रामनवमी पूजा में किसी प्रकार की व्यवधान उत्पन्न ना हो इसे लेकर पूरी तैयारी की गई है। संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन से निगरानी करने की योजना बनाई गई है। प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा अचौक निरीक्षण कर तैयारी की जानकारी भी ली जा रही है। लातेहार डीसी गरिमा सिंह के द्वारा जिला मुख्यालय के अलावा आसपास के कई इलाकों का निरीक्षण कर रामनवमी के जुलूस के रूट और सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली गई। लातेहार जिले में सभी थाना क्षेत्र में शांति समिति की बैठक की जा रही है, शांति समिति में आने वाले मुद्दों पर प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस अधिकारी त्वरित कार्रवाई भी कर रहे हैं लातेहार जिले के सभी चौक चौराहों पर पुलिस की तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। लातेहार एसपी के निर्देश पर जिला मुख्यालय के सभी चौक चौराहों पर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा पूर्व में जिन स्थानों पर विवाद हुआ है, या विवाद होने की संभावना है उन स्थानों पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है, लातेहार जिला मुख्यालय में रामनवमी के जुलूस का रूट चार्ट तैयार है जिला मुख्यालय स्थित थाना चौक मुख्य अखाड़ा में रामनवमी जुलूस का शुभारंभ किया जाएगा। जिला मुख्यालय स्थित थाना चौक मुख्य अखाड़ा में रामनवमी जुलूस का शुभारंभ किया जाएगा।आसपास ग्रामीण क्षेत्र के सभी अखाड़ों के जुलूस इकट्ठा होंगे सभी अखाड़ों के आगमन के बाद एक साथ थाना चौक से लेकर प्रखंड कार्यालय तक और फिर प्रखंड कार्यालय से वापस बाजारटांड़ तक रामनवमी की जुलूस निकाली जाएगी। बाजार टांड़ में रात्रि में कला प्रदर्शन के बाद कार्यालय से वापस बाजारटांड़ तक रामनवमी की जुलूस निकाली जाएगी। बाजारटांड़ में रात्रि में कला प्रदर्शन के बाद पुरस्कार वितरण किया जाएगा और कार्यक्रम का समापन होगा। इस दौरान शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर संघ समुदायों के द्वारा रामनवमी जुलूस का स्वागत किया जाएगा। रामनवमी के दिन दोपहर 2:00 के बाद बिजली बाधित कर दी जाएगी। रात में कार्यक्रम के समापन के बाद बिजली सेवा बहाल की जाएगी।

झारखण्ड राज्य के रांची से जयवीर यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं की अन्न को बर्बाद नहीं करना चाहिए अधिक जानकारी के ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

झारखण्ड राज्य के रांची से जयवीर यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं की गर्मी के दिन में अधिक से अधिक पानी का सेवन करना चहिये अधिक जानकारी के ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

झारखण्ड राज्य के रांची से जयवीर यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं की बुढ़मू प्रखंड में यज्ञ का किया जा रहा है आयोजन क्षेत्र में भाईचारा और शांति रहेगी कायम अधिक जानकारी के ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

झारखण्ड राज्य के रांची से जयवीर यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है की आज भीमराव आंबेडकर का जन्मदिन मनाया गया माल्यार्पण करके किया गया याद अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

