बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता रंजन सिमुलतला थाना क्षेत्र के निवासी इसराइल से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि महिलाओं को भूमि पर अधिकार मिलना चाहिए। इससे समाज और देश का विकास होगा। बिहार में हो रहे भूमि सर्वेक्षण से भी महिलाओं को बहुत लाभ मिलेगा। कानूनी तौर पर भी महिलाओं को संपत्ति में बराबरी का हक दिया गया है। ऐसा अगर हुआ तो महिलाओं का विकास होगा। महिला किसी भी काम में पीछे नहीं है बस उन्हें थोड़े सहयोग की जरूरत है

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता रंजन सिमुलतला थाना क्षेत्र के निवासी रुस्तम अंसारी से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि महिलाओं को भूमि का अधिकार होना चाहिए। इससे महिलाओं को लाभ होगा। अभी महिलायें अशिक्षा के कारण घर में ही रहती है। लेकिन अगर उन्हें अधिकार मिला तो वो धीरे - धीरे आगे बढ़ेंगी। हर क्षेत्र में उनका ज्ञान बढ़ेगा। बिहार सरकार द्वारा अभी जो सर्वेक्षण किया जा रहा है, इससे भी महिला को लाभ होगा। लेकिन महिलाओं को थोड़े सहयोग की जरूरत है। महिला असुरक्षा के कारण अपनी नौकरी भी कई बार छोड़ देती हैं

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता रंजन सिमुलतला थाना क्षेत्र के निवासी नरसिंह से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि महिलायें शिक्षित नहीं है। इसलिए वो अपने अधिकारों से वंचित रह जाती है। महिलाओं का हक भी है जमीन पर लेकिन उन्हें थोड़े सहयोग की जरूरत है। महिलायें विकास कर रही हैं। लेकिन अशिक्षा और जागरूकता के अभाव में महिलायें पीछे रह जाती हैं

बिहार सरकार ने हाल में राज्य के 45 हजार गांवो की जमीन का सर्वे का निरिक्षण कराने का फैसला किया है। सर्वे कराये जाने को लेकर सरकार का कहना है कि इससे वह राज्य के 50 साल पुराने जमीन के रिकॉर्ड को अपडेट करना चाहती है। क्योंकि इन पचास सालों में जमीन के मालिकाना हक पर काफी बदलाव हुए हैं। सरकार की तरफ से कहा जा रहा है कि इस सर्वे में जमीन से जुड़ी 170 से ज्यादा प्रकार की जानकारियां इकट्ठी की जाएंगी। इसके अलावा 'इस सर्वे का एक उद्देश्य जमीन विवादों को कम करना भी है। पुराने रिकॉर्ड की वजह से कई बार विवाद होते हैं। नए सर्वे से यह समस्या दूर होगी।' सर्वे के दौरान लोगों को अपने जमीन के कागजात दिखाने होंगे। *----- दोस्तों इस मसले पर आपकी क्या राय है, क्या आपको भी लगता है कि शिक्षा के अभाव और कानून के उल्झे हुए दांव-पेचों ने महिलाओं को उनके हक और अधिकार से वंचित कर रखा है? *----- महिलाओं को भूमि अधिकार के बदले अर्थव्यवस्था में एक बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। इसके बदले में महिलाएं को किस तरह के सशक्तिकरण और स्वतंत्रता की उम्मीद की जा सकती है। *----- महिलाओं के लिए भूमि अधिकारों को मजबूत करने के लिए क्या किया जा सकता है?

