झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला से कमलेश कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि 07/06/2024 को मोबाइल वाणी पर एक खबर प्रकाशित की गयी थी जिसमे बताया गया था कि आज से छः वर्ष पूर्व अंतिम छोर झारखंड बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्र में मुरलसुदी पंचायत के जुमरा गांव और मुरहुल गांव के बीच गवई नदी पर 2 करोड़ 75 लाख की लागत से लोगों के सुलभ आवागमन के लिए बने पुल पर संपर्क मार्ग नहीं बन पाया था ,जिस वजह से ये पूल बेकार की वस्तु बन कर रह गयी थी और लोगों को काफी परेशानी भी हो रही थी। इसके बाद इस खबर को बोकारो मोबाइल वाणी की सहायता से स्थानीय जन प्रतिनिधि , विधायक, सांसद, पूर्व विधायक और उच्च अधिकारियों और सोशल मीडिया मंचों को प्रचार के लिए भेजा गया था.जिसका असर हुआ कि प्रमंडल बोकारो बहादुरपुर, कासमार, पेटरवार, पश्चिम बंगाल सीमा चौकी के चैनज, चौबीस किलोमीटर दूर स्थित नदी पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण के काम के लिए केवल एक करोड़ चौबीस लाख आठ हजार सात सौ पैंतालीस रुपये में पहुंच सड़क के निर्माण सहित शेष काम के लिए निविदा प्रकाशित की है इससे गाँव में खुशी की लहर दौड़ रही।

झारखंड राज्य के बोकारो जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता बालेश्वर महतो जानकारी दे रहे हैं कि तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन के प्रबंध निदेशक लालपानिया में भ्रष्टाचार मामले पर सांसद गिरिडीह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा उन्होंने मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से कार्रवाई की मांग करते हुए पत्र लिखा है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

झारखंड राज्य के बोकारो जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता बालेश्वर महतो जानकारी दे रहे हैं कि नावाडीह में प्रखंड स्तरीय लाइब्रेरी की स्थापना होगी। इससे क्षेत्र के छात्रों को मदद मिलेगी। यह सुविधा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं के साथ-साथ उन बुजुर्गों के लिए भी उपलब्ध होगी जो अपना ज्ञान बढ़ाना चाहते हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विभिन्न संस्थाओं व विद्यालयों में शिविर का आयोजन। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

लीला जानकी पब्लिक स्कूल रघुनाथपुरम पेटरवार में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें कक्षा नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के छात्र-छात्राओं समेत सभी शिक्षक शिक्षिकाओं ने भाग लिया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

पेटरवार प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय चिपुदाग में शुक्रवार को सहयोगिनी संस्था की ओर से  दुर्व्यपार तथा ट्रैफिकिंग के खिलाफ जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान सभी को बालिका  ट्रैफिकिंग के खिलाफ शपथ भी दिलाई गई। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। संस्था के निदेशक गौतम सागर ने बताया  कि मानव व्यापार तथा बाल मजदूरी के खिलाफ सुरक्षित गांव बनाने को लेकर स्कूलों तथा गांवों में यह अभियान  चलाया रहा है. इन सतत प्रयासों का उद्देश्य बच्चों की ट्रैफिकिंग और बाल श्रम के खिलाफ लोगों में जागरूकता के स्तर को बढ़ाना है. गत एक दशक में देश में केंद्र और राज्य सरकारों ने बच्चों की ट्रैफिकिंग पर काबू पाने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं लेकिन आम लोगों में जागरूकता की कमी के कारण ये प्रयास पूरी तरह सफल नहीं हो पाए हैं.   कार्यक्रम के दौरान सहयोगिनी के समन्वयक रवि कुमार राय ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों सहित झारखंड  में  बच्चों की ट्रैफिकिंग को रोकना दशकों से एक बड़ी चुनौती है. यद्यपि सरकारी व गैर सरकारी स्तर पर प्रयासों के कारण ट्रैफिकिंग के मामले दर्ज होने की संख्या बढ़ी है लेकिन अभी भी बहुत कुछ करना शेष है. हमें अपने परिवार गांव को सुरक्षित रखना है तो हमें सचेत रहना होगा. इस दौरान कॉमिक्स बुक्स के माध्यम से बच्चों को बाल तस्करी के बारे में जानकारी दी गई. कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रधानाध्यापक साकेत कुमार, सहायक शिक्षक रंजन कुमार ,गौतम कुमार सिन्हा, गौरी शंकर महतो, नूपुर कुमारी, आंगनवाड़ी सहायिका प्रियंका देवी, सेविका  किरण कुमारी समाजसेवी कौशर हाश्मी, अमित कुमार महतो, अनिल कुमार आदि उपस्थित थे.