झारखण्ड राज्य के रांची से सुशांत पाठक मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं की एनसीईआरटी ने किताब में तीन जगह बदलाव का फैसला लिया है, जहां पर 6 दिसंबर 1992 को बाबरी ढांचे के विध्वंस का जिक्र किया गया था। इसकी बजाय राम मंदिर आंदोलन को विस्तार से पढ़ाया जाएगा 12वीं क्लास के बच्चे अब राजनीति शास्त्र की किताबों में बाबरी ढांचे के विध्वंस को नहीं पढ़ेंगे। एनसीईआरटी ने किताब में तीन जगह बदलाव का फैसला लिया है. जहां पर 6 दिसंबर 1992 को बाबरी ढांचे के विध्वंस का जिक्र था। वहां राम मंदिर आंदोलन को विस्तार से पढ़ाया जाएगा इसके अलावा किन आधारों पर सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर को लेकर फैसला दिया यह भी पढ़ाया जाएगा। अगले महीने यानी मई से जो नई किताब आएगी, उसमें यह बदलाव दिखेंगे। एनसीईआरटी ने 2024 - 25 के लिए ये बदलाव किए हैं। सीबीएसई बोर्ड को इसकी जानकारी दी गई है। केंद्र सरकार को स्कूली शिक्षा पर सलाह देने वाली और सिलेबस तैयार करने वाली संस्था एनसीईआरटी समय-समय पर किताबों में बदलाव भी करती रहती है। हर साल करीब 4 करोड़ छात्र एनसीईआरटी की स्कूल की किताबें पढ़ते हैं। एनसीईआरटी ने चैप्टर 8 में यह बदलाव किया है, जिसका शीर्षक है भारत में आजादी के बाद राजनीति। राजनीति शास्त्र की किताबों में इस चैप्टर को 2006 - 07 से शामिल किया गया है। इसमें भारत के राजनीति की उन 5 अहम घटनाओं का जिक्र किया गया है, जो आजादी के बाद घटित हुई। इनमें से एक अयोध्या आंदोलन होगा। इसके अलावा जिन 4 अन्य घटनाओं का जिक्र किया गया है, उनमें 1989 में हार के बाद से कांग्रेस का पतन। 1990 में मंडल आयोग का लागू होना। 1991 में आर्थिक सुधारो की शुरुआत होना और उसी साल राजीव गांधी की हत्या होना। इन 5 अहम घटनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला गया है। इसके अलावा अलग-अलग सरकारों के मुख्य कामों का भी जिक्र है। अब तक अयोध्या का जिक्र जिन तीन पन्नों में था, जिनमें 1986 में ताला खुलने और बाबरी ढांचे के ध्वंस का जिक्र था। इसके अलावा 6 दिसंबर 1992 की घटना के बाद भाजपा शासित राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगने और सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं का जिक्र किया गया था। इस चैप्टर में बाबरी ढांचे के विध्वंस के बाद भारत में सेकुलरिज्म को लेकर छिड़ी नई बहस का भी जिक्र किया गया था। अब तक नई संशोधित पुस्तक नहीं आई है, लेकिन एनसीईआरटी ने बताया है की नई पुस्तक में बदलाव किए गए हैं। एनसीईआरटी ने अपनी वेबसाइट में बताया है, राजनीति में नई परिघटनाओं के आधार पर सामग्री बदली गई है। खास तौर पर अयोध्या मामले को लेकर बड़े बदलाव किए गए हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच ने फैसला दिया है, जिसका सभी वर्गों ने स्वागत किया है।

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ अशोक झा ऑर्गेनिक बीज उपचार विधि के बारे में जानकारी दे रहे हैं। सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

बुढ़मू : बुढ़मू प्रखंड क्षेत्र के मुरुपीरी गांव में बजरंग बली मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ,13 अप्रैल शनिवार को बजरंग बली मंदिर में कलश यात्रा निकाला गया। कलश यात्रा में आसपास गांव के लगभग हजारों भक्त लोग शामिल हुए। और कलश यात्रा में भक्त लोग कलश लेकर मुरुपीरी गांव का भ्रमण करते हुए मुरुपीरी गांव के शिव मंदिर का परिक्रमा किया। इस दौरान कलश यात्रा में संजय सेठ, भैरव सिंह, पूर्व विधायक डॉक्टर जीतूचरण राम, मनोज कुमार साहू, जगजीवन महतो एवं यादव समाज के रांची जिला अध्यक्ष तापेश्वर यादव सहित कई गणमान्य लोग शामिल हुए। वही 14 अप्रैल रविवार को वेदी पूजन और 15 अप्रैल सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया है। बजरंग बली मंदिर के कलश यात्रा एवं प्राण प्रतिष्ठा के सफल आयोजन में कमेटी के लोगों एवं ग्रामीणों द्वारा भूमिका निभाया जा रहा है।

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में।

आज का दिन है बड़ा महान बनकर सूरज चमका इक इंसान कर गए सबके भले का ऐसा काम बना गए हमारे देश का संविधान जी हाँ दोस्तों,न्यायविद, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक के रूप में पहचाने जाने वालें बाबा साहेब डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल को मनाई जाती है। डॉ. बी.आर. अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था. बाबासाहेब संविधान निर्माता और आजाद भारत के पहले कानून मंत्री भी थें. देश में उनके योगदान को देखते हुए हर साल उनके जन्मदिन को अंबेडकर जयंती के रूप में मनाया जाता है बाबासाहेब अंबेडकर को भारतीय संविधान का जनक कहा जाता है क्योंकि उन्होंने भारत की स्वतंत्रता के बाद देश के संविधान का निर्माण किया। यह संविधान एक लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष देश के रूप में भारत की नींव रखता है। बाबासाहेब अंबेडकर एक महान शिक्षाविद, अर्थशास्त्री, समाज सुधारक और राजनीतिक नेता भी थे जिन्होंने अछूतों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया और उन्हें भारतीय समाज में मुख्यधारा में शामिल करने के लिए काम किया। तो आइए श्रोताओं हम सब मिल कर बाबासाहेब अंबेडकर के बनाये गए संविधान का पालन करे और उनके आदर्शो पर चलने का प्रयास करे। मोबाइल वाणी के पुरे परिवार की ओर से बाबासाहेब अंबेडकर की जयंती पर उन्हें शत शत नमन अर्पित करता है।