सर्वेश तिवारी, गिरिडीह, झारखंड से बताते हैं कि राज्य के रांची के खलारी थाना क्षेत्र अंतर्गत विश्रामपुर पंचायत की जामुन दोहर बस्ती में बीती रात भू धसान हो गया भू धसान होने से कई लोगों के घर करीब 5 फुट तक धंस गए। बस्ती में जिस जगह घटना हुई वहां घर में सो रहे लोगों को भूकंप का एहसास हुआ। इसके बाद जब लोग घर के बाहर आए तो देखा कि घर धस गया है। जिससे घटना के बाद लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। जानकारी के अनुसार जिस जगह घटना हुई, वह बस्ती इनके एरिया के केडीएच खुली खदान से 200 मीटर के दायरे में हैं।
सर्वेश तिवारी,गिरिडीह,झारखंड।दिलीप बिल्ड कं कंपनी के बिहार एवं उत्तर प्रदेश के 26 मजदूर फंसे पड़े हैं।
सर्वेश तिवारी,गिरिडीह,झारखंड।झारखंड राज्य के मंत्री परिषद की बैठक में कई निर्णय लिए गए।
सर्वेश तिवारी,गिरिडीह,झारखंड। गिरिडीह के उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा ने कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में आज सरिया बगोदर में चार कर्मियों को निलंबित किया।जिनमें सरिया प्रखंड के लिपिक अजय कु ठाकुर,श्रीमती सुल्ताना खातून,सहायक उर्दू अनुवादक,बगोदर,अविनाश कुमार,अंचल निरीक्षक,सरिया और स्वतंत्र कुमार,प्रधान लिपिक,गंवा शन ल हैं।
सर्वेश तिवारी गिरिडीह झारखंड।झारखंड सरकार ने राज्य के बाहर 7049 स्थानों में फंसे 4,10,388 ग्रामीण मजदूरों के खाने एवं रहने की व्यवस्था की। राजधानी रांची स्थित नेपाल हाउस में इन मजदूरों के सहायतार्थ एक राज्य स्तरीय कोवी ड 19 रेस्पॉन्स टीम का गठन किया गया है,जो अनवरत कार्य कर रही है।बाहर फंसे इन मजदूरों के लिए टोल फ्री नम्बर भी जारी किए गए हैं। जो इस प्रकार हैं:- 0651-2490037,2490052,2490055,2490058,2490083,2490092 तथा 0651-2490104,2490125,2490127 और 2490128 हैं।
सर्वेश तिवारी, गिरिडीह, झारखंड।झारखंड सरकार राज्य के बाहर फंसे हुए लोगों के सहायता के लिए कटिबद्ध है।प्रवासी मजदूर हेल्प नम्बर के माध्यम से सम्पर्क करें।
सर्वेश तिवारी,झारखंड के गिरिडीह से साझा मंच में दूसरे प्रदेशों में फंसे हुए लोगों को बताते हैं कि जब भी आप लोग मोबाइल वाणी पर अपनी समस्याएं बताएं तो अपना मोबाइल नम्बर अवश्य बताएं।ताकि आपको आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जा सके।इसी क्रम में गिरिडीह जिले के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने उड़ीसा के पुरी में फंसे जिले के 25 लोगों को जिला कलेक्टर, पुरी,उड़ीसा के माध्यम से सहायता दिलाई।जिला कलेक्टर ने उन्हें सूचित किया है कि सभी 25 व्यक्तियों के रहने,एवं खाने की व्यवस्था तथा खाद्य सामग्री यथा चावल, दाल,चूड़ा, गुड़,तेल,आलू,नमक,और चीनी उपलब्ध करा दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य के बाहर फंसे हुए प्रवासी मजदूरों को राज्य सरकार जल्द ही डीबीटी के माध्यम से सहायता राशि उपलब्ध कराएगी। देश एवं राज्य में कोरो ना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए झारखंड सरकार पूरी तरह एक्टिव मोड पर आ गया है। मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने राज्य में कोरोना वायरस महामारी के दुष्प्रभाव को देखते हुए राज्य के सभी सांसद एवं सभी विधायकों के साथ झारखंड मंत्रालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक उच्च स्तरीय मैराथन बैठक की। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार सीमित संसाधनों के साथ गरीबों की सहायता में जुटी है।इस विकट परिस्थिति में सांसद, विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधियों की भूमिका अहम और महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि सीधे ग्रामीणों से जुड़े रहते हैं।उनकी शिकायतों, दिक्कतों और परेशानियों से अवगत रहते हैं। इस समय हम सभी को एकजुट होकर राज्य की जनता को राहत देना है।उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों का यह कर्तव्य बनता है कि वर्तमान परिस्थिति में राज्य सरकार द्वारा जो भी कार्य किए जा रहे हैं उसका पूरा लाभ आम जनता को मिले। यह सुनिश्चित कराने में भी अपनी भूमिका निभाएं। झारखंड के मजदूर देश के विभिन्न राज्यों में लॉक डाउन के कारण फंसे हुए हैं। प्रवासी मजदूरों को राहत पहुंचाने के लिए राज्य सरकार हर संभव कदम उठा रही है।जल्दी ही राज्य के बाहर फंसे मजदूरों को सरकार डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक के अकाउंट में सहयोग राशि उपलब्ध कराएगी। इस संबंध में विभागीय पदाधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका हैकि जल्द ही ऐसा मेकेनिज़्म डेवलप करें कि उन मजदूरों के सारे डिटेल उपलब्ध हो जाए।
सर्वेश तिवारी गिरिडीह झारखंड गिरिडीह क्षेत्र के शिक्षाविद देवेश कुमार देव ने मरकज के जमात में शामिल हुए जमातियों के निंदनीय हरकतों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मदर इंडिया फिल्म का गीत गुनगुनाते हुए कहा कि दुनिया में हम आए हैं तो जीना ही पड़ेगा जीवन है अगर जहर तो, पीना ही पड़ेगा। इस गीत को स्वर समार्ज्ञी लता मंगेशकर द्वारा गाया गया था। यह गीत जीवन की सच्चाई को बयान करता है जो आज की परिस्थितियों में जीने की जद्दोजहद को भी दर्शाता है।
झारखंड राज्य के गिरिडीह जिला से सर्वेश तिवारी साझा मंच के माध्यम से बताते हैं कि झारखंड राज्य में अब तक कोरोना संक्रमण से पीड़ित एक भी मरीज़ नहीं मिला है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में कुल 77 संदिग्ध लोगों की सैम्पल की जाँच हुई है जिसमे 61 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।