मध्य प्रदेश के निवासी ओला टैक्सी चालक इंद्रजीत साझा मंच मोबाईल वाणी के माध्यम से दिल्ली में अशमत अली से बात कर बता रहे हैं कि पैसा न होने के कारण लॉक डाउन में भी घर नहीं जा पाए और ओला ने भी कोई मदद नहीं की। लॉक डाउन में खर्च चलाने के लिए घर से पैसा मँगवाया और दिल्ली सरकार से सिर्फ़ एक बार राशन की मदद मिली। ओला कम्पनी ने जितना कहाथा, उतना भुगतान नहीं कर रही है, लेकिन फिर भी मजबूरी में टैक्सी चला रहे हैं। कम्पनी में बात करने पर कहा गया कि टैक्सी चलानी है तो चलाओ, नहीं तो मत चलाओ।