मोतिहारी डीएम की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला टास्कफोर्स धान खरीद कार्य प्रगति की समीक्षा बैठक मंगलवार को की गई। डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने डीसीओ को निर्देश देते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा किसानों का ऑनलाइन निबंधन सुनिश्चित करें। लक्ष्य के अनुसार धान अधिप्राप्ति सुनिश्चित करें। डीसीओ ने बताया कि राइस मिलों से एकरार नामित समितियों को लॉट के समतुल्य गन्नी बैग उपलब्ध कराने का निर्देश दिया जा चुका है। समितियों का राइस मिल के साथ टैगिंग शीघ्र सुनिश्चित कराने के लिए उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश दिए । जिले में 2 लाख 51 हजार मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य है। धान खरीद की अंतिम तिथि 15 फरवरी तक निर्धारित है। जिला में उसना 10 व पैक्स के अरवा 28 राइस मिल हैं जिसमें 8 उसना राइस मिलों व 28 पैक्स अरवा राइस मिल से समितियों का टैगिंग कर दिया गया है। सहकारिता पोर्टल पर निबंधित किसानों की संख्या 33011 है। चयनित समितियों को दिए गए लक्ष्य का 70 प्रतिशत कैश क्रेडिट उपलब्ध करा दिया गया है। 378 पैक्स व 09 व्यापार मंडल का अधिप्राप्ति के लिए चयन कर लिया गया है। जिले के 16 हजार 490 किसानों से 154539 मीट्रिक टन धान की खरीद की गयी है। जिसमें12647 किसानों को 24735 लाख रुपये का भुगतान किया गया है। बताया कि 1134 लॉट सीएमआर एसएफसी में जमा हो चुका है। डीडीसी समीर सौरभ, अनुमंडल पदाधिकारी सदर श्रेष्ठ अनुपम,डीसीओ आरएन पांडेय, डीएम एसएफसी जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, ओएसडी गौरव कुमार, डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार, प्रबंधक सहकारिता बैंक राजेश कुमार, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।

कांग्रेस पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा मंगलवार को केसरिया पहुंची। जहां कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पितांबर चौक पर पद यात्रियों का स्वागत किया। नेतृत्व कर रहे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह को कार्यकर्ताओं ने फूल-माला से लाद दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व सांसद स्वर्गीय पितांबर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद कहा कि चंपारण की इसी धरती से महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के विरुद्ध आंदोलन का बिगुल फूंका था। अब चंपारण वासियों ने केन्द्र की भाजपा सरकार को सत्ता से हटाने का संकल्प ले लिया है और इसकी शुरुआत जिले वासियों ने भाजपा समर्थक जिला परिषद् अध्यक्ष पद के प्रत्याशी को हराकर कर दिया है।एमएलसी और मेयर चुनाव में भाजपा को शिकस्त देने के लिए चंपारण वासियों को उन्होंने धन्यवाद दिया। डॉ सिंह ने कहा कि कांग्रेस की यह यात्रा बिहार और देश की राजनीति में मील का पत्थर साबित होगी। जनसभा की समाप्ति के बाद हजारों कार्यकर्ताओं के साथ नफरत छोड़ो भारत जोड़ो के नारे के साथ सभी पदयात्री विश्वप्रसिद्ध बौद्ध स्तूप होते हुए मुजफ्फरपुर जिले की सीमा में प्रवेश कर गये।

पोस्ट आफिस रोड स्थित एक ट्रांसपोर्ट के आगे मंगलवार आक्रोशित लोगों ने शव को रखकर प्रदर्शन किया। लोग उक्त ट्रांसपोर्ट मालिक से मुआवजे की मांग कर रहे थे। मृतक कपिलेश्वर कुमार (32)कल्याणपुर के नरदरवा का निवासी तथा पेशे से चालक था । घटना के संबंध में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि मृतक चकिया के मोतिहारी रोड स्थित एक व्यवसाई के यहां चालक का काम करता था। सोमवार की रात मुजफ्फरपुर जाने के क्रम में उसके पिकअप का टायर पानापुर के पास पंक्चर हो गया।पंक्चर बनाने उतरा कपिलेश्वर पीछे से आ रहे ट्रांसपोर्ट के वाहन की चपेट में आ गया। जिस कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई।घटना के समय उक्त व्यवसाई भी अपने पिकअप पर सवार था।पानापुर पुलिस ने सूचना पर कार्रवाई करते हुए उक्त ट्रांसपोर्ट वाहन को जब्त कर लिया।मंगलवार पोस्टमार्टम के उपरांत मृतक के परिजनों ने शव को उक्त ट्रांसपोर्ट के दरवाजे पर रख प्रदर्शन किया।आक्रोशित लोगों ने चकिया-केसरिया रोड पर आगजनी कर उसे जाम कर दिया।प्रदर्शन कर रहे लोग ट्रांसपोर्ट के मालिक से मुआवजे की मांग कर रहे थे।विधि व्यवस्था पर नियंत्रण के लिए मौके पर चकिया थाना पुलिस पहुंची।जहां एसआई संदीप कुमार ने लोगों को समझाने का प्रयास किया।

