मधुबनी खुटौना से शिवशंकर मंडल मोबाईल वाणी के माधयम से महादेव साहू जी से साक्षत्कार लिए जिसमे यह जानना चाहते है की मलेरिया कैसे होता है,इसकी उत्पत्ति कैसे होती है,इसके लक्षण क्या है और मलेरिया मच्छर को खत्म करने के लिए क्या उपाय करना चाहिए इस विषय पर महादेव साहू जी ने बताया कि मलेरिया एक बहुत ही ख़तरनाक बीमारी है जिसका समय रहते ईलाज नहीं कराने पर जानलेवा हो सकता है। जो मच्छर दिन में काटते है उसे 100% मलेरिया होने का खतरा बना रहा है।सरकार द्वारा मलेरिया से बचाव के लिए कोई उचित कार्रवाही नही कर रही है।पहले यह देखा जाता था की सरकार द्वारा समय-समय पर ना कीटनाशक दवा का छिड़काव कराया जा रहा है।पर आज ऐसा कुछ देखने को नहीं मिल रहा है।
मधुबनी खुटौना से शिवशंकर मंडल मोबाइल वाणी के माधयम से विषुणदेव महतो जी से साक्षत्कार लिए जिसमे यह जानना चाहते है की मलेरिया क्या चीज है,यह कैसे उत्पन्न होता है,मच्छरों के काटने से कौन-कौन से बीमारियां होती है,और इसका क्या ईलाज है। इस विषय पर विषुणदेव महतो जी ने बताया कि मलेरिया गंदगी में पनपने वाले मच्छर के काटने से होता है इसका सही उपचार सही तरीके से नहीं हो पाता है।सरकार की ओर से भी कोई पहल नहीं किया जाता है क्षेत्र दवा का छिड़काव कराया जाता है।जिससे मलेरिया के साथ-साथ टाइफाईड,कालाजार जैसी बीमारियां होने की संभावना बानी रहती है।
मधुबनी खुटौना से शिवशंकर मंडल मोबाईल वाणी के माधयम से महादेव साहू जी से साक्षत्कार लिए जिसमे यह जानना चाहते है की मलेरिया कैसे होता है,इसकी उत्पत्ति कैसे होती है,इसके लक्षण क्या है और मलेरिया मच्छर को खत्म करने के लिए क्या उपाय करना चाहिए इस विषय पर महादेव साहू जी ने बताया कि मलेरिया एक बहुत ही ख़तरनाक बीमारी है जिसका समय रहते ईलाज नहीं कराने पर जानलेवा हो सकता है। जो मच्छर दिन में काटते है उसे 100% मलेरिया होने का खतरा बना रहा है।सरकार द्वारा मलेरिया से बचाव के लिए कोई उचित कार्रवाही नही कर रही है।पहले यह देखा जाता था की सरकार द्वारा समय-समय पर ना कीटनाशक दवा का छिड़काव कराया जा रहा है।पर आज ऐसा कुछ देखने को नहीं मिल रहा है।
बुद्धन मंडल जी खुटौना मधुबनी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहते हैं की किन कारणों से मलेरिया होता है.इन्होने बताया है की मलेरिया गंदे पानी की जमाव से होता है।मलेरिया के रोगी को बहुत ठंड लगती है,शरीर में कंपकपी होती है , बुखार होता है. जैसे ही ऐसे लक्षण दिखाई दे तो रोगी को तुरंत किसी नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या किसी भी नजदीक के डॉक्टर से दिखाना चाइये और ख़ून की जाँच करा कर जल्द से जल्द इलाज शुरू करना चाहिए और डॉक्टर के निरीक्षण में रह कर इलाज करना चाहिए।
जिला मधुबनी खुटौना से शिव शंकर मंडल जी मोबाइल वाणी के माध्यम से मलेरिया क्यों होता है,कैसे होता है और इसका रोकथाम कैसे करना चाहिए इन विषय पर राजनाथ मंडल जी से साक्षत्कार लिए और राजनाथ मंडल जी ने बताया कि घर के आस-पास पानी का जमाव रहने से एवं धीरे-धीरे वह पानी गन्दा हो जाता है उस गंदे पानी में मलेरिया के मच्छर पनपते है।इस मच्छर के काटने से लोगो को मलेरिया बुखार हो जाता है।इसके लक्षण की पहचान जब रोगी का शरीर कपकपाने लगता है और बुखार आ जाता है तथा अधिक ठण्ड लगता है। अत: इसकी रोकथाम के लिए सबसे पहले रोगी को अस्पताल ले जा कर खून जांच करवाना चाहिए,घर के आस-पास सफाई रखना चाहिए।
