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सरकार द्वारा लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीट आरक्षित करने और गांवों में पीएम आवास योजना के तहत 70 प्रतिशत से ज्यादा मकान महिलाओं को देने से देश में महिलाओं की गरिमा बढ़ी तो है। हालांकि, इन सबके बावजूद कुछ ऐसे कारण हैं जो महिलाओं को जॉब मार्केट में आने से रोक रहे हैं। भारत में महिलाओं के लिए काम करना मुश्किल समझा जाता है. महिलाएं अगर जॉब मार्केट में नहीं हैं, तो उसकी कई सारी वजहें हैं, जिनमें वर्कप्लेस पर काम के लिए अच्छा माहौल न मिल पाना भी शामिल है . दोस्तों, हर समस्या का समाधान होता है आप हमें बताइए कि *----- नौकरी की तलाश में महिलाओं को किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है। *----- आपके अनुसार महिलाओं के नौकरी से दूर होने के प्रमुख कारण क्या हैं? *----- महिलाओं को नौकरी में बने रहने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं?

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दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से मोहम्मद शाहनवाज की बातचीत नरेश कुमार सेन से हुई नरेश जी बताते हैं महंगाई चरण सीमाओं पर है दाल सब्जियां सब चीज महंगी है गरीब आदमी अपना पालन पोषण कैसे करें अगर नौकरियों की बात करें तो नौकरियां भी नहीं है देश के अंदर बेरोजगारी बहुत ज्यादा है बढ़ चुकी है

श्रमिक वाणी के माध्यम से मोहम्मद शाहनवाज की बातचीत सोनू भाई से हुई सोनू बताते हैं महंगाई के दौर में दिहाड़ी बहुत कम है महीने में 15 दिन काम भी बहुत मुश्किल से होता है₹500 बिहार है घर से बहुत दूर जाना पड़ता है जिसमें ₹100 किराए में लग जाते हैं राशन कार्ड भी नहीं है मजदूरी कार्ड भी नहीं है सरकार ध्यान नहीं देती है

श्रमिक वाणी के माध्यम से मोहम्मद शाहनवाज की बातचीत साउथ अहमद से हुई साउथ भाई बताते हैं कि महंगाई बहुत ज्यादा है मजदूरी करते हैं किराए पर रहते हैं मगर हमारा राशन कार्ड नहीं बनाएं जिसकी वजह से बहुत ज्यादा समस्या हो रही है

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दिल्ली आईएमटी मानेसर से राम करण ने श्रमिक वाणी के माध्यम से बताया कि मकान मालिक ने सिलाई का काम करने वाली महिला को किराया नहीं देने पर उसके सामान के साथ घर से बाहर निकाल दिया

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