दो वर्षों के अथक प्रयास से उत्कृष्ट पशु प्रजनन केंद्र के वैज्ञानिकों को आखिरकार सफलता मिली है। देसी नस्ल की गायों के विकास व संरक्षित करने के लिए जारी परियोजना के तहत भ्रूण प्रत्यारोपण से पहली बछिया को जन्म दिया है। पशु प्रजनन केंद्र के निदेशक डॉ. सुमित सिंघल के नेतृत्व में आधा दर्ज वैज्ञानिक वर्ष 21 से इस कार्य में लगे थे। कई असफलताओं को पीछे छोड़ टीम के प्रयास से 8 जनवरी को सफलता मिली। हालांकि पीपराकोठी केंद्र पर अनुकूल वातावरण युक्त प्रयोगशाला नहीं होने के कारण बछिये का जन्म डॉ. राजेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय पूसा के प्रयोगशाला में बछिये का जन्म कराया गया। डॉ. सुमित सिंघल ने बताया कि सितम्बर 21 पहली बार सफलतापूर्वक डेमोंस्ट्रेशन किया गया। जिसके अंतर्गत देसी सांड से भ्रूण को निकाला गया। व पूसा के विशिष्ट वैज्ञानिकों के टीम को दिखाया गया। जहां से हरी झंडी मिलने के बाद भ्रूण को पांच संकर नस्ल के गायों में प्रत्यारोपित किया गया। जिसमें एक गाय के मामले में असफलता मिली वहीं दूसरे ने सफलतापूर्वक बछिये को जन्म दिया। शेष तीन गायें गर्भाधान कर अभी स्वस्थ्य हैं। जिसमें भी सफलता मिलने की सौ फीसद उम्मीद जताई जा रही है। कार्य में लगे थे वैज्ञानिक: इस डेमोस्ट्रेशन में एक वर्षों से आधा दर्जन वैज्ञानिक लगे थे। जिसमें डॉ. सुमित सिंघल, डॉ.नरेंद्र कुमार, डॉ. कृष्ण मोहन कुमार, पूसा के डॉ. प्रमोद कुमार व डॉ.आरके अस्थान का नाम शामिल है। बिहार का दूसरा संस्थान बना उत्कृष्ट पशु प्रजनन केंद्र: विज्ञान के इस सफलता से पीपराकोठी के उत्कृष्ट पशु प्रजनन केंद्र बिहार का दूसरा संस्थान बन गया है। इसके पूर्व बसु पटना वेटनरी कॉलेज के वैज्ञानिकों को यह सफलता मिल चुका है। क्या है भ्रूण स्थानांतरण: डॉ.सुमित सिंघल ने बताया कि यह मल्टीपल ओव्यूलेशन और एम्ब्रियो ट्रांसफर  तकनीक के रूप में भी जाना जाता है। इसका उपयोग बेहतर मादा डेयरी जानवरों की प्रजनन दर को बढ़ाने के लिए किया जाता है। आम तौर पर, एक साल में एक गाय से एक बछड़ा या बछिया प्राप्त किया जा सकता है। लेकिन एमओईटी तकनीक के इस्तेमाल से एक गाय से एक साल में 10-20 बछड़े मिल सकते हैं। एक बढ़िया नस्ल की गाय को सुपर-ओव्यूलेशन को प्रेरित करने के लिए एफएसएच जैसी गतिविधि वाले हार्मोन दिए जाते हैं। हार्मोन के प्रभाव में, मादा सामान्य रूप से उत्पादित एक अंडे के बजाय कई अंडे देती है। एस्ट्रस के दौरान 12 घंटे के बाद पर सुपर-ओवुलेटेड मादा का 2-3 बार गर्भाधान किया जाता है और फिर विकासशील भ्रूणों को फिर से प्राप्त करने के लिए इसके गर्भाशय को गर्भाधान के बाद मध्यम 7वें दिन से फ्लश किया जाता है। एक विशेष फिल्टर में फ्लशिंग माध्यम के साथ भ्रूण एकत्र किए जाते हैं और माइक्रोस्कोप के तहत भ्रूण की गुणवत्ता का आकलन किया जाता है। अच्छी गुणवत्ता वाले भ्रूण या तो जमे हुए होते हैं और भविष्य में स्थानांतरण के लिए संरक्षित होते हैं या गर्मी की तारीख के लगभग सात दिनों के बाद प्राप्तकर्ता जानवरों में ताजा स्थानांतरित हो जाते हैं। इस प्रकार एक अच्छी नस्ल के डेयरी पशु से एक साल में कई बछड़ों का उत्पादन किया जा सकता है। बताया कि देसी नस्ल के गायों के संरक्षण के लिए केंद्र इस तकनीक पर कार्य कर रही है। क्या कहते हैं निदेशक: उत्कृष्ट पशु प्रजनन केंद्र के निदेशक डॉ. सुमित सिंघल ने कहा कि यह सामूहिक प्रसास का परिणाम है। कहा कि गोकुल मिशन एक मेगा प्रोजेक्ट है। जिसका लाभदायी परिणाम अब आने लगा है।

