आज दिन रविवार को 124 वे संस्करण मन की बात कार्यक्रम को टेलीविजन के माध्यम से विधानसभा प्रभारी श्री लखन कुमार वर्मा जी ने अपने विधानसभा क्षेत्र चौरई के बिछुआ मंडल के ग्राम पिपरिया कला बूथ क्रमांक 190, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की मन की बात रेडियो कार्यक्रम को सुना। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री जी ने अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की प्रशंसा, ओलंपियाड में पदक जीतने वाले छात्रों को बधाई, स्वतंत्रता आंदोलन में अमर बलिदानियों का स्मरण और विभाजन विभीषिका दिवस की घोषणा की बात कही।

खरीफ सीजन के दौरान किसानों को समय पर उर्वरक उपलब्ध कराने के उद्देश्य से छिंदवाड़ा जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है। बीते दो दिनों में इफको एवं आईपीएल कंपनियों की दो रेक के माध्यम से 4100 मीट्रिक टन यूरिया जिले में पहुंच चुका है। इस खाद का वितरण मार्कफेड गोदामों, प्राथमिक सहकारी समितियों एवं चिन्हित निजी विक्रेताओं के माध्यम से किया जा रहा है।सोमवार से जिले में तेज़ गति से यूरिया वितरण प्रारंभ किया जाएगा। साथ ही ब्रह्मपुत्र और चंबल कंपनियों की दो और रेकें छिंदवाड़ा पहुंच चुकी हैं, जिनसे अगले एक-दो दिनों में अतिरिक्त 3000 मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति की जाएगी।

मप्र शासन की निशुल्क साईकिल वितरण योजना के तहत नगर स्थित शास सांदीपनि बालक माध्य शाला के साइकिल वितरण कार्यक्रम में भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष विधायक पं रमेश दुबे जी शामिल हुए ।पूर्व विधायक श्री दुबे ने नपा अध्यक्ष पूर्णिमा शरद जैन, नपा उपाध्यक्ष सिरपत नायक, नपा सभापति महेंद्र वर्मा, पार्षद अर्जुन रघुवंशी समेत भाजपा नेताओं द्वारा शाला अंतर्गत कक्षा 6-8 वीं के 34 छात्र छात्राओं को साइकिल प्रदान की गई ।पूर्व विधायक श्री दुबे ने विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते कहा कि सरकार की यह योजना विद्यार्थियों के हित और शिक्षा को बढ़ावा देने की है योजना से विद्यार्थियों को सीधा लाभ मिल रहा है बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर पूरे देश में अपने समाज ग्राम जिले एवं प्रदेश का नाम रोशन करे ।

मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रांताध्यक्ष शलभ भदौरिया जी के आदेशानुसार समस्त जिले भर में मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ द्वारा मजदूर दिवस के अवसर पर ज्ञापन सौंपा गया।इसी श्रृंखला में दिनांक 01 मई 2025 को मजदूर दिवस के अवसर पर 21 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ छिंदवाड़ा जिला इकाई द्वारा ज्ञापन सौंपा गया।

इस बार स्वच्छता पखवाड़ा 17 सितंबर से 2 अक्टूबर के बीच चलाया जा रहा है। इस अवसर पर स्वच्छता अभियान की दसवीं वर्षगांठ पर मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद स्वच्छता पखवाड़े का आयोजन कर रही है। छिंदवाड़ा द्वारा पूरे विकास खंडों में विभिन्न स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं । विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए सुनें ऑडियो..

सभी अतिथि शिक्षक मध्य प्रदेश सरकार के शिक्षा मंत्री द्वारा अतिथि शिक्षकों के लिए दिए गए बयान का विरोध करते हुए दिखाई देंगे। कल से विभिन्न विद्यालयों में अतिथि शिक्षक काली पट्टी पहनकर अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए सुनें ऑडियो..

राजनैतिक सिंद्धांत औऱ प्रक्रियाओं में न्याय सबसे पुरानी अवधारणाओं में से एक है, न्याय के सिद्धांत को लेकर तमाम प्रकार की बातें कहीं गई हैं, जिसे लगभग हर दार्शनिक और विद्वान ने अपने समय के अनुसार समझाया है और सभी ने इसके पक्ष में अपनी आवाज को बुलंद किया है। न्याय को लेकर वर्तमान में भी पूरी दुनिया में आज भी वही विचार हैं, कि किसी भी परिस्थिति में सबको न्याय मिलना चाहिए। इसके उलट भारत में इस समय न्याय के मूल सिद्धामत को खत्म किया जा रहा है। कारण कि यहां न्याय सभी कानूनी प्रक्रियाओं को धता को बताकर एनकाउंटक की बुल्डोजर पर सवार है, जिसमें अपरधियों की जाति और धर्म देखकर न्याय किया जाता है। क्या आपको भी लगता है कि पुलिस को इस तरह की कार्रवाइयां सही हैं और अगर सही हैं तो कितनी सही हैं। आप इस मसले पर क्या सोचते हैं हमें बताइये अपनी राय रिकॉर्ड करके, भले ही इस मुद्दे के पक्ष में हों या विपक्ष में

उत्तराखंड से प्रवीण ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि जाति धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए। दुकानों के सामने नाम नहीं लिखवाना चाहिए पर जो सरकार ने निर्देश दिया है उसका सहयोग सभी लोगों को करना चाहिए

नए नए आजाद हुए देश के प्रधानमंत्री नेहरू एक बार दिल्ली की सड़कों पर थे और जनता का हाल जान रहे थे, इसी बीच एक महिला ने आकर उनकी कॉलर पकड़ कर पूछा कि आजादी के बाद तुमको तो प्रधानमंत्री की कुर्सी मिल गई, जनता को क्या मिला, पहले की ही तरह भूखी और नंगी है। इस पर नेहरु ने जवाब दिया कि अम्मा आप देश के प्रधानमंत्री की कॉलर पकड़ पा रही हैं यह क्या है? नेहरू के इस किस्से को किस रूप में देखना है यह आप पर निर्भर करता है, बस सवाल इतना है कि क्या आज हम ऐसा सोच भी सकते हैं?

भारत में महिला श्रम शक्ति भागीदारी में हाल के वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, हालांकि वैश्विक औसत की तुलना में यह कम आधार पर है। ।स्टेट ऑफ वर्किंग इंडिया रिपोर्ट 2023 के अनुसार, भारत में महिला कार्यबल की संरचना विकसित हो रही है, जिसमें उच्च शिक्षा प्राप्त युवा महिलाओं की संख्या बढ़ रही है जो श्रम बाजार में शामिल हो रही हैं। भारत में दुनिया की सबसे बड़ी कामकाजी आयु वाली आबादी होने का अनुमान है, जो 2030 तक लगभग 70% तक पहुंच जाएगी, लेकिन कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी का वर्तमान निम्न स्तर लगातार असहनीय होता जा रहा है।तो दोस्तों, हर समस्या का समाधान होता है आप हमें बताइए कि *----- महिलाएं किन प्रकार के कार्यों में अधिकतर अपना ज्यादा समय लगाती है ? *----- महिलाओं को उच्च पदों पर पहुंचने में क्या क्या चुनौतियां आती हैं? *----- आपके अनुसार महिलाओं को कार्यस्थल पर किन प्रकार के भेदभाव का सामना करना पड़ता है? और महिलाओं को उद्यमिता और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए हमें किस तरह के प्रयास करने की ज़रूरत हैं? *----- क्या आपको भी लगता है कि समाज को इस दिशा में सोच बदलने की ज़रूरत है .?