उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीरनगर से रामप्रकाश सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि, हमारे माता पिता हमारा साथ छोड़ सकते है, लेकिन वृक्ष हमारा साथ कभी नहीं छोड़ते। इसलिए हमें पौधे लगाना चहिये और पर्यावरण को साफ़ और सुरक्षित बनाने के लिए भी हमें पेड़ लगाने चाहिए।

गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र के लगभग कुंए जीर्णोद्धार इंतजार में पड़ा हुआ है अगर इन कुँओं का जीर्णोद्धार कर दिया जाए तो किसानों के चेहरे पर मुस्कान वापस लौट सकता है क्योंकि कुँआ पेयजल और सिंचाई का उत्तम साधन है

किसानों द्वारा बनाए गए कुएं आज अपने जीर्णोद्धार के लिए देख रहा है। अगर कुएं का निर्माण पूरा किया जाए तो खेतों में हरियाली वापस आ सकता है।

बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजना घर-घर नल जल योजना जब से प्रारंभ हुआ है तब से जल का बर्बादी बढ़ गया है। इसलिए पंचायत सरकार के द्वारा जब तक सोख्ता का निर्माण नहीं कराया जाएगा तब तक जल संरक्षण संभव नहीं है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

ग्रामवाणी इन दोनों गिद्धौर प्रखंड के पंचायत में घूम-घूम कर पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरुक कर रहे हैं और मनरेगा योजना से अधिक से अधिक पौधा लगाने की अपील कर रहे हैं

हमारे श्रोता जावेद खान ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि पेड़ नहीं लगाएंगे तो पानी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी ,इसीलिए अधिक से अधिक पेड़ लगाए। प्रदूषण कम करने के लिए ट्रैफिक नियम का पालन करे। सिग्नल में गाड़ी बंद कर दें। पर्यावरण को बचाने और शुद्ध रखने का प्रयास करे। पर्यावरण शुद्ध रहेगा तो हमारा स्वास्थ्य भी अच्छा होगा

महाराष्ट्र राज्य के नागपुर जिला से जीतेन्द्र मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि, यमुना नदी के किनारे ग्रीन बेल्ट का निर्माण किया जाना चाहिए। ग्रीन बेल्ट का मतलब है कि पेड़ और पौधे लगाए जाने चाहिए। इससे यमुना नदी में बाढ़ में बह जाने वाले पेड़ पौधे नहीं बहेंगे और हरियाली आएगी और पर्यावरण का शुद्धिकरण भी होगा ।

बिहार राज्य के जिला जमुई के गिद्धौर प्रखंड से रंजन कुमार की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से तुलसी पंडित से हुई। तुलसी पंडित यह बताना चाहते है कि मोबाइल वानी की प्रेरणा से मनरेगा योजना के तहत उन्होंने एक यूनिट पौधा लगाया है । उनको पौधा लगाने की जानकारी मोबाइल वाणी के माध्यम से मिला था। उनके क्षेत्र के आंगनवाड़ी में मोबाइल वाणी के द्वारा पौधा रोपण को लेकर एक बैठक की गई थी। जिसमे इनके द्वारा पौधा लगाने हेतु मोबाइल वाणी के अधिकारियों से एक यूनिट पौधों की मांग की गई थी। जिसके बाद उनके क्षेत्र के वार्ड सदस्य के द्वारा मनरेगा के तहत उनको पौधा उपलब्ध करा दिया गया था । लगभग दो सौ पौधा लगाया गया। पौधा लगाने से बहुत फ़ायदा हुआ। बारिश भी अच्छी हुई। कई लोग उनसे प्रेरित होकर पौधा लगाना चाहते है। मोबाइल वाणी के कारण उनके जीवन में बदलाव आया है। जिसके कारण वह मोबाइल वाणी के कार्य से बहुत खुश है।

किशोर पंडित अपने खेतों में मनरेगा के तहत वृक्षारोपण करना चाहते हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

Transcript Unavailable.