बिहार राज्य के जमुई ज़िला के रतनपुर से रंजन की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से शिवांशु कुमार से हुई। ये कहते है कि हमारे देश में शिक्षा और संस्कृति क्षेत्र में असमानता ज़ारी है। महिलाओं को अधिकार मिलना चाहिए। असमानता दूर करने के लिए महिलाओं को आगे बढ़ाना चाहिए,शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में । महिलाओं को शिक्षा प्राप्त करना चाहिए जिससे समाज में नया पहल लाए ।महिलाओं को आगे बढ़ाने का उद्देश्य यह है कि महिला बाते कर ,लोगों की बाते समझ कर अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाए। जब जमीनी अधिकार की बात होती है तो उन्हें किनार कर दिया जाता है। महिलाओं को भूमि अधिकार मिलेगा तो समाज देश को फायदा होगा। महिलाएं ही अपनी बाते एक दूसरे से साझा कर सकती है ताकि परिणाम अच्छा आये। शिक्षा के क्षेत्र में भी असमानता है। विद्यालय में शिक्षक अपने विद्यार्थी से बाते करे जिससे शिक्षा आगे बढ़ेगा। इस माध्यम से असमानता दूर होगी। विद्यालय में भेद भाव नहीं होना चाहिए ताकि सभी आगे बढ़ेगी

बिहार राज्य के जमुई ज़िला से रंजन की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से बुलबुल कुमारी से हुई। ये कहती है कि महिलाओं को जमीन में अधिकार होना ज़रूरी है। लेकिन उन्हें अधिकार नहीं दिया जा रहा है। शिक्षित होगी महिला तब ही अपना अधिकार ले सकती है। समाज में संस्कृति और सभ्यता में बदलाव दिख रहा है। कई ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा से महिला वंचित है। समाज में असमानता भी बहुत है। यह असमानता खत्म होना ज़रूरी है। लोग जागरूक होंगे तब ही असमानता खत्म होगा। समाज के लोग सभी आगे आएंगे तब ही समाज सुधरेगा। जमीनी अधिकार में सरकार प्रयासरत है लेकिन अब भी पुरुष के नाम से जमीन खरीदने नहीं दे रहे है। जबकि महिला हर चीज़ में आगे है ,उन्हें जमीनी अधिकार मिलना चाहिए। पुरुषों की सोच में बदलाव होना ज़रूरी है

बिहार राज्य के जमुई ज़िला के गिद्धौर प्रखंड से रंजन मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में असमानता है। गिद्धौर प्रखंड का एक गाँव जो आदिवासी बहुल क्षेत्र है ,जहाँ लड़कियाँ प्राथमिक से मिडिल स्कूल तक की पढ़ाई करती है। लेकिन कई लड़की पढ़ाई नहीं कर पाती है। योजनाओ की जानकारी के अभाव में लड़कियाँ शिक्षा से वंचित रह जाती है।

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड के कोल्हुआ पंचायत से रंजन ने मोबाइल वाणी के माध्यम से काजल कुमारी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि जब तक महिलाओं के नाम से भूमि नहीं होगा तब तक महिलाओं को अधिकार नहीं मिलेगा इसलिए इस अधिकार को प्राप्त करने के लिए सामाजिक पहल करना जरूरी है तभी समाज में महिलाओं को भूमि का अधिकार प्राप्त होगा

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड के कोल्हुआ पंचायत से रंजन ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सिंधुमानी कुमारी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि महिलाएं आर्थिक रूप से कमज़ोर होने के कारण पीछे रह जाती हैं। शिक्षा के लिए सरकार के तरफ से कई योजनाएं चलाई जा रही है। साथ ही उन्होंने बताया कि हमारी संस्कृति धीरे धीरे विलुप्त होती जा रही है। शिक्षा की कमी के कारण महिलाओं को भूमि का अधिकार भी नहीं मिल रहा है

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड के कोल्हुआ पंचायत से रंजन ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सुप्रिया कुमारी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि समाज से सभ्यता और संस्कृति गायब हो रहा है। रूढ़िवादी को समाज में आज धर्म का नाम दे दिया गया है। अगर हम गाँव में कहीं हैं और कोई शहर में है, तो पोशाक में अंतर होगा। हमारी संस्कृति को दबाने का मुख्य श्रोत है आधी अधूरी शिक्षा। साथ ही उन्होंने बताया कि शिक्षा में भी भेदभाव किया जा रहा है। इस भेदभव को ख़त्म करने के लिए हमें खुद आवाज़ उठाना होगा