अब सदर अस्पताल की चिकत्सीय प्रबन्धन से लेकर व्यवस्था प्रबन्धन पर निगरानी के लिये एक समिति बनायी जायेगी। यह समिति सीएस के द्वारा गठित की जाएगी। इस प्रबन्धन समिति अस्पताल की व्यवस्था व चिकित्सक के द्वारा देखे जा रहे मरीज दवा की उपलब्धता पोर्टल के माध्यम से सरकार को देगी। बताया जाता है कि अस्पताल में और बेहतर सुधार के लिये राज्य स्वास्थ्य समिति ने कई निर्देश जारी किया है। जारी निर्देश के अनुसार मधुमेह के रोगी, प्रसूता व ब्लड प्रेशर के मरीजों को एकबार में कम से कम एक महीना का और प्रसुता को आयरन की गोली पूरी खुराक एक बार दिया जाएगा। साथ ही सरकार के द्वार देय दवा अगर किसी कारण दवा स्टोर में नहीं है तो उस दवा की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।किसी भी हालत में डाक्टर के द्वारा लिखी गयी जेनरिक दवा मरीज नहीं खरीदेगा। नहीं देने पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी गयी है। मिली जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल दवा स्टोर सहित सेंट्रल स्टोर में सरकार के द्वारा देय 112 प्रकार की दवा हर हाल में स्टॉक में रखने को कहा गया है। दवा स्टोर में मानक नियम के अनुसार दवा का भंडारण करना है ताकि दवा की गुणवत्ता पर कोई असर नहीं पड़े। इसके लिये फ्रीज, एसी सहित अन्य उपकरण रखने के लिये कहा गया है। इसके अलावा टेलीमेडिसिन को बढ़ावा देने और निर्धारित स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर दिखाने आये मरीजो का नाम पता सरकार के ई संजीवनी पोर्टल पर ऑनलाइन करने का निर्देश दिया गया है। आशा कार्यकर्ता व मोबलाइजर के मानदेय का भुगतान एक सप्ताह में करने को कहा गया है। एक साल से कई का मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है। जिसको राज्य स्वास्थ्य समिति ने गम्भीरता से लिया है। भुगतान नहीं होने पर लेख प्रबन्धक पर कार्रवाई करने के लिये सीएस से कहा गया है। सीएस ने बताया कि सरकार का निर्देश का पालन होगा।

