दुमका,काठीकुंड से जीतेन्द्र कुमार भगत झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम जानकारी दे रहे है की हमारे समाज में जो ऊंची और नीची जाती का चलन था वह आज भी ख़त्म नहीं हुआ है लोग शिक्षित तो हो गए, पर पुराने भेद-भाव को अभी नहीं भुला पाए है उनके वंसज का गुण अभी भी उनमे है देखा जाता है की उंची जाती के लोग नीची जाती के साथ खाना-पीना साथ में उठना-बैठना नहीं चाहते है.

दुमका,काठीकुंