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जिला पश्चिमी सिंघभूम से विकास बेहरा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माधयम से बताते है की आज एक बैठक का आयोजन किया गया है जिसमे काफी सारे सदस्य शामिल हुवे है और लोगो से यह प्रशन किया जा रहा है की बच्चो पर होने वालो यौन शोषण पर हमारा समाज क्यो बात नहीं करते इस विषय पर लोगो ने बताया की बच्चे डर जाते है और बदनामी भी होती है।इस समस्या को ख़त्म करने के लिए जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है ग्राम सभा कर लोगो को इस बात पर बात करनी चाहिए और इस तरह के हरकत करने वालो को सजा देनी चाहिए।

जिला पश्चिमी सिंहभूम से सुनील अंगरिया झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि समाज में यौन अत्याचार होने पर पीड़ित परिवार अपने परिवार की बदनामी होने के कारन समाज के सामने यौन अत्याचार को छुपाने की कोशिश करते है और इस तरह के अत्याचार केवल गरीब परिवार वालो के साथ होता है अत:गरीब परिवार वाले शिक्षा की कमी के कारण बाल यौन शोषण को बढ़ावा देने से नहीं रोक पाते है।

पाश्चामी सिंघभूम से सुशीला जी मोबाइल वाणी के मध्य से लोगो से ये बताना चाहती है कि बच्चो के साथ शोषण होने के बाद भी माँ बाप इस लिए चुप रहते है क्युकी उनको अपनी बढ़ने का चिंता रहता है और कभी कभी कोई बोलना भी चाहता है तो संकोच से वो बोल नहीं पता है।ये कहती है की इस तरह की घटनाए तब बंद होगी जब समाज में कड़ी नियम बनाये जाएंगे,पीड़ित परिवार को जागरूक किया जाए गा और सबसे एहम बार की माता पिता अपने बच्चो का ख्याल अच्छे से रक्खेंगे।

पाश्चामी सिंघभूम,चाइबासा से विकाश बेरा मोबाइल वाणी के माध्यम से प्रलूखर जी से ये जानना चाह रहे है कि बाल यौन शोषण को किस तरह रोक जा सकता है। इनके पूछे जाने पर प्रलूखर जी ने बताया की अगर बाल यौन शोषण को रोकना है तो सख्त कानून बनाया जाए और ना ही सिर्फ बनाया जाए बल्कि उसका पालन भी हो इस पर ध्यान दिया जाए। साथ ही साथ इन्होने कहा की पीड़ित परिवार समाज के डर से,बदनामी के दर इस इसके खिलाफ आवाज नहीं उठाते है।

पश्चिम सिंघभूम,चाइबासा से विकाश बेहरा जी मोबाइल वाणी के मध्य से नीलम जी से बात कर रहे है और उनसे जानना चाहते है की बाल यौन शोषण को कैसे रोक जाए। नीलम जी कह रही है की पीड़ित परिवार इस लिए बाल यौन शोषण पर बात नहीं करती क्युकी उन्हें उनकी बदनामी का दर रहता है। साथ ही साथ यह ये भी कह रही है कि माता पिता को हमेशा अपने बच्चे पर ध्यान रखना चाहिए और इस सुमुदाईक बैठक कर गंभीर रूप से इस विषय पर चर्चा करनी चाहिए।