जिला में कोरोना जांच के दौरान दो लोगो में कोरोना पॉजिटिव केस मिला है। इनमें एक आदापुर का है व दूसरा पताही का। दोनो को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। कल दोनो के परिजन का जांच के लिये सेम्पल लिया जाएगा।वहीं दो और संदिग्ध है जिनका दोबारा जांच किया जा रहा है।दोनो मोतिहारी शहर के जमला रोड के हैं। इसी के साथ जिला में अप्रैल से अब तक 16 लोगो ंमें कोरोना मिल चुका है। मिले कोरोना पॉजिटिव का कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। जिला कोरोना नोडल अधिकारी डॉ सुनील ने बताया कि दोनों पॉजिटिव के परिजन का जांच के लिए सैंपल कल लिया जाएगा। 14 घोड़ासहन में महिला और दो साल की बच्ची झुलसी जीतना थाना क्षेत्र के बीजबनी उत्तरी पंचायत के वार्ड संख्या-12 निवासी अर्जुन कुमार शर्मा की 38 वर्षीया पत्नी रीना देवी व उसकी दो वर्षीया पुत्री के जल कर झुलस जाने का मामला मंगलवार को देर शाम सामने आया। घटना के पीछे पारिवारिक विवाद को कारण बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार,रीना देवी को बनकटवा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में प्राथमिक चिकित्सा करने के बाद मोतिहारी सदर अस्पताल रेफर किया गया था। लेकिन दोनों घायलों का कहीं अता पता नहीं चल रहा है। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। इधर पीड़िता रीना देवी के पिता सीतामढ़ी निवासी रामप्रवेश शर्मा ने पुलिस को दिये आवेदन में बताया है कि उनकी पुत्री की शादी करीब 20 वर्ष पहले हुई थी। शादी के बाद से ही उसे ससुराल वालों के द्वारा प्रताड़ित किया जाने लगा। इस क्रम में 12 वर्षों तक मुकदमेबाजी के बाद वर्ष 2017 से रीना देवी ससुराल में आ कर रहने लगी थी। मंगलवार को उन्हें उनके बेटी को जला कर मार देने की सूचना मिली।
कोविड संक्रमण से दो मौत,लगातार मिल रहे संक्रमित के साथ ही पांचवीं लहर की आशंका को देखते हुए नेपाल सरकार के निर्देश पर वीरगंज बॉर्डर पर जांच व सतर्कता बढा दी गई है। भारत -नेपाल के प्रमुख प्रवेश द्वार वीरगंज के शंकराचार्य गेट के पास इनरवा पुलिस चौकी क्षेत्र में स्थापित हेल्थ डेस्क द्वारा रक्सौल होते नेपाल प्रवेश करने वाले भारतीयों व विदेशियों समेत वैसे नेपाली नागरिकों की कोविड जांच की जा रही है,जो कोविड के लक्षण युक्त या संदिग्ध होते हैं।मिली जानकारी के मुताबिक,हेल्थ डेस्क की जांच में दो कोविड संक्रमित मिले हैं,जिससे एक बार फिर हड़कंप मच गया है।बताया गया कि दोनो संक्रमित भारतीय हैं। वे पश्चिम बंगाल के हैं और बस से काठमांडू टूर पर जा रहे थे। इसमें कोई 20 की संख्या में कॉलेज की युवतियां शामिल थीं,जिसमे दो युवतियों की जांच में कोविड संक्रमित पाए गए। दोनो संक्रमित युवतियों को भारत वापस लौटा दिया गया।
कोविड संक्रमण को लेकर रक्सौल बॉर्डर रिस्क जोन में दिख रहा है। चौथी लहर में यहां असर नहीं दिखा था।लेकिन,इस बार केस बढ़ता दिख रहा है। अनुमंडल के छोड़ादानो प्रखंड में दो संक्रमित मिलने के बाद अब रक्सौल में कोविड संक्रमण का मामला सामने आया है। जिसमें आरटीपीसीआर कोविड जांच में एक की पुष्टि गुरुवार को हुई। जबकि, इसके अलावे एक युवक में भी संक्रमण का मामला एंटीजन टेस्ट में आया है। जिसे आरटीपीसीआर का सेंपल लेकर कॉनफरमेटरी जांच के लिए मोतिहारी भेजा गया है। रक्सौल अनुमंडल में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में है। कोविड जांच बढ़ाने के साथ ही अस्पताल को कोविड इलाज को ले कर मुस्तैद रहने को कहा गया है। वहीं, जिला प्रशासन भी इसको ले कर गंभीर दिख रही है। इस कड़ी में जिलाधिकारी ने शनिवार को मोतिहारी में एक बैठक आयोजित की है,जिसमें रक्सौल के अनुमंडल उपाधीक्षक समेत अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों को भी बुलाया गया है।
