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जिला मधुबनी प्रखंड खजौली से चंदेश्वरराम चंदू जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की खुले में शौच करने पर सरकार द्वारा प्रतिबन्ध,जाँच करने की खबर को अखबारों में प्रसारित तो किया जाता है परन्तु सरकार और अधिकारी की शौचालय निर्माण में ढ़ेर सारे खामियां मौजुद है. बहुत से ऐसे गरीब ग्रामीण है जो कर्ज लेकर शौचालय का निर्माण कराये है परन्तु उनकी राशियों का भुगतान नहीं हो रहा है।आवेदक ऑफिस का चक्कर लगाकर छोड़ देते है।अधिकारी रिश्वत देनेवाला पूंजीवाद को कई वर्ष पूर्व शौचालय निर्माण का भुगतान किया है, और किया जा रहा है।गरीब परिवार खुले में शौच करने को मजबूर है. गरीब रिश्वत देने की स्थिति में नहीं रहते है। सरकार कहती है की शौचालय निर्माण करे आपके पैसे का भुगतान आपके खाते में बैंक के माध्यम से किया जायेगा।जाँच अधिकारी रिश्वत पर कायम रहने से भुगतान में लापरवाही ,अफ़सरशाही ,मनमानी चरम सीमा पर है।इससे शौचालय निर्माण गरीबो के हित में नहीं हो रही है।इससे सरकार की घोषणाएं कहावत बनकर रह गयी है।
बिहार के जिला मधुबनी,प्रखंड खुटौना से चंदेश्वर राम चंदू जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि अनुमंडल क्षेत्र के बिजली बिल एवं बिजली आपूर्ति के बारे में जीतनी चर्चा की जाये कम है।सरकार बार-बार बिजली की समस्या पर घोषणा और विज्ञापन देने में देरी नहीं करती है।परन्तु बिजली बिल की समस्या उपभोक्ताओं के समस्त परिवार को झकझोर देती है।बिजली बिल की कोई सीमा नहीं है।ज्यादा बिजली बिल आने की समस्या पर विभाग का कोई नियंत्रण नहीं है।बिजली विभाग में मनमानी अफसर शाही हावी है।दूसरी ओर बिजली की आपूर्ति दयनीय है। क्यूंकि कहीं पोलिन नहीं है कहीं मीटर,वायरिंग और ट्रांसफार्मर नहीं है लोग बाँस-बल्ला के सहारे बिजली जला रहे है।कई पंचायतों में तो यह सुविधा भी नहीं है।गाँव देहातो में जो कार्य करते है वो बीस हजार से पचास हजार रूपया विद्युत् अनुमंडल पदाधिकारी को देकर क्षेत्रों में मनमाना ढंग से कार्य करते है।जैसे पोलिन,वायरिंग,मीटर,ट्रांसफार्मर की फ़ीस उपभोक्ताओं से लिया जाता है। और जिस गाँव के उपभक्ता रूपया नहीं देते है गाँव में बिजली अभी भी नहीं है। सरकार को मीटर के हिसाब या फिक्स डिपॉजिट के माध्यम से बिजली बिल लिया जाये।ताकि उपभोक्ताओं को कोई परेशानी ना हो। और इससे सरकार के ऊपर आम जनता का विश्वास कायम रहे।
बिहार राज्य के मधुबनी जिले के खुटौना प्रखंड से मोबाइल वाणी के माध्यम से शिव शंकर मंडल जी कहते है कि गोदरेज का प्रयास मलेरिया मुक्त हो समाज अभियान के जरिये हमारे श्रोता अवगत होकर अपने घरो की साफ-सफाई करते रहते है और सुरक्षित रहते है। गांव के लोग किसी मीडिया के साथ जुड़ नहीं पाते है,परन्तु मोबाइल वाणी के साथ जुड़ वे अपने स्वास्थ्य के सुरक्षा के बारे में जानकारी लेते है, इससे उन्हें बहुत ही फ़ायदा है। गांव की महिलाएं भी इस कार्यक्रम से सुरक्षा की बाते सुनकर अपने घर की साफ-सफाई करते हैं। आस-पास कूड़े-कचरे से गन्दगी फैलती है और यही सब मलेरिया के कारण है।इसी से मलेरिया,डेंगू आदि बीमारियां फैलती है।इन बिमारियों से घर-परिवार को बचाने के लिए महिलाओं का बहुत ही बड़ा योगदान है,क्योंकि घर की साफ-सफाई में वे काफी ध्यान रखती है। घर की सफाई बराबर होनी चाहिए, डिटोल या फिनाइल से घर को साफ करना चाहिए,इससे हमारे घरो में कीटाणु नहीं रहेगा और ना ही हम बीमार पड़ेंगे।
