प्राण बचाने के लिए हेलमेट पहने : अवनीश। कहा : हेलमेट नहीं लगाया तो भरना होगा 250 रुपए जुर्माना। वाहन चालक यातायात नियमों का पालन करें : एसपी। हेलमेट और सीट बेल्ट जांच मुहिम 13 से। बगैर हेलमेट वाहन चलाने वालों की 13 अक्टूबर से खैर नहीं होगी। अब हेलमेट नहीं लगाया तो 250 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। जिला में गुरुवार से हेलमेट , सीट बेल्ट , प्रदूषण , ड्राइविंग लाइसेंस , कागजात आदि की सघन जांच के लिए मुहिम प्रारंभ किया जा रहा है। सभी चौक - चौराहों पर हेलमेट और सीट बेल्ट की सघन जांच की जाएगी। जिला कलेक्टर अवनीश कुमार सिंह ने उक्त बातें समाहरणालय स्थित संवाद कक्ष में कलमबाजों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने आगे कहा कि नाबालिग अगर वाहन चलाते पकड़े गए तब उनसे 25 हजार रुपये जुर्माना वसूला जाएगा। सीट बेल्ट का उपयोग नहीं करने पर 500 रुपये का जुर्माना देना होगा। ऐसी कार्रवाई से बचना हो तो घर से निकलते समय हेलमेट पहनकर निकलें। साथ में वाहन के दस्तावेज भी रखें। इसबार हेलमेट के गुणवत्ता की भी जांच की जाएगी। हेलमेट का खोल इंजेक्शन मोल्डेड थर्मोप्लास्टिक या प्रेशर मोल्डेड थेरमोस्टेट होता है। इसे ग्लास फाइबर से मजबूती दी जाती है या फाइबर ग्लास से बना होता है। निचले बल पर पत्थर या सड़क की रगड़ या अन्य सख्त वस्तुएं सिर की हड्डी को तोड़ सकती हैं। हेलमेट का खोल ऐसी टक्कर में बल को बांट देता है , जिससे इन वस्तुओं का हेलमेट में घुसने का खतरा खत्म हो जाता है। हेलमेट पहनने से दुर्घटना के समय आपका सिर ही नहीं रीढ़ की हड्डी की भी सुरक्षा होती है। दिमाग को गंभीर चोट से बचाया जा सकता है। दोपहिया वाहन चलाते समय अगर आपने हेलमेट पहना है , तो यह आपकी आंखों के लिए भी ठीक है। यह तेज हवा , धूल - मिट्टी और कीटाणु - प्रदूषण से आंखों की रक्षा करता है। हमेशा आइएसआइ मार्क वाला हेलमेट ही खरीदना और पहनना चाहिए। भारत में ब्यूरो आफ स्टैंडर्ड बीआइएस द्वारा प्रमाणित हेलमेट का प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा डीओटी और ईसीई प्रमाणित हेलमेट का प्रयोग भी आप कर सकते हैं। उन्होंने प्रत्येक वाहन चालकों को प्राणों की रक्षा के लिए हेलमेट पहनने और सीट बेल्ट बांधने का संदेश दिया। पुलिस अधीक्षक डॉ. शौर्य सुमन ने कहा कि वाहन चालक सड़क हादसों से बचने के लिए यातायात के नियमों का पालन करें। उन्होंने हेलमेट जांच मुहिम को सफल बनाने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों को तैनात किए जाने की बात कही। डॉ. सुमन ने पूरी निष्ठा के साथ अभियान चलाए जाने का ऐलान किया। संवाददाता सम्मेलन में डीटीओ कुमार अनुज , डीएसपी मुख्यालय अभिषेक सिंह , सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी आर. के. दीपक आदि सम्बंधित जन उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि इनदिनों सड़क हादसे में वृद्धि देखी जा रही है। वाहन दुर्घटना में चालक और सवार दोनों को असमय जान गंवानी पड़ रही है या फिर वेबजह जख्मी हो रहे हैं। सड़क दुर्घटना को रोकने के लिए इस मुहिम को गति दी जाएगी।