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अहमदाबाद, बटवा, बच्चू भाई कुँआ से बोल रहे हैं! इस लॉकडाउन में हम फँसे हुए हैं! कोई हेल्प नहीं मिल रहा है न तो गवर्नमेंट न कम्पनी की तरफ से! डाउन में बहुत सा कष्ट करना पड़ रहा है खाने-पीने का! सरकार तो राशन-पानी बाँट रही है पर हम लोगों तक नहीं पहुँच पा रहा है! जिसका पहुँच है उसको मिल रहा है! साझा मंच से उम्मीद करते हैं कि हम लोगों को कुछ मिलेगा! धन्यवाद!
बड़ोदरा सिटी, गुजरात!
जी, नमस्कार! मैं अहमदाबाद के बटवाविसार से बोल रहा हूँ! मेरा नाम गोविन्द पाल है! मैं यहाँ लॉकडाउन के बाद से फँसा हुआ हूँ! मैं जिस कम्पनी में काम करता हूँ, वहाँ मार्च महीने की सैलरी तो मिल गई अप्रैल की न मिली है और न ही मिलने की कोई आशा जग रही है! साल करने पर जो हमारे कांट्रेक्टर हैं वो फ़ोन नहीं उठा रहे हैं! उठाने के बावजूद भी बोलते हैं हैं कि आपको सैलरी नहीं मिलेगी क्योंकि आपने काम नहीं किया है! इसके चलते मुझे काफी दिक्कतें हो रहीं हैं....रूम किरायादेना...फ़िलहाल तो उन्होंने नहीं माँगा है पर देना तो पड़ेगा ही! सबसे दिक्कत हो रही है खाने की....पैसा नहीं है तो हम खाएँगे क्या? आप बाहर जा भी नहीं सकते, किसी से माँग भी नहीं सकते! हम चाहते हैं कि जितना ज़ल्दी से जल्दी मेरा हेल्प हो!
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अभी मेरे पास राशन नहीं है, पैसे की भी प्रॉब्लम हो रही है.... कम्पनी से भी पैसा नहीं मिला है. कैसे रोजी-रोटी चलेगी?
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