अहमदाबाद, गुजरात से अरूण साझा मंच मोबाईल वाणी के माध्यम से सरकार से निवेदन कर रहे हैं कि कपड़ों की जो सिलाई यूनिट अभी किसी तरह चालू हुई हैं, लेकिन बीस-बाईस हज़ार कमाने वाला कामगार आज नौ-दस हज़ार पर काम करने को तैयार है। इस स्थिति में उनका जीविकोपार्जन मुश्किल हो गया है। इसे देखते हुए सरकार को उनकी मदद करनी चाहिए और मज़दूरों के जनधन खातों की तरह उनके खातों में भी आर्थिक मदद भेजनी चाहिए।