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जिला दुमका से हरिराम मंडल ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते हैं कि विश्वविद्यालय के सामने एक सड़क है उसे साइलेंट जोन बनाया गया है। उस सड़क पर 30 कि.मि. से अधिक की रफ़्तार से गाड़ी चलाना और हार्न बजाना मना है। जिस समय छात्रो की कक्षाएं आरम्भ होती हैं उस समय सिवाय हार्न के कुछ भी सुनाई नहीं देता,इस कारण हमारा ध्यान शिक्षा से हट जाता है। अतः जिला प्रशासन से उनकी दरख्वास्त है कि इसे रोकने के लिए कुछ करें।

जिला दुमका से शैलेन्दर सिंहा जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कुपोषण परएक अस्पताल के ए.एन.एम.सपना मुर्मू का साक्षात्कार किया। उन्होने बताया कि लगभग 20 से 22 वर्ष की उम्र की औरतें और उनके बच्चे कुपोषण के इलाज के लिए यहाँ आते हैं। कुछ तो ठीक होने के बाद फिर से कुपोषण ग्रस्त हो जाते हैं। कभी कभी घर पर ठीक तरह से ख्याल नहीं रखा जाता इसलिए वो दोबारा अस्पताल में भारती हो जाते हैं।

दुमका से शलेन्द्र सिंहा मोबाइल वाणी पर कविता प्रस्तुत कर रहे है।

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जिला दुमका से शलेन्द्र सिन्हा साथ हमरेन सुमन ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है की पिछड़े क्षेत्रो में बाल विवाह ज्यादा देखा जाता है।इसे रोकने के लिए लोगो में जागरूकता लाना जरुरी है।

जिला दुमका से शलेन्द्र सिन्हा साथ महिलाओ ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है की जितिया का वर्त बच्चो की सलामती के लिए किया जाता है.जिसमे बिना पानी और भोजन के रहते है.तथा शाम में पूजा करते है.इस वर्त में केला,सेब,सरीफा प्रसाद के रूप में चढाते है.और भगवान से बच्चो की सलामती की कामना करते है.

जिला दुमका से शलेन्द्र सिन्हा साथ निरुपमा सिन्हा ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है की जितिया वर्त हर वर्ष आश्विन माह के अष्टमी को किया जाता है.इस पूजा में हर माँ अपने बच्चे की मंगल कामना के लिए करती है।

शैलेन्द्र सिन्हा दुमका से झारखण्ड मोबाइल वाणी पर जानकारी दे रहे है की शिकारीपाडा में मिसन में 146 वर्ष पुराना पत्थर को फिर से स्थापित किया गया.शिकारीपाड़ा,बेंदागाड़िया मिसन परिसर में इसाई समहू ने अवेंजर पत्थर को डेनमार्क के रहने वाले हंसपिटर ने 26 सितम्बर,1967 को इस पत्थर की स्थापना की थी और आज 27 सितम्बर को इसकी पुनर्स्थापना की गयी इस मौके पे गिरजाघर में शनि के लिए प्राथना की गयी और बाइबल के वचनों की याद दिलाई गयी.