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देवघर जिले के जसीडीह प्रखंड से बलबीर राय जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि पंचायतो में पंचायत स्वंय सेवकों की नियुक्ति करने की जो सरकार की योजना है यह विफल साबित हो रही है। पंचायतो में जो स्वंय सेवकों की नियुक्ति गयी है वे सभी कार्य नहीं करती है। पंचायत एवं सचिवालयों में सेवकों द्वारा काम नहीं किया जाता है। इसके पीछे का मुख्य वजह यह है कि जिस तरह के काम सेवकों को दिया जाता है वे उस कार्य को करने में असक्षम रहते है। पंचायत स्वंय सेवकों को यह भी जानकारी प्राप्त नहीं है कि उन्हें कहां किस तरह से काम करने की जरुरत है । पंचायतों में जैसे-तैसे ही स्वंय सेवकों द्वारा काम किया जा रहा है। अत : सरकार एवं प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है है।

जिला देवघर प्रखंड जसीडीह ग्राम बसंतपुर से बलवीर जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की माननीय मुख्यमंत्री रघुवर दास जी द्वारा 181 हेल्प लाइन लागू किया समाज की समस्या को सुनने के लिए, लेकिन ये कारगर साबित नहीं हो रहा है।जब 181 हेल्प लाइन बना तो ,शुरू शुरू में लोगो की जन समस्याएं सुनी गयी पर अभी स्थिति यह हो गयी है की नंबर लगता ही नहीं।और यदि लग भी गया तो बिहार का नंबर पकड़ लेता। सरकार को चाहिए की 181 हेल्प लाइन नम्बर में उनके जो मंडल कार्यकर्त्ता है, मंडल अध्यक्ष है ,जो पदाधिकारी है वे मंडल में बैठे और लोगो की समस्याएं सरकार तक पहुचाये इससे लोगो की समस्याओं का हल निकलेगा और संगठन भी बना रहेगा साथ ही क्षेत्र में उनकी पहचान भी बनेगी।सरकार को सुझाव देते हुए कहते है वे अपने मंडल अध्यक्षों को नेतृत्व दे ,समस्या पंचायतो में ही होती है मंडल में ही होती है।अत: कार्यकर्ता जन समस्याए मुख्यमंत्री तक पहुचाये।

जिला देवघर प्रखण्ड जसीडीह से बलबीर राय मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि इंदिरा आवास योजना का लाभ उन लोगो को मिलता है जो पंचायत सचिव,मुखिया एवम उच्याधिकारी को पैसे देते है। साथ ही इस योजना में बिचौलिये भी शामिल होते है वे गरीब जनता से आवास देने के नाम पर पैसे लेते है और बेबस गरीब जनता जो झोपडी में रहते है वे आवास मिलने की आस में बिचौलियों की बातो में आ कर अपनी रोज की कमाई को उन्हें दे देते है। इतना ही नहीं इस योजना के तहत जो मकान गरीबो को मिलता है उसकी गुणवत्ता बेहद ही ख़राब होती है। अतः वे कहते है कि इसके तहत लाभुको को मुखिया व प्रखण्ड विकास पदाधिकारी स्वयं चेक निर्गत करे और इस योजना की देख-रेख करे।

बलवीर राय,जिला देवघर से मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मोबाइल वाणी में खबर प्रसारण के बाद वन विभाग अधिकारी द्वारा वन कटाई पर रोक लगायी गयी।वन विभाग के अधिकारी द्वारा एक ऐसा कदम उठाया गया जो लोगो के लिए काफी अच्छी पहल है।देवघर जिले के बिजुलिया पहाड़ से कट रहे जंगल को पहले वन अधिकारी कटते हुए देखने के बावजूद भी मौन रहती थी लेकिन मोबाइल वाणी के माध्यम से खबर का प्रसारण होने के बाद वन विभाग द्वारा वनो की रक्षा की जा रही है और यही वजह है की विभागीय अधिकारी द्वारा बहुत से अवैध लकड़ी के बोझे पकड़े गए है साथ ही वे कहते है कि झारखण्ड मोबाइल वाणी पर प्रसारित बाते राज्य स्तर पर हो रही है इससे अफसर सबब ले रहे है और उचित कार्यवाही कर रहे है।

जिला-देवघर थाना-जसीडीह, पंचायत-धारवाडीह,ग्राम-बसंतपुर से बलवीर राय जी झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि उन्होंने धारवाडीह बालूघाट में अवैध बालू खनन से सम्बंधित मुद्दे को मोबाइल वाणी मंच पर रखा था।जिसका प्रसारण झारखण्ड मोबाइल वाणी में होने के बाद सरकार एवं अधिकारी में दबाब बना और कल ही जसीडीह थाना के प्रभारी सब-इंस्पेक्टर विनोद कुमार जी ने सख्ती से इस मुद्दे पर पहल करते हुए दो ट्रेक्टर को पकड़ा जिससे धारवाडीह बालूघाट में अवैध बालू खनन रुक गया है।इस समस्या पर सफलता झारखण्ड मोबाइल वाणी में प्रसारण होने के बाद मिली है, उनका कहना है कि झारखण्ड मोबाइल वाणी एक बहुत ही अच्छी पहल है, इसके माध्यम से और भी लोगो को अपनी समस्याएं इस मंच पर रखनी चाहिए जिस पर पहल हो सके। इस समस्या को दूर करने के लिए मोबाइल वाणी ने जो सहायता प्रदान की है उसके लिए बलवीर राय जी झारखण्ड मोबाइल वाणी को कोटि-कोटि धन्यबाद दे रहे है और वे आशा करते है कि आने वाले समय में जो भी समस्याएं है वे इस मोबाइल वाणी के साथ साँझा करेंगे।

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बलवीर राय,जिला देवघर के जसीडीह प्रखंड से मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है कि देवघर प्रखंड अन्तर्गत ग्राम वसंतपुर प्राथमिक विद्यालय में राशि के अभाव में बच्चो की भोजन व्यवस्था बंद है। स्कूल में मध्यान भोजन बंद होने के कारण बच्चो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बच्चो को टिफिन के समय घर जाना पड़ता है ऐसे में गौर करने वाली बात यह है कि सड़क पर वाहनों का परिचालन काफी होता है। ऐसे में उन्हें घर आने-जाने में काफी दिक्कते होती है। वे कहते हैं कि स्कूल में बच्चो को वैसे तो मेन्यूनुसार भोजन नहीं दिया जाता है लेकिन जो दिया जाता है उसमें भी वर्तमान समय में अभाव देखने को मिल रहा है। इसलिए इनका सरकार से कहना है कि अतिशीघ्र ही राशि उपलब्ध कराये ताकि बच्चो को व्यवस्थानुसार भोजन मिले और बच्चो का भरण-पोषण किया सके।