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गुजरात से मुकेश मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि स्वच्छता अभियान शुरू होने से अब घरों में मच्छर कम आते हैं और बीमारियाँ भी नहीं होती है

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नेताओं के भाषणों में कोई सच्चाई नहीं होती, वे हमेशा झूठ बोलकर चुनाव जीतते हैं, यह सोचकर कि जनता यहाँ मूर्ख है, वे कुछ भी कहते हैं और किसी पर कुछ भी आरोप लगाते हैं, वे इतिहास के बारे में कुछ नहीं जानते हैं, वे शिक्षा के बारे में कुछ नहीं जानते हैं, वे शिक्षित नेता नहीं हैं।कभी भी शिक्षित लोगों को नेता नहीं बनाया गया है। वे ऐसे नेता बनाते हैं है जो उनका काम करते रहे और वे उनके ठेकेदार बनके रहें ।

महाराष्ट्र के नागपुर से आदर्श मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि देश में जो कुछ भी बनाया जा रहा है, उसमें दो चीजें शामिल होनी चाहिए, पहला, मजदूर और दूसरा, लोगों का पैसा। सरकार लोगों के पैसे से सब कुछ बना रही है, चाहे वह राम मंदिर हो। लेकिन एक बड़े मंच पर बैठे मंत्री को वहाँ आमंत्रित नहीं किया गया था चाहे देश के राष्ट्रपति हों या उच्च पदों पर आसीन लोग, वे केवल विपक्षी दलों को आश्वासन दे रहे हैं ताकि राम राज्य की राजनीति आगे बढ़े और हिंसा और शांति का निर्माण हो। कौन कहता है कि सरकार मज़दूर को पैसे देती है, मज़दूर मेहनत कर रहा है, इसलिए उन्हें पैसे मिलने चाहिए। सरकार के भीतर काम करने वाली कंपनियां श्रमिकों के पैसे खाती हैं, श्रमिकों को पैसा नहीं मिलता है, श्रमिकों को दबाने का काम किया जाता है।

उत्तरप्रदेश राज्य के बदायू से अरूण मीणा मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे कि आज एक मजदूर दूसरे मजदूर को धोखा देने में लगा हुआ है। हम केवल अपने बारे में सोच सकते हैं, सरकार हमारे बारे में सोचेगी, लेकिन हम अपने बारे में सोचते हैं। एकता में बहुत ताकत है। कौन सा नेता है जो हमारी बात नहीं सुनता है और हमारी बात नहीं सुनता है, लेकिन हम क्या करते हैं जब हमें कुछ समझ में नहीं आता है, तो एक नेता हमारा उपयोग करता है, यानी एक विपक्षी दल हमारा उपयोग करता है। सरकार के खिलाफ हम तोड़फोड़ के आदी हैं, हमारे देश में दंगे होंगे, अगर हम एकजुट हुए तो कोई भी सरकार हमारे अधिकार नहीं छीन सकती, चाहे कोई भी सरकार आए,

उत्तरप्रदेश राज्य के बदायू से अरूण मीणा मोबाइल वाणी के माध्यम से मजदुर दिवस की शुभकामनाएं दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि हम सभी मजदूर हैं मतलब कि मजदूर का मतलब है कि जो व्यक्ति श्रम करता है वह मजदूर है, कोई छोटा मजदूर है, कोई दुनिया का बड़ा मजदूर है। हर चीज हर व्यक्ति एक मजदूर है, चाहे वह महिला हो या पुरुष, हम सभी मजदूर हैं, यानी हम सभी काम करते हैं, कोई कम काम करता है, कोई अधिक काम करता है, जिस तरह से एक इंजीनियर काम करता है, पहले वह पढ़ाई करता है, यानी वह काम करता है, फिर अपने पैर रखता है, फिर वह इंजीनियर बन जाता है, डिग्री प्राप्त करता है, फिर वह वहां काम करता है, कोई गंभीरता से काम करता है, कोई दिमाग से करता है।

उत्तरप्रदेश राज्य से अनुज कुमार मोबाइल वाणी से बता रहे हैं कि मच्छरों से बचाव के लिए दवाई का छिड़काव नहीं किया जा रहा है

तमिलनाडु तिरुपुर से मीना कुमारी ने श्रमिक वाणी के माध्यम से बताया कि श्रमिकों को वोट देने की व्यवस्था प्रसाशन को करानी चाहिए। ताकि वे जहाँ भी रहे वही से वोट दे सके ,क्योंकि कंपनी प्रबंधक उन्हें वोट देने के लिए छुट्टी नहीं देती है