किसानों के हितों की रक्षा के लिए वे हर कुर्बानी देने को तैयार हैं।इसके लिए सरकार से लड़ना भी पड़े तो वे पीछे नहीं हटेंगे।बिहार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह रविवार को जिले के गोरगांवा झंडा मैदान में किसान पंचायत को संबोधित कर रहे थे। पूर्व मंत्री ने कहा कि वे सड़क मार्ग से आये हैं। सुशासन पटना से चलकर गांवों में पहुंचने से पहले गुम हो जाता है। बिहार गरीब राज्य नहीं है। यहां के नेताओं ने इसे गरीब बनाया है। सुधाकर सिंह ने कहा कि आज की सरकार से बेहतर सोच अंग्रेजों की थी। बिहार में युवा शक्ति भी है। यहां की मिट्टी उपजाऊ है, पर हमारा योगदान देश के जीडीपी में कितना है, यह विचारणीय है। पूर्व मंत्री ने कहा कि बिहार के स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं, जो हैं वे पढ़ाते नहीं हैं। विद्यालयों में भवन नहीं है। महात्मा गांधी द्वारा स्थापित बुनियादी विद्यालय की भी यही दुर्दशा है। आज किसानों को खाद नहीं मिल रही है। सारा खाद तस्करी होकर नेपाल चला जाता है। पूर्व कृषि मंत्री ने किसानों से संघर्ष करने का आह्वान करते हुए कहा कि यह गांधी की कर्म भूमि है। गांधीजी के सत्याग्रह के आगे अंग्रेजों को झुकना पड़ा था। अब आपके भी जगने का समय आ गया है। उपस्थित लोगों ने भी अपनी समस्याओं को पूर्व मंत्री के समक्ष रखा। सभा को संजीव सिंह, बसंत सिंह आदि ने भी संम्बोधित किया। अध्यक्षता शंभू सिह व मंच संचालन राजेश कुमार ने किया।

देश के आर्थिक निर्माण में खेत मजदूरों की बड़ी भूमिका है, लेकिन सरकार की उपेक्षा के कारण देश में खेत मजदूरों की स्थिति अत्यंत खराब है। उक्त बातें शनिवार को बैरिया में सीपीआई के द्वारा आयोजित खेत मजदूर के अंचल सम्मेलन मे जिला मंत्री ओमप्रकाश क्रांति ने कहीं। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण खेत मजदूर का जीवन बदहाल होते जा रहा है। बेरोजगारी भ्रष्टाचार महंगाई के कारण खेत मजदूर काफी दयनीय जीवन जी रहे हैं। मनरेगा योजना में लूट एवं मशीनों का उपयोग होने से खेत मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है। जिससे बड़े पैमाने पर खेत मजदूरों का पलायन हो रहा है। सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार के कारण खेत मजदूरों को सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि इसके लिए भारत सरकार पूरी तरह जिम्मेवार है। सभी किसानों को एकजुट होकर अपने अधिकार के लिए लड़ना पड़ेगा। इनके साथ ही केदार चौधरी, ज्वालाकांत द्विवेदी, गुलाब प्रसाद, हरिशंकर साह, चंद्रिका प्रसाद, विरेंद्र राव, बबलू दुबे, अच्छेलाल चौधरी, राजेंद्र साह, पन्नालाल प्रसाद ने संबोधित किया।

जाति आधारित गणना के दूसरे चरण की तैयारी शुरू हो गयी है। अप्रैल के दूसरे सप्ताह से शुरुआत होने की संभावना है। हालांकि अभी इसके लिए कोई तारीख तय नहीं है। दूसरे चरण की गणना के अंतर्गत पहले चरण में चिह्नित किए गए सभी घरों और परिवारों की जाति के अलावा आर्थिक और सामाजिक स्थिति का भी जायजा लिया जाएगा। इसके लिए लोगों से करीब दो दर्जन प्रश्न पूछकर एक निर्धारित फॉर्मेट में भरे जायेंगे। ये सभी जानकारियां ऑनलाइन भी अपलोड की जाएंगी। ताकि आम लोग भी इसे देख सकें। दूसरे चरण के गणना कार्य के लिए 13 करोड़ से अधिक फॉर्म को छपवाने की योजना है। दो दर्जन से अधिक प्रश्नों वाले फॉर्मेट को सरकार के स्तर पर अंतिम रूप दिया जा रहा है। पहले चरण की गणना के बाद प्राप्त आंकड़ों को 9 फरवरी से वेबसाइट पर अपलोड करने का सिलसिला शुरू होगा। ये आंकड़े प्रगणक खंड या ब्लॉक के आधार पर दर्ज किए जाएंगे। यानी एक प्रगणक ने जिस क्षेत्र में मकान और परिवार को गिनने का कार्य किया है, उनके क्षेत्र या नजरी नक्शा के आधार पर दिये इलाके के आधार पर आंकड़ों को अपलोड किया जाएगा। इस तरह से डाटा अपलोड करने के कार्य को बिना किसी त्रुटि के करने के लिए आईटी प्रबंधकों से लेकर डाटा इंट्री ऑपरेटरों तक को ट्रेनिंग दी जा रही है। इस बाबत सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव ने सभी जिलों के डीएम को खासतौर से पत्र लिखा है। इसमें ट्रेनिंग से लेकर इस कार्य को सही तरीके से करने को लेकर दिशा-निर्देश दिए गये हैं। आईटी प्रबंधकों का 4 फरवरी को एक दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण हुआ। 5 एवं 6 फरवरी को आईटी प्रबंधक और डाटा इंट्री ऑपरेटरों का दो दिवसीय प्रशिक्षण एवं पोर्टल पर इंट्री का अभ्यास होगा। 8 फरवरी को प्रशिक्षण के बाद फीडबैक के आधार पर पोर्टल में जरूरी संशोधन होंगे। 9 फरवरी को पोर्टल पर लोकेशन मास्टर के आयात की कार्रवाई होगी। 9 फरवरी से पोर्टल पर डाटा इंट्री ऑपरेटर का कार्य शुरू होने के साथ ही डाटा अपलोड करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। सभी आंकड़ों को अपलोड करने के बाद इनका प्रिंट ऑउट निकाला जाएगा। इसका मिलान अपने-अपने क्षेत्र के चार्ज अधिकारी उपलब्ध आंकड़े से करेंगे। कोई गड़बड़ी होने पर इनमें सुधार किया जाएगा। सभी तरह से आंकड़े का मिलान करने के बाद ही इसे वेबसाइट पर अंतिम रूप से जारी किया जाएगा। इस कार्य की निगरानी मुख्यालय स्तर पर की जाएगी।