बिहार राज्य के मधुबनी जिले के खुटौना प्रखंड से शिव शंकर मंडल जी मोबाइल वाणी के माध्यम से "मलेरिया से कैसे बचाव करे"इसके बारे में राम राजेश ठाकुर जी से बातचीत किये है। जिसमे राम राजेश जी ने बताया कि वे अपने घर में मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करते है,अपने आसपास की जगह को साफ़-सुथरा रखते है, पानी जमा नहीं होने देते है, समय-समय पर क्वायल भी जलाते है,साथ ही दवा-डिटॉल का छिड़काव भी करते है। बच्चे को बुखार आने पर उसे अस्पताल ले जाते है और वहां उसका खून जाँच करवाकर दवा दिलाते है।
बिहार राज्य के मधुबनी जिले के खुटौना प्रखंड से मोबाइल वाणी के माध्यम से शिव शंकर मंडल जी मलेरिया से बचाव के लिए बाबूबरही प्रखंड के मोहम्मद इज़राइल जी से साक्षात्कार लिया ,जिसमे इज़राइल जी ने कहा कि मच्छर से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करते है और साथ ही क्यायल भी जलाते है। समय पर अगर क्यायल उपलब्ध नहीं होता है,तो अगरबत्ती का भी उपयोग करते है,ताकि मच्छर नहीं काट सके। अपने आस-पास में साफ-सफाई का ख्याल रखना चाहिए,गढ्डे में पानी जमा नहीं होने देना चाहिए।जमे हुए पानी एवं घरों की सफाई में फिनाइल का उपयोग करना चाहिए, क्योंकि साफ-सफाई में कोई भी बीमारी नहीं होता है। किसी को अगर बुखार आये,तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जा कर उसे दवाई दिलाना चाहिए।
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बिहार राज्य के मधुबनी जिला के खुटौना प्रखंड से संतोष कुमार मंडल ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जो भी महिलाएँ गर्भवती होती है , उन्हें धूम्रपान से बचना चाहिए। क्योंकि धूम्रपान ना करने वालों की अपेक्षा धूम्रपान करने वाले महिलाओं का बच्चा थोड़ा छोटा होता है और उन बच्चों का विकास भी धीमा होता है। आने वाले भविष्य में उन बच्चों को निमोनिआ और साँस सम्बन्धी रोग होने की सम्भावना ज्यादा बढ़ जाती है। साथ ही गर्भवती महिलाओं को आयोडीन युक्त नमक का प्रयोग करना चाहिए। जिससे बच्चे के स्वास्थ्य पर कोई बुरा प्रभाव ना पड़े।
शिवशंकर मंडल जी बिहार के मधुबनी जिले के खुटौना प्रखंड से मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि एकत्रित पानी पर आता है मच्छर ,मलेरिया रोग फैलता है मच्छर ,थोड़ी सी अगर हम बरतें सावधानी,होगी नहीं मलेरिया रोग से परेशानी। मलेरिया नियंतरण हेतु मलेरिया के उपुक्त प्रारंभिक लक्षण के साथ ही सामान्य बुखार होने पर भी खून की जाँच नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में करवानी चाहिए। घर एवं घर के आस पास बने गढ़ों ,नलिकों ,बेकार पड़े खाली डिब्बों ,पानी की टंकियों ,गमलों ,टायर ट्यूब में पानी एकत्रित नहीं होने देना चाहिए अथवा जमे हुए पानी में मिटटी के तेल की कुछ बूंदें अवश्य डालने चाहिए साथ ही कूलर का पानी सप्ताह में एक बार अवश्य बदल कर उसमे भी मिटटी के तेल की कुछ बूंदें डालनी चाहिए। मलेरिया एवं जनित रोगों से बचने के लिए कीटनाशक उपचारित मच्छरदानियों का अथवा सामान्य मच्छरदानियों का उपयोग सोने के समय अवश्य ही करने चाहिए। मिटटी के दीये या लैंप में नीम का तेल मिलाकर जलाने चाहिए जिससे मच्छर के लिए विकर्षक का कार्य करता है। मच्छर से बचाव हेतु घरों में कीटनाशक कोइल भी जलाया जा सकता है। यदि आपके गावों में डीडीटी का छिड़काव सरकार द्वारा कराया जाता है ,उस छिड़काव को घरों के परतेक कमरों व दीवारों में करवाने चाहिए साथ ही छिड़काव के एक महीने तक उन दीवारों में लीपा पोती नहीं करनी चाहिए।मलेरिया के प्रारंभिक लक्षण ठण्ड लगना ,कपकपी ,सर दर्द ,तेज बुखार ,उल्टी ,चक्क्र आना एवं अत्यधिक पसीने के बाद बुखार का घटने लगना और ऐसा प्रतिदिन या एक -दो-दिन या निश्चित अंतराल के बाद होता है।
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