बिहार राज्य के पूर्वी चम्पारण ,सुगौली से आलम खान ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि रघुनाथपुर बाजार में प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता के कारण मुख्य सड़क खराब हो गई है। इस सड़क पर वाहन से जाना या दूर चलना मुश्किल हो गया है। धमकाने वालों द्वारा वर्षों के अतिक्रमण के बाद, बारिश ने आम जनता को अभिभूत कर दिया है। समस्या बढ़ रही है, हालांकि अतिक्रमणकारियों को अतिक्रमण हटाने के लिए दो बार नोटिस जारी किए गए हैं। लेकिन अतिक्रमणकारी अतिक्रमण हटाने के लिए तैयार नहीं हैं। इससे मुख्य सड़क पर दो फुट पानी जमा हो गया है। माँ की समस्या लोगों के लिए परेशानी बनी हुई है। सड़क पर गहरे गड्ढों के कारण पानी से गुजरने वाले दोपहिया सवार थक रहे हैं। लोगों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन प्रशासन जलभराव की समस्या से छुटकारा पाने के बजाय अपने हाथों पर बैठा हुआ है। जलभराव की समस्या के बारे में स्थानीय लोगों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राव की समस्या पिछले कई वर्षों से चल रही है।

मुख्यमंत्री नितीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजना नल जल को ब्लॉक की कई पंचायतों में मानकीकृत किया जा रहा है। लोग अच्छे पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। लेकिन इस विषय में रुचि लेने वाला कोई नहीं है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की स्वीकारोकती के बाद सवाल उठता है, कि भारत की जांच एजेंसियां क्या कर रही थीं? इतनी जल्दबाजी मंजूरी देने के क्या कारण था, क्या उन्होंने किसी दवाब का सामना करना पड़ रहा था, या फिर केवल भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है। जिसके लिए फार्मा कंपनियां अक्सर कटघरे में रहती हैं? मसला केवल कोविशील्ड का नहीं है, फार्मा कंपनियों को लेकर अक्सर शिकायतें आती रहती हैं, उसके बाद भी जांच एजेंसियां कोई ठोस कारवाई क्यों नहीं करती हैं?

सुगौली ब्लॉक कई स्थानों पर मोबाइल से कॉल करते समय किसी भी नेटवर्क के ग्राहकों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। उपभोक्ता शिकायत कर रहे हैं कि किसी भी व्यक्ति को कॉल नहीं लगता है। फोन लग भी जाए तो ठीक से बात नहीं हो पाती है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

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बिहार राज्य के पूर्वी चम्पारण के सुगौली से अमरलाल खान ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि दक्षिण सिमपुर पंचायत के बटौलिया गांव के वार्ड संख्या नौ में कर्बला की चारदीवारी का निर्माण और रोपण पंचायती राज के कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया है। अदालत या स्थानीय लोगों ने ठेकेदार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। यह आरोप लगाया गया था कि ठेकेदार द्वारा जो भी सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। इससे सुगौली पंचायती राज पदाधिकारी नाराज हो गए। नाजियों के पद को तुरंत रोक दिया गया है। इस खबर को गंभीरता से लेते हुए विभाग ने काम रोक दिया है। पंचायती राज प्राधिकरण ने सूचित किया है कि जो कोई भी वहां है। बागड़ी को हटाने और अच्छी गुणवत्ता वाली सामग्री आने का निर्देश दिया गया है, तभी जांच के बाद काम शुरू किया जाएगा। अब्दुल तकुल, सर्व कर्ता रुसा मोहम्मदनगरी अब्दुल कलाम तादमीदलाबादी के लोगों ने कहा कि ठेकेदार द्वारा कर्बला की चारदीवारी का निर्माण ठीक से नहीं किया जा रहा है।

कोबिया मेन रोड सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए परेशानी का समय बन गया है, जबकि कोबिया सेक पिच रोड के मोड़ के पास कोरिया और छापरा की ओर जाता है। आठ किलोमीटर लंबी सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिससे चार पहिया वाहन के लिए गुजरना बहुत मुश्किल हो रहा है,विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

रिंग बांध का निर्माण न होने के कारण ग्रामीण डर की छाया में हर दिन और रात बिताने को मजबुर हैं, हर बार उच्च अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों द्वारा आश्वासन दिया जाता है, लेकिन कुछ नहीं होता है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

सड़क के किनारे सैकड़ों सब्जियों की दुकानें हैं, लेकिन आज तक किसी भी प्रशासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया है। लोग बाइक से सब्जियां खरीदने आते हैं और लोगों की भीड़ के कारण सड़क पर दुर्घटना की स्थिति बनी रहती है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

बिहार राज्य के जिला पूर्वी चम्पारण से राजेश , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि अनुमंडल मुख्यालय रक्सौल का प्रखंड सह अंचल कार्यालय इन दिनों जर्जर भवन में चल रहा है। करीब साढ़े छह दशक पूर्व में निर्मित इस भवन के छत से बरसात के मौसम में पानी टपकने के कारण उसमें रखे जरूरी अभिलेख सड़ गल जाते है। वहीं जर्जर इस भवन के छत का छज्जा टूटकर गिरने से अक्सर हादसे का खतरा बना रहता है। साथ ही भवन की सतह नीचे होने के कारण हल्की बारिश में ही जलजमाव हो जाता है। जिससे अधिकारियों व कर्मियों को अपने कार्यों के निष्पादन में काफी परेशानी होती है। लेकिन नये भवन निर्माण की दिशा में अबतक कोई अग्रतर कार्यवाही आरंभ नहीं हो सकी है। जबकि इस कार्यालय के नये भवन निर्माण की विभागीय स्वीकृति मिल गई है। फिलहाल लोगों की सुरक्षा की अनदेखी जारी है।