एसएसबी 47 वीं वाहिनी सशस्त्रत्त् सीमा बल रक्सौल पंटोका के तत्वावधान में नागरिक कल्याण कार्यक्रम-2022-23 के तहत सेनुवरिया बॉर्डर अंतर्गत आने वाले सीमावर्ती क्षेत्र के बीस चयनित युवाओं का पंद्रह दिवसीय बकरी पालन प्रशिक्षण का शुभारम्भ किया गया। खटिया मटिया पंचायत भवन के परिसर में अनेंद्र मणि सिंह कार्यवाहक कमान्डेंट के दिशा निर्देश में टीएच बसंता सिंह उप कमांडेंट व मुखिया तबरेज आलम, सरपंच गोरख पटेल सरपंच व जितेन्द्र कुमार सरेटा डारेक्टर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उप कमाडेंट श्री सिंह ने बताया कि पंद्रह दिवसीय बकरी पालन प्रशिक्षण के दौरान बकरी की नस्ल, पालन, उनमें होने वाली बीमारियों व उनसे बचाव करने के उपाय इत्यादि के बारे में प्रशिक्षण दिया जायेगा। ताकि इससे बेरोजगार युवकों को उन्नत बकरी पालन में लाभकारी रोजगार प्राप्त हो सके। एसएसबी की ओर से सभी प्रशिक्षुओं को किताब, कलम व आवश्यक सामग्री भेंट की गयी व उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि एसएसबी देश की सीमा की सुरक्षा के साथ-साथ सीमावर्ती क्षेत्रों के नागरिकों के विकास की दिशा में ऐसे अनेक कार्यक्रम चलाती है जो आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान करती है। यह इसलिए भी कि सीमा क्षेत्र के बेरोजगार युवक मुख्यधारा से कटकर कहीं विरोधी कार्यों में ना लगे।

मोतिहारी रेलखंड के जीवधारा एलसी गेट संख्या 157 ए पर बंद गेट को खोलने के लिए गेटमैन को हथियार दिखाकर धमकी देने वाले स्कॉर्पियो चालक पर आरपीएफ थाने में एफआईआर दर्ज की गयी है। आरपीएफ एएसआई बिजेन्द्र सिंह व राकेश कुमार को गेटमैन दीपू कुमार ने बताया कि ड्यूटी के दौरान रात करीब 12.30 बजे उक्त गेट बंद था। उसी समय पश्चिम दिशा से एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो आकर रुकी। खोलने के लिए जीवधारा के स्टेशन मास्टर से अनुमति लेना चाहा। इतने में स्कोर्पियो चालक गाड़ी से उतरकर गाली देते हुए उसके करीब आ गया और हथियार दिखाकर जान मारने की धमकी देने लगा। हल्ला सुनकर चंद्रहिया बस्ती के कुछ लोग इकट्ठा हो गए और वाहन चालक को समझा-बुझाकर वहां से हटाया गया। इस मामले में गेटमैन के आवेदन पर चंद्रहिया निवासी स्कॉर्पियो चालक नरेश राम पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।