उत्तरप्रदेश राज्य के रायबरेली ज़िला से पंकज कुमार पांडेय साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि वो दो साल से अजंता कंपनी में कार्य कर रहे थे। बीमार पड़ जाने के कारण उन्होंने कंपनी से रिजाइन दे दिया। उन्होंने फिर पी.एफ का पैसा निकलवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया।उन्हें पी.एफ की रसीद भी ऑनलाइन मिल गई हैं लेकिन अभी तक पी.एफ नहीं आया हैं।

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आपको बताना चाहेंगे कि पी.एफ का पैसा आपका अपना पैसा है।आपके ऑनलाइन आवेदन करने पर भी पैसा अगर नहीं आया तो आप पीएफ दफ्तर में जाये, इस तरह की समस्या PF कार्यालय के कर्मचारियों का आलस और कामचोरी है। इसके खिलाफ़ पी.एफ कमीशनर के आगे शिकायत की जानी चाहिए। इसके लिए आपके पास काम करने का कोई भी एक प्रमाण होना ज़रूरी है। जिससे आप ये साबित कर सके की आप कंपनी में काम कर रहे है।
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June 26, 2019, 12:08 p.m. | Tags: govt entitlements   int-PAJ  

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उत्तर प्रदेश के राय बरेली से पंकज कुमार पांडेय ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जहाँ वह काम करते है , वहां कम्पनी के द्वारा सभी मज़दूरों को कम मासिक तनख्वाह दी जाती है। कम तनख्वाह होने के कारन इन्हे अपनी गृहस्थी चलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है

दिल्ली एनसीआर नोयडा से पंकज कुमार पांडेय राय बरेली से साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं, कि लोगों को रोजगार एवं बेहतर जीवन जीने के लिए एक कारखाना खोला गया। लेकिन लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है। पहले मजदूरों से आधार कार्ड का मांग किया गया। जब मजदुर आधार कार्ड जमा किये तो उन्हें काम से निकाल दिया गया और कहा गया कि आधार कार्ड अमान्य है। जिसके कारण लोगो रोजगार की तलाश में इधर से उधर भटक रहें हैं।

पंकज कुमार पांडेय जी सांझा मंच के माध्यम से बताते हैं कि वे एक कंपनी में कार्य करते हैं, जहाँ इन्हे वेतन मात्र छः हजार रूपए ही मिलता है। जिसमे कमरे का किराया दो हजार रूपए लग जातें हैं।