भाजपा के कांके विधानसभा क्षेत्र के तेज तर्रार व शिक्षित और पढ़े लिखे प्रत्याशी डॉ जीतू चरण राम को कांके विधानसभा क्षेत्र से भाजपा पत्याशी बनाए जाने पर बुढ़मू एवं ठाकुरगांव मंडल के भाजपा पार्टी के कार्यकर्ताओं सहित प्रखंड के ग्रामीणों में उत्सुकता व खुशी का माहौल है।
भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन यात्रा बुढ़मू पहुंची, जिसमें बड़ी संख्या में भाजपा पार्टी के कार्यकर्ता हुए। और अपने हाथों में पार्टी के झंडे और बैनर लिए हुए कार्यकर्ताओं ने भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाए। यात्रा के दौरान स्थानीय लोगों ने पारंपरिक तरीके से परिवर्तन रथ का स्वागत किया।
नए नए आजाद हुए देश के प्रधानमंत्री नेहरू एक बार दिल्ली की सड़कों पर थे और जनता का हाल जान रहे थे, इसी बीच एक महिला ने आकर उनकी कॉलर पकड़ कर पूछा कि आजादी के बाद तुमको तो प्रधानमंत्री की कुर्सी मिल गई, जनता को क्या मिला, पहले की ही तरह भूखी और नंगी है। इस पर नेहरु ने जवाब दिया कि अम्मा आप देश के प्रधानमंत्री की कॉलर पकड़ पा रही हैं यह क्या है? नेहरू के इस किस्से को किस रूप में देखना है यह आप पर निर्भर करता है, बस सवाल इतना है कि क्या आज हम ऐसा सोच भी सकते हैं?
समाज कि लड़ाई लड़ने वाले लोगों के आदर्श कितने खोखले और सतही हैं, कि जिसे बनाने में उनकी सालों की मेहनत लगी होती है, उसे यह लोग छोटे से फाएदे के लिए कैसे खत्म करते हैं। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब कोई प्रभावशाली व्यक्ति ने इस तरह काम किया हो, नेताओं द्वारा तो अक्सर ही यह किया जाता रहा है। हरियाणा के ऐसे ही एक नेता के लिए ‘आया राम गया राम का’ जुमला तक बन चुका है। दोस्तों आप इस मसले पर क्या सोचते हैं? आपको क्या लगता है कि हमें अपने हक की लड़ाई कैसे लड़नी चाहिए, क्या इसके लिए किसी की जरूरत है जो रास्ता दिखाने का काम करे? आप इस तरह की घटनाओं को किस तरह से देखते हैं, इस मसले पर आप क्या सोचते हैं?
भारतीय संविधान किसी के आर्टिकल 14 से लेकर आर्टिकल 21 तक समानता की बात कही है, इस समानता धार्मिक आर्थिक राजनीतिक और अवसर की समानता का जिक्र किया गया है। इस समानता किसी प्रकार की जगह नहीं है और किसी को भी धर्म, जाति और समंप्रदाय के आधार पर कोई भेद नहीं किये जाने का भी वादा किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार के हालिया फैसले में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि वह धर्म की पहचान के आधार भेदभाव पैदा करने की कोशिश है।दोस्तों आप इस मसले पर क्या सोचते हैं? क्या आप सरकार के फैसले के साथ हैं या फिर इसके खिलाफ, जो भी हो इस मसले पर आपकी क्या राय है? आप इस मसले पर जो भी सोचते हैं अपनी राय रिकॉर्ड करें
मोटाभाई ने महज एक शादी में जितना खर्च किया है, वह उनकी दौलत 118 बिलियन डॉलर का 0.27 है। जबकि उनकी दौलत कृषि संकट से जूझ रहे देश का केंद्रीय बजट का 7.5 प्रतिशत से भी कम है। जिस मीडिया की जिम्मेदारी थी कि वह लोगों को सच बताएगा बिना किसी का पक्ष लिए, क्या यह वही सच है? अगर हां तो फिर इसके आगे कोई सवाल ही नहीं बनता और अगर यह सच नहीं तो फिर मीडिया द्वारा महज एक शादी को देश का अचीवमेंट बताना शुद्ध रूप से मुनाफे से जुड़ा मसला है जो विज्ञापन के रुप में आम लोगों के सामने आता है। क्योंकि मीडिया का लगभग पचास प्रतिशत हिस्सा तो मोटाभाई का खुद का है और जो नहीं है वह विज्ञापन के लिए हो जाता है "कर लो दुनिया मुट्ठी में” की तर्ज पर। दोस्तों, इस मुद्दे पर आप क्या सोचते है ?अपनी राय रिकॉर्ड करें मोबाईलवाणी पर, अपने फोन से तीन नंबर का बटन दबाकर या फिर मोबाईल का एप डाउनलोड करके।
