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नमस्कार/आदाब श्रोताओं मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है रोजगार समाचार यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो भारत तिब्बत सीमा पुलिस द्वारा निकाली गई ग्रुप सी में कांस्टेबल (रसोई सेवाएं) के पदों पर अस्थायी आधार पर काम करने के लिए इच्छुक हैं। इसमें कुल 819 पदों पर भर्ती निकाली गयी है।वैसे उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय से 10वीं पास किया हो साथ ही राष्ट्रीय कौशल विकास निगम से या राष्ट्रीय कौशल विकास निगम द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थानों से खाद्य उत्पादन या रसोई में NSQF level – I पाठ्यक्रम प्राप्त होना चाहिए. ह।इसके साथ ही उम्मीदवार की न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा 25 वर्ष रखी गयी है,आयु में छूट मानदंडों के अनुसार दिया जाएगा।एससी/एसटी/ईएसएम एवं महिला अभ्यर्थियों के लिए आवेदन शुल्क नहीं देना होगा तथा अन्य सभी वर्गों के उम्मीदवारों को Rs.100/- आवेदन शुल्क देने होंगे। इन पदों पर वेतनमान 21,700-69,100 रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा।अधिक जानकारी के लिए आवेदनकर्ता इस वेबसाइट पर जा सकते हैं। वेबसाइट है https://recruitment.itbpolice.nic.in/rect/index.php .उम्मीदवारों का चयन शारीरिक दक्षता परीक्षण, लिखित परीक्षा, दस्तावेज सत्यापन और लिखित परीक्षा पास करने के बाद मेरिट लिस्ट में नाम आने के आधार पर होगा।याद रखिए इन पदों पर आवेदन करने की अंतिम तिथि 01/10/2024 है।तो साथियों,अगर आपको यह जानकारी लाभदायक लगी, तो मोबाइल वाणी एप्प पर लाइक का बटन दबाये साथ ही फ़ोन पर सुनने वाले श्रोता 5 दबाकर इसे पसंद कर सकते है। नंबर 5 दबाकर यह जानकारी आप अपने दोस्तों के साथ भी बाँट सकते हैं। धन्यवाद !
यह एपिसोड बताता है कि हम अपने रोज़मर्रा के जीवन में कैसे छोटे-छोटे बदलाव करके बिजली और पानी बचा सकते हैं। इससे न सिर्फ हमारा खर्च कम होगा, बल्कि हम अपनी धरती की भी रक्षा कर पाएंगे। आसान तरीकों से हम सभी मिलकर पर्यावरण को बचाने में मदद कर सकते हैं।क्या आपने भी अपनी ज़िन्दगी में कुछ ऐसे बदलाव किए हैं? अगर हाँ, तो हमें बताइए।
दोस्तों, हमारे आपके बीच ऐसी महिलाओं के बहुत से उदाहरण हैं, पर उन पर गौर नहीं किया जाता. अगर आपने गौर किया है तो हमें जरूर बताएं. साथ ही वे महिलाएं आगे आएं जो घंटों पानी भरने और ढोने का काम करती हैं. उनका अपना अनुभव कैसा है? वे अपने जीवन के बारे में क्या सोचती हैं? क्या इस काम के कारण उनका जीवन नरक बन रहा है? क्या वे परिवार में पानी की आपूर्ति के चक्कर में अपना आत्मसम्मान खो रही हैं? क्या कभी ऐसा कोई वाक्या हुआ जहां पानी के बदले उनसे बदसलूकी की गई हो, रास्ते में किसी तरह की दुर्घटना हुई हो या फिर किसी तरह के अपशब्द अपमान सहना पडा?
सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...