झारखंड मुक्ति मोर्चा के पेटरवार स्थित प्रधान कार्यालय में शुक्रवार की संध्या साढ़े 6 बजे झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ का एक प्रतिनिधि मंडल राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष सह गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद महतो से भेंट की।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

झारखंड राज्य के बोकारो जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता जे एम रंगीला जानकारी दे रहे हैं कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बोकारो से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य में मुख्यमंत्री मंत्रियों और विधायकों के वेतन भत्ते में वृद्धि पर चर्चा की। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला से जे एम रंगीला मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि छठे प्रकरण का विषय नागरिक समूहों का घोषणापत्र है, इसलिए आज हम इस मुद्दे पर बात करने के लिए बोकारो जिले के अग्रणी स्वैच्छिक संगठन हैं। आदर्श ग्राम विकास सेवा समिति के सचिव वासुदेव शर्मा के साथ बातचीत में शर्मा कहते हैं कि अठारहवीं लोकसभा का चुनाव अभी भी खत्म नहीं हुआ है। इस चुनाव में महाराष्ट्र में महिला समूहों और नागरिक समूहों ने अपना एक घोषणापत्र तैयार किया जो विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को समर्पित था। तो क्या आपको लगता है कि ऐसा घोषणापत्र बिहार, झारखंड और अन्य राज्यों के नागरिकों को लाना चाहिए था? बहुत-बहुत धन्यवाद रंगीला जी क्योंकि जिस महिला समूह ने मांग पत्र रखा है, उसने घोषणापत्र तैयार किया है। प्रत्येक सामाजिक स्तर से घोषणापत्र सरकार के पास जाना चाहिए और घोषणापत्र यह है कि हमारे समाज की स्थिति, शिक्षा की स्थिति, गाँव के विकास की स्थिति, समाज की आर्थिक स्थिति, लोगों की स्थिति। रोजगार की स्थिति और संबंधित घोषणापत्र प्रत्येक क्षेत्र के होने चाहिए। सरकार को भी इस घोषणापत्र की पहल करनी चाहिए क्योंकि यह नई पहल हो रही है। हम इस नई पहल के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देते हैं। और समाज की समस्या सरकार के पास जानी चाहिए, यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है क्योंकि राजनीतिक दल के लोग अपने हिसाब से घोषणापत्र तैयार करते हैं, लेकिन अगर घोषणापत्र निचले स्तर से जाता है और उसका पालन किया जाता है तो हमारा शासन है। आज का विकास सबसे अच्छे कार्यक्रम में देरी नहीं करेगा, इसलिए जो राजनीतिक दल अपने घोषणापत्र लोगों के सामने लाते हैं, उस घोषणापत्र के अनुसार, कितना काम किया जाता है। हमारे देश में अब तक अठारह चुनाव हो चुके हैं। आप कुछ चुनावों के बारे में जानते होंगे, तो आपको क्या लगता है? इसलिए इसमें दो प्रकार के राजनीतिक दल होते हैं, एक सत्तारूढ़ विपक्ष, इसलिए जो सत्ता में आते हैं वे अपनी घोषणा को जनता में पचहत्तर प्रतिशत के लिए लागू करने में सक्षम होते हैं, अगर कुछ भी नहीं, लेकिन जो पक्ष में रहता है और उन्होंने जो घोषणा की वह बिल्कुल सुनहरा हो जाता है, कोई क्षण नहीं है और यह जनता का विश्वास तोड़ता है, इसलिए अभी हमारे झारखंड में, अगले चार से पांच महीने। राज्य में चुनाव होने वाले हैं, इसलिए जिस तरह से महाराष्ट्र की महिला समूहों ने घोषणापत्र लाने के लिए ऐसी पहल की है, क्या आपको लगता है कि झारखंड में भी ऐसी पहल की जानी चाहिए? श्रोताओं को यह भी बताएँ कि घोषणापत्र लाने में कोई समस्या नहीं है। हम पहले भी कह चुके हैं कि घोषणापत्र एक सार्वजनिक मांग है। मांग यह है कि हमारे क्षेत्र के विकास के लिए जो कमी है, उसकी भरपाई की जानी चाहिए। अगर हमारा समाज अच्छा है तो लोग इसके लिए घोषणापत्र लाते हैं। अगर हम झारखंड से घोषणापत्र बनाते हैं और उसे सरकार को सौंप देते हैं, तो भी सरकार को उसका पालन करना चाहिए। शर्मा जी के विचारों को सुनें, उनका मानना है कि ऐसा घोषणापत्र स्वयंसेवी संगठनों और महिला समूहों को भी यहां लाना चाहिए।

झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता बालेश्वर महतो ने बताया कि स्थानीय बिनोद बिहारी महतो स्टेडियम नावाडीह में बुधवार को 63वीं सुब्रतो कप इंटरनेशनल प्रतियोगिता के तहत नवाडीह प्रखंड स्तरीय प्रतियोगिता, पुरस्कार वितरण समारोह के साथ संपन्न हुआ । विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।