खुटौना,मधुबनी से बिनोद कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम मलेरिया के कारणों के बारे में जानकारी दिया हैं .इन्होने बताया है की यदि कहीं गंदे पानी का जमाव हो तो वहां मलेरिया का मच्छर पनपता है. इसलिए कहीं भी पानी जमा न होंने दें और यत्र- तत्र पानी या कूड़ा कचरा न फेकें।इन्होने बताया की जब किसी को मलेरिया होता है तो मरीज को ठण्ड लगती है और बुखार आता है. और जब किसी को ऐसे लक्षण दिखाई दे तो नजदीकी डॉक्टर से मिल कर इलाज शुरू कर दें।
जिला मधुबनी के खुटौना प्रखंड से संतोष कुमार मंडल मोबाईल वाणी के माध्यम से कहते है कि जल-जमाव के कारण मच्छरों की उत्पत्ति होती है साथ ही उन्हें पनपने का अवसर मिलता है.इसलिए जल-जमाव वाले जगहों को मिटटी से भर देना चाहिए या उसे ढक देना चाहिए इससे कम मच्छर की उत्पत्ति होती है।इस बीमारी का प्रमुख लक्षण बुखार आना,ठंड के साथ कपकपी होना,उल्टी और दस्त आना होता है।अगर किसी को भी मलेरिया होने का संदेह है तो तुरंत स्वास्थ केंद्र में जांच करवाना चाहिए।और यदि खून जांच के बाद मलेरिया बीमारी पाया गया तो इसके लिए पी.एम.सी.एच.में निशुल्क दवा दी जाएगी।
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जिला मधुबनी,प्रखंड खुटौना से संतोष कुमार मंडल जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है की इनके पड़ोस में एक बच्चे को मलेरिया हो गया था लेकिन उनके माता-पिता को पता नहीं था और उसके माता-पिता को लगता था कि बच्चे को बुखार हो गया है।बच्चे को ठंड लगकर बुखार आता था और उसका इलाज एक झोलाछाप डॉक्टर कर रहा था और उनसे पैसा ऐंठ रहा था । संतोष जी ने उस बच्चे के परिजनों को समझाया और कहा कि ऐसे इलाज करवाने से शरीर को नुकसान पहुंचेगा इसलिए बच्चे को प्राथमिक उपचार केंद्र लेजाकर उपचार कराएं। उपचार कराने के बाद पता चला की बच्चे को मलेरिया है।मलेरिया में ठंड लगकर बुखार आना मलेरिया का लक्षण होता है इसलिए किसी के साथ भी ऐसा हो तो अपना डॉक्टर से उपचार कराये। साथ ही अपने आस-पास को साफ़ रखे ताकि मच्छर उत्पन्न ना हो सके।
जिला मधुबनी,प्रखंड खुटौना से संतोष कुमार मंडल जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है की मलेरिया मादा एनोफिलिस मच्छर के काटने से होती है।इससे बचने के लिए अपने आस-पास की गंदगी की सफाई करनी । क्यूंकि गन्दगी और जल जमाव से ही मच्छरों की उत्पत्ति होती है। इसलिए अपने आस-पास के वतरण को साफ़ रखे।मलेरिया बीमारी होने पर ठण्ड लगाकर बुखार आएगा। ऐसा होने पर इसे अनदेखा ना करे और झोलाझाप डॉक्टरों के चक्क्र में ना पड़े।अगर किसी को बुखार आये तो सबसे पहले अस्पताल या प्राथमिक उपचार केंद्र जाकर अपने खून की जाँच करा ले।और खून जाँच से मलेरिया बीमारी के बारे पता चले तो अपना उपचार कराये।साथ ही रात के समय मच्छरदानी ला प्रयोग करें और ज्यादा मच्छर होने पर मच्छर अगरबत्ती का प्रयोग करे।ये साडी चीजे अपनाकर अपने परिवार के साथ-साथ समाज को भी स्वच्छ रखे।