दोस्तों इस तरह के बाबाओं द्वारा चलाई जा रही धर्म की दुकानों पर आपका क्या मानना है, क्या आपको भी लगता है कि इन पर रोक लगाई जानी चाहिए या फिर इनको ऐसे ही चलते ही रहने देना चाहिए? या फिर हर धर्म और संप्रदाय के प्रमुखों द्वारा धर्म के वास्तविक उद्देश्यों का प्रचार प्रसार कर अंधविश्वास में पड़े लोगों को धर्म का वास्तविक मर्म समझाना चाहिए। जो भी आप इस मसले पर क्या सोचते हैं अपनी राय रिकॉर्ड करें ग्रामवाणी पर
झारखण्ड राज्य के जिला रांची के चान्हो प्रखंड के बरहे गांव निवासी तपेश्वर गोप को राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा रांची जिला ग्रामीण का अध्यक्ष बनाया गया है। प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता ने तपेश्वर गोप को मनोनीत किया है। श्री गुप्ता ने कहा कि तपेश्वर गोप ओबीसी समुदाय के हितों के प्रति समर्पण रहते हैं,और ओबीसी समुदाय के लिए हमेशा काम करने की उन्हे लालसा है। इसलिए इन्हें रांची जिला ग्रामीण के अध्यक्ष पद की दायित्व दी जा रही है। उन्होंने बताया कि उन्हें निर्देशित किया गया है कि वे 15 दिनों में कमेटी का पुनर्गठन कर लें। वही तपेश्वर गोप को अध्यक्ष मनोनीत किए जाने पर रांची जिले के लोगों ने हर्ष व्यक्त किया है। और उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामना भी दी है। बधाई देने वालों में अनिल कुमार साहु, नारायण साहू, सरजू प्रसाद, अविनाश कुमार,सुरेश गोप,बुलू गोप,आशीष गोप, लखन गोप, केदार गोप, अर्जून गोप, नरेन्द्र कुमार यादव, सतीश कुमार साहु, राजेश गोप, रामबिलास गोप, राजेश यादव, रामेश्वर गोप, जगरनाथ यादव, दिगम्बर यादव, अजय यादव, जावेद अख्तर, मौलाना कलाम , एनामूल अंसारी, मुकेश यादव, राजु प्रजापति, पीताम्बर प्रजापति, बिहारी प्रजापति, रवि ठाकुर, दिलीप कुमार ठाकुर, कालीचरण ठाकुर, सहित कई लोगों ने ग्रामीण जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर बधाई दी है।
दोस्तों नई सरकार का गठन हो गया है। ऐसे में सरकार से आपकी क्या अपेक्षाए हैं, क्या आपको भी लगता है कि लोकतंत्र के संस्थानों के उनके नियमों के अनुसार ही काम करना चाहिए या सरकार का रुख ठीक है कि वह चुनकर सत्ता में आए हैं, तो अब उनकी मर्जी है कि वे कैसे चलाते हैं। इस मसले पर अपनी राय रिकॉर्ड करें मोबाईलवाणी पर
भारत में जहां 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव हो रहे हैं। इन चुनावों में एक तरफ राजनीतिक दल हैं जो सत्ता में आने के लिए मतदाताओं से उनका जीवन बेहतर बनाने के तमाम वादे कर रहे हैं, दूसरी तरफ मतदाता हैं जिनसे पूछा ही नहीं जा रहा है कि वास्तव में उन्हें क्या चाहिए। राजनीतिक दलों ने भले ही मतदाताओं को उनके हाल पर छोड़ दिया हो लेकिन अलग-अलग समुदायो से आने वाले महिला समूहों ने गांव, जिला और राज्य स्तर पर चुनाव में भाग ले रहे राजनीतिर दलों के साथ साझा करने के लिए घोषणापत्र तैयार किया है। इन समूहों में घुमंतू जनजातियों की महिलाओं से लेकर गन्ना काटने वालों सहित, छोटे सामाजिक और श्रमिक समूह मौजूदा चुनाव लड़ रहे राजनेताओं और पार्टियों के सामने अपनी मांगों का घोषणा पत्र पेश कर रहे हैं। क्या है उनकी मांगे ? जानने के लिए इस ऑडियो को सुने