बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड के दिहिरा पंचायत के वार्ड नंबर 8 से हमारे संवाददाता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से नागेंद्र सिंह से हुई। नागेंद्र बताते है कि पानी सही से नहीं आता है। क्योंकि पाइप टूटा हुआ है। पानी अच्छे से मिले इसके लिए जरुरी है की पाइप को ठीक करवाया जाए
बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड के दिहिरा पंचायत के वार्ड नंबर 8 से हमारे संवाददाता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से लल्लु से हुई। लल्लु बताते है कि पानी का कनेक्शन टूट गया है। पहले पानी आता था। लेकिन अब पानी नहीं आ रहा है
बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड के दिहिरा पंचायत के वार्ड नंबर 8 से हमारे संवाददाता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से राजकुमार पंडित से हुई। राजकुमार बताते है कि पानी का कनेक्शन है लेकिन नल में पानी नहीं आ रहा है। जब से कनेक्शन लगा है तब से पानी नहीं आ रहा है
बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड के दिहिरा पंचायत के वार्ड नंबर 8 से हमारे संवाददाता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से जय प्रकाश साव से हुई। जय प्रकाश बताते है कि पानी का पाइप फट गया है। पानी बह जाता है लोगों को पानी मिलता नहीं है। छह - सात महीना से पानी नहीं मिल रहा है। इधर उधर से पानी माँग कर काम चला रहे है
बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड के दिहिरा पंचायत के वार्ड नंबर 8 से हमारे संवाददाता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से दीपू कुमार से हुई। दीपू बताते है कि गली में पानी का पाइप फटा हुआ है जिस कारण पानी बह रहा है । दो तीन सालों से यह समस्या है।
बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड के दिहिरा पंचायत के वार्ड नंबर 8 से हमारे संवाददाता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से रोहित कुमार से हुई। रोहित बताते है कि पानी का कनेक्शन तो लगा है पर पाइप लीकेज के कारण पानी ऊपर नहीं चढ़ रहा है। घर तक पानी नहीं पहुँच रहा है
बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड के दिहिरा पंचायत के वार्ड नंबर 8 से नितीश कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि नल जल की समस्या है। काफी दिनों से पानी नहीं आ रहा है। जब से नल जल लगा है तब से पानी नहीं मिल रहा है।
बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला से हमारे श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि पानी को साफ़ करने के कई तरीके है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि पानी कितना गन्दा है और किस उपयोग के लिए चाहिए।पानी को दस से पंद्रह मिनट उबलने से बैक्टीरिया मर जाते है। मोठे कपड़े या मलमल के कपड़े से पानी छान कर मोटे कण छान सकते है। फिटकिरी डाल कर पानी को हिला देने से गन्दगी निचे जम जाता है और ऊपर का पानी साफ़ हो जाता है।आधुनिक तरीके से भी पानी को साफ़ किया जा सकता है जैसे कैंडल मिटटी का फ़िल्टर ,आरओ आदि। पानी में क्लोरीन टेबलेट या ब्लीचिंग डाल कर पानी साफ़ कर सकते है। पीने के लिए स्वच्छ पानी और फ़िल्टर किया हुआ पानी का ही इस्तेमाल करना चाहिए
बिहार राज्य के अरवल ज़िला से हमारे श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि इनके क्षेत्र में न तो टेंकर की सुविधा है न ही सप्लाई पानी की सुविधा न ही नल जल की सुविधा है। नल जल योजना के तहत जो घर में नल की सुविधा लगा था वहाँ भी पानी नहीं आता है। पानी का कोई भी जाँच नहीं हो पाता है। लोग चापानल का पानी पीते है
बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड के ग्राम कोरी से नीरज कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि हाथ अच्छे से धोना एक अच्छा तरीका है जिससे हम कई कीटाणु और वायरस से बच सकते है। हाथ के द्वारा हमारे शरीर में कई संक्रमण जाते है और बीमारी का रूप ले लेते है।गंदे हाथों से बच्चों में फ्लू ,दस्त आदि की समस्या हो सकती है। हाथ धोना व्यक्तिगत स्वच्छता का पहला और स्वच्छ कदम है जो समाज को भी स्वच्छ बनाता है। बाहर से घर आने पर हाथ धोना चाहिए ,जानवरों को छूने के बाद हाथ धोना चाहिए,बीमार व्यक्ति की देखभाल के बाद हाथ धोना चाहिए ,इस तरह कई कार्य करने के बाद हाथ धोना चाहिए। साथ ही नल जल की सुविधा के लिए शुल्क देना ज़रूरी है। ऐसा इसलिए ज़रूरी है क्योंकि जल स्रोतों और पानी लाइन की मरम्मत या पाइप में लीकेज या ख़राबी जो भी आती है उसे ठीक करने में पैसे की ज़रुरत पड़ती है। जल को फ़िल्टर करना ,ट्रीटमेंट करने और घरों तक पहुँचाने में संसाधन और श्रमिक दोनों लगते है। अगर लोग शुल्क देंगे तो योजना लम्बे समय तक टिक सकती है और सब को निरंतर पानी मिलता रहेगा। जब लोग शुल्क देते है तो वे इस सुविधा को गंभीरता से लेते है और जल का दुरूपयोग नहीं करते है