कुपोषण के कारण जानने चाहे। डाक्टर साहब ने बताया की कुपोषण असंतुलित भोजन के कारण होता है। यह जागरूकता की कमी और सही तरीके से इलाज नहीं लेने के कारण भी होता है।
