उत्तर प्रदेश राज्य से अरविन्द श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से संत राम से बातचीत की ,संत राम का कहना है कि महिलाओं को क़ानूनी साक्षरता के बारे में जागरूक करने के लिए अभियान चलाये जाने चाहिए इसमें महिलाओं के अधिकार के बारे में बताया जाए इसमें उन्हें कहाँ पर सम्पर्क करना चाहिए ये भी बताया जाए साथ ही महिलाओं को शिक्षित करना जरूरी है शिक्षित होंगी महिलाएं तभी जागरूक होंगी।

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छत्तीसगढ़ राज्य के राजनंद गाँव से वीरेंद्र , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि महिलायें नौकरियों से दूर इसीलिए हो गई है, क्योंकि हमारी सोच ऐसी है कि महिला को सिर्फ घर में रहना चाहिए और घर का काम करना चाहिए। महिला शिक्षित है लेकिन जागरूक नहीं है। महिलाओं में आत्मबल की कमी है जिसके कारण वह नौकरी से वंचित है। महिलाओं को शिक्षा के साथ - साथ आत्मबल भी रखना होगा। तभी उनको नौकरी मिल पायेगी। कई महिला लोगों के सामने दो शब्द नहीं बोल पाती है।

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छत्तीसगढ़ राज्य से वीरेंदर गंदर्व ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि महिलाओं को शिक्षित किया जाए ,उन्हें हर वर्ग में अवसर दिया जाए ,जिससे वो सशक्त होगी। लेकिन अब तक महिलाओं को इंसान होने का हक़दार नहीं दिया है। महिलाओं को कई नाम से बुलाया जाता है ,उन्हें केवल उपयोग की वस्तु कह कर रखा जाता है। अगर महिला सुरक्षित महसूस न करे तो महिला कैसे सशक्त होगी। महिला कही भी काम करे उन्हें किसी न किसी के दबाव में रहना पड़ता है। अगर वो बात नहीं मानेगी तो उनके साथ गलत होता है। महिलाओं को सशक्त तब कह सकते है जब महिला को इंसान मान कर उनका सम्मान करे।

बिहार राज्य के सुपौल जिला के मरौना प्रखंड से महादेव यादव बता रहे है की अगर बेटी पैतृक संपत्ति में भी अपना दावा करती है, तो फिर ससुराल की संपत्ति का क्या होगा। शादी से पहले माता पिता ही उनकी सारू जरूरतों को पूरा करते है। अगर शादी के बार वो अपना हिस्सा पैतृक संपत्ति में हिस्सा लेती है,तो इससे विवाद की स्तिथि बन सकती है

उत्तर प्रदेश राज्य के बस्ती जिला से अरविन्द श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से अखिलेश श्रीवास्तव से साक्षात्कार लिया।अखिलेश श्रीवास्तव ने बताया कि महिलाओं को समाज और घर में उनका मौलिक अधिकार मिलना चाहिए। उन्हें शिक्षा एवं सुरक्षा का भी है ।साथ ही सामाजिक संगठनों और परिवार को उनके विकास का सार्थक प्रयास करना चाहिए।

दिल्ली के संत नगर से राजेश कुमार पाठक मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की एक महिला एक बार में चार कार्यों को संभालती है, जब उसे माहौल मिलता है, तो वह काम में कोई फर्क नहीं डालती है, इसलिए पुरुषों को अपना मन बदलना होगा। अगर कोई लड़की ऑफिस में काम कर रही है उसे अपना काम करने दे , न की अपना काम भी सौप दे। देश में कानून का पालन अगर सही तरीके से हो तो निश्चित ही महिलायें आगे आएँगी

दिल्ली के संत नगर से राजेश कुमार पाठक मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की पहले के समय में ऐसा नहीं होता था , लोग महिलाओं के चरित्र पर ऊँगली नहीं उठाते थे। लेकिन आज के समय में महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। ऐसे में महिलाओं का आगे बढ़ पाना बहुत मुश्किल है

उत्तरप्रदेश राज्य के झाँसी जिला से विकेश प्रजापति ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि यह सच है की आज महिलाएं नौकरी से दूर हो रही हैं। इसका मुख्य कारण है नौकरी का माहौल उनके लिए सुरक्षित नहीं है, साथ ही परिवार उनका साथ नहीं देता है। समाज भी महिलाओं के बाहर काम करने के विरोध में रहता है। इससे महिलाओं का आत्मविश्वास ख़तम हो रहा है और महिलाएं मजबूर हो जाती है