गुरुग्राम से सोनू साझा मंच मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि लॉक डाउन ख़त्म होने के बाद सरकार द्वारा गरीब श्रमिकों को मदद के नाम पर राजनीति कर रही है और हमारी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर रही है। बुरे वक़्त में आपके साथ कौन खड़ा है, इसे याद रखना चाहिए। श्रमिकों की कमाई से अपनी तिजोरियाँ भरने वाले कम्पनी-मालिकों ने लॉक डाउन के इस बुरे दौर में उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया है। इन सब परेशानियों से कीसी सरकार को कोई मतलब नहीं है।