जिले में कोरोना का कोहराम शुरू हो गया है। कोरोना केस की बढ़ती संख्या से स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में आ गया है। सीएस ने अधिक से अधिक लोगों की कोरोना जांच का निर्देश दिया है। बताया जाता है कि चार दिनों में चार कोरोना पॉजिटिव केस मिला है। पहला और दूसरा केस छौड़ादानो में मिला। दोनों व्यक्ति केरल राज्य से आये थे। तीसरा केस सदर अस्पताल में पारा मेडिकल की ट्रेनिंग लेने आये एक छात्र में मिला। वह कश्मीर से आया था। सभी को बुखार व सर्दी हुई थी। जांच में कोरोना निकला। मगर शुक्रवार को जो कोरोना पॉजिटिव का केस मिला वह चांदमारी का है। इसका केस हिस्ट्री दूसरे राज्य से आने का नहीं है। उसे तीन दिनों से बुखार था। डाक्टर से दिखाया तो कोरोना पॉजिटिव निकला है। मेडिकल टीम ने इस व्यक्ति के केस हिस्ट्री की जानकारी ली है। इसके परिजनों का सैम्पल शनिवार को लिया जाएगा। साथ उस व्यक्ति का जिसके साथ उठना बैठना हुआ है उन सबों का सैम्पल जांच के लिये लिया जाएगा। जानकारी सीएस डॉ अंजनी कुमार ने दी। उन्होंने जांच टीम को अधिक से अधिक लोगों की कोरोना का जांच करने का निर्देश दिया है। साथ ही लोगो से अपील किया है कि मास्क लगाएं व दूरी बनाकर रहें। क्योकि कोरोना बढ़ रहा है। बताया कि कोरोना से खुद बचें और दूसरे को भी बचाएं।
बिहार राज्य के जिला मुंगेर से बिपिन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि मुंगेर में 20 जून से लगातार ऑनलाइन एप्लीकेशन पर रैपिड एंटीजन टेस्ट, ट्रूनेट टेस्ट और आरटीपीसीआर टेस्ट की दैनिक रिपोर्ट अपलोड की जा रही है। इससे संबंधित एक चिट्ठी 18 जून को राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने सभी जिला के सिविल सर्जन को जारी की थी। इसके साथ ही 20 जून से इस प्रकिया को लागू करने के लिए विगत 19 जून को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्य में लगे स्वास्थ्य कर्मियों को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी गई थी ।मुंगेर के सिविल सर्जन डॉ. हरेन्द्र आलोक ने बताया कि रैपिड एंटीजन टेस्ट, ट्रूनेट टेस्ट, आरटीपीसीआर टेस्ट से संबंधित डेली रिपोर्ट राज्य के सभी जिला एवं चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल से प्राप्त करने के लिए एक ऑनलाइन एप्लीकेशन विकसित किया गया है। इस एप्लीकेशन को राज्य स्वास्थ्य समिति के वेबसाइट के होम पेज पर मौजूद लिंक डेली रिपोर्टिंग ऑफ रैपिड एंटीजन, ट्रूनेट,आरटीपीसीआर को क्लिक कर संजीवनी प्रणाली के अंतर्गत जिला स्तर पर उपलब्ध कराए गए। उन्होंने बताया कि 20 जून से लगातार मुंगेर के अनुश्रवण और मूल्यांकन पदाधिकारी ऑनलाइन सभी सूचनाएं 11 बजे तक अपलोड कर देते हैं। इसके साथ ही उक्त ऑनलाइन एप्लिकेशन के माध्यम से सिविल सर्जन, डीपीएम और जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी का हस्ताक्षर की गई रिपोर्ट प्रतिदिन 11.30 बजे तक अपलोड की जा रही है।
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साथियों, संक्रमण फैल रहा है और हमें पहले से ज्यादा सतर्कता की आवश्यकता है. इसके साथ ही जरूरी है कि जल्द से जल्द कोरोना बचाव का टीका लगवा लिया जाए. हम आपसे जानना चाहते हैं कि क्या आपने अब तक कोरोना बचाव वैक्सीन लगवाई है? क्या आपको भी टीकाकरण के पंजीयन में परेशानी आ रही है, जैसे ओटीपी ना आना या फिर सर्वर डाउन होना? क्या आपके क्षेत्र में मोबाइल—इंटरनेट के अलावा पंजीयन का कोई और तरीका है? टीकाकरण अभियान से संबंधित अगर कोई भी परेशानी आ रही है तो उसे मोबाइलवाणी पर रिकॉर्ड करें. हमारे वॉलिंटियर आप तक मदद पहुंचाने का प्रयास करेंगे. अपनी बात हम तक पहुंचाने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.
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कोरोना के बढ़ते संक्रमण और उसके जांच से संबंधित कार्यवाई हेतु आईसीएमआर के द्वारा स्वदेशी तकनीक से निर्मित एलिसा टेक्नोलॉजी से रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट को मंजूरी मिल गयी है। जिसे स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोविड कार्य में लगे जिले के फ्रंट लाइन वर्कर्स, हेल्थकेयर वर्कर्स के साथ सरकारी कार्यालयों के कर्मी, बैंक एवं अन्य सार्वजनिक सेवाओं के कर्मियों की जांच की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के इस आदेश पर मुजफ्फरपुर के लिए 200 किट प्रदान किए गये हैं। इस जांच को पटना के आरएमआरआई में किया जाएगा। इस संबंध में आईसीएमआर ने कहा है कि ज्यादा खतरे वाले इलाके, कंटेनमेंट जोन और फ्रंटलाइन वर्कर्स और स्वास्थ्य कर्मचारियों पर ही इस किट का इस्तेमाल किया जाएगा। ऑडियो पर क्लिक कर पूरी जानकारी सुनें।
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