बिहार राज्य के जमुई ज़िला के रतनपुर से रंजन की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से शिवांशु कुमार से हुई। ये कहते है कि हमारे देश में शिक्षा और संस्कृति क्षेत्र में असमानता ज़ारी है। महिलाओं को अधिकार मिलना चाहिए। असमानता दूर करने के लिए महिलाओं को आगे बढ़ाना चाहिए,शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में । महिलाओं को शिक्षा प्राप्त करना चाहिए जिससे समाज में नया पहल लाए ।महिलाओं को आगे बढ़ाने का उद्देश्य यह है कि महिला बाते कर ,लोगों की बाते समझ कर अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाए। जब जमीनी अधिकार की बात होती है तो उन्हें किनार कर दिया जाता है। महिलाओं को भूमि अधिकार मिलेगा तो समाज देश को फायदा होगा। महिलाएं ही अपनी बाते एक दूसरे से साझा कर सकती है ताकि परिणाम अच्छा आये। शिक्षा के क्षेत्र में भी असमानता है। विद्यालय में शिक्षक अपने विद्यार्थी से बाते करे जिससे शिक्षा आगे बढ़ेगा। इस माध्यम से असमानता दूर होगी। विद्यालय में भेद भाव नहीं होना चाहिए ताकि सभी आगे बढ़ेगी
बिहार राज्य के जमुई ज़िला से रंजन की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से बुलबुल कुमारी से हुई। ये कहती है कि महिलाओं को जमीन में अधिकार होना ज़रूरी है। लेकिन उन्हें अधिकार नहीं दिया जा रहा है। शिक्षित होगी महिला तब ही अपना अधिकार ले सकती है। समाज में संस्कृति और सभ्यता में बदलाव दिख रहा है। कई ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा से महिला वंचित है। समाज में असमानता भी बहुत है। यह असमानता खत्म होना ज़रूरी है। लोग जागरूक होंगे तब ही असमानता खत्म होगा। समाज के लोग सभी आगे आएंगे तब ही समाज सुधरेगा। जमीनी अधिकार में सरकार प्रयासरत है लेकिन अब भी पुरुष के नाम से जमीन खरीदने नहीं दे रहे है। जबकि महिला हर चीज़ में आगे है ,उन्हें जमीनी अधिकार मिलना चाहिए। पुरुषों की सोच में बदलाव होना ज़रूरी है
बिहार राज्य के जमुई ज़िला के गिद्धौर प्रखंड से रंजन मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि गिद्धौर प्रखंड के स्वजना ग्राम के निवासी जल संरक्षण के लिए सोख्ता का निर्माण करवाए है ।साथ ही इस ग्राम के लोग स्वच्छ पानी पीने के लिए अपने घरों में फ़िल्टर का पानी पीते है। इससे ग्रामीण स्वच्छ और स्वस्थ महसूस करते है। सरकार की ओर से जल संरक्षण की बात होती है लेकिन ग्रामीणों तक यह व्यवस्था नहीं पहुंच पाता है। रतनपुर पंचायत के मुखिया द्वारा जल संरक्षण के लिए सोख्ता का निर्माण करवाया गया है
बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड के कोल्हुआ पंचायत से रंजन ने मोबाइल वाणी के माध्यम से काजल कुमारी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि महिलाओं के प्रति हो रहे भेदभाव को कम करने के लिए आर्थिक स्थिति और शिक्षा में सुधार करने की आवश्यकता है। महिलाओं को भूमि का अधिकार भी मिलना चाहिए। जब तक महिलाओं के नाम से भूमि नहीं होगा तब तक महिलाओं को अधिकार नहीं मिलेगा। इसलिए इस अधिकार को प्राप्त करने के लिए सामाजिक पहल करना जरूरी है तभी समाज में महिलाओं को भूमि का अधिकार प्राप्त होगा। आज के समय में सभी क्षेत्रों में महिलाएं पुरुषों की बराबरी कर रही हैं
बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड के कोल्हुआ पंचायत से रंजन ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सिंधुमानी कुमारी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि महिलाएं आर्थिक रूप से कमज़ोर होने के कारण पीछे रह जाती हैं। शिक्षा के लिए सरकार के तरफ से कई योजनाएं चलाई जा रही है, इसका लाभ उठा कर शिक्षा में भेदभाव को ख़तम किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने बताया कि हमारी संस्कृति धीरे धीरे विलुप्त होती जा रही है, और इस बदलाव से हमारे समाज में गलत प्रभाव पड़ रहा है। इसे कम करने के लिए शिक्षा का प्रसार और जागरूकता की आवश्यकता है शिक्षा की कमी के कारण महिलाओं को भूमि का अधिकार भी नहीं मिल रहा है।