उत्तरप्रदेश राज्य के कानपूर देहात से लज्जा राम ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि कई दिनों के बाद बारिश आने से किसानों में अपने फ़सल को लेकर थोड़ी ख़ुशी देखने को मिली। ऑडियो पर क्लिक कर सुनें पूरी ख़बर...

कानपूर देहात, उत्तर प्रदेश से लज्जा राम साझा मंच के माध्यम से जानकारी दे रहें हैं, उत्तर प्रदेश में विरधा पेंशन अभी तक नहीं मिला है. वृद्ध बैंकों का चक्कर भी लगा चुके।

कानपूर देहात से लज्जा राम साझा मंच के माध्यम से जानकारी दे रहें हैं, कानपूर देहात के अंतर्गत रसूलाबाद में वैक्सीन केंद्र में वैक्सीन नहीं होने के कारण लोगों को परेशान हो कर लौटना पड़ रहा है, उन्हें ये भी जानकारी नहीं दी जा रही है की वैक्सीन कब आएगी।

कानपूर उत्तर प्रदेश से लज्जा राम साझामंच के माध्यम से जानकारी दे रहें हैं, उत्तर प्रदेश में 23 तारीख से सिक्स से आठ तक के स्कूल खुलेंगे।

कानपूर, उत्तर प्रदेश से लजाराम साझामंच के माध्यम से जानकारी दे रहें हैं, कानपूर देहात में पहली बार वृद्धा पेंशन आने में देर हो रही है, लोग बैंकों के चक्कर लगा कर निराश हो रहें हैं.

कानपूर, उत्तर प्रदेश से लजाराम साझामंच के माध्यम से जानकारी दे रहें हैं, कंपनी मालिक से ठेकेदार अपनी मर्ज़ी की तनख्वाह तै करके मज़दूर को थोर्दी बहुत पैसे पे काम करवाते हैं तथा उन्हें पीएफ की सुविधा नहीं देते।

कानपूर, उत्तर प्रदेश से लजाराम साझामंच के माध्यम से जानकारी दे रहें हैं, कानपूर देहात और उसके आस पास के इलाक़े में बारिश नहीं होने की वजह से किसान परेशान हैं उन्हें खेतों की सिचाई के लिए मशीनों का सहारा लेना पड़ रहा है लेकिन उसके लिए भी डीज़ल महंगा है.

कानपूर उत्तरप्रदेश से लज्जाराम साझा मंच के माध्यम से अनुभव सांझा कर रहें हैं, इन्हें मनोहरलाल और रफ़ी जी की डायरी काफी अच्छी लगती है, लेकिन आज की मनोहरलाल की डायरी इन्हें बहुत ही पसंद आई है.

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला कानपूर से लज्जा राम साझा मंच के माध्यम से कह रहें हैं, राशन कार्ड और पेंशन धारक को समस्या आ रही है. ऑनलाइन करवाने के बाद भी पेंशन नहीं मिल रही है तो वहीँ राशन डीलर के पास जाने से कहा जाता है की अभी राशन नहीं मिल रहा है. इसी प्रकार सरकारी सुविधाएं धरातल तक नहीं पहुँच पति है जिस कारण लोगों को समस्या का सामना करना पड़ता है.

उत्तरप्रदेश कानपुर से लज्जा राम साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि मजदूरों के लिए शहरों में काम के लिए लाले पड़ते दिखाई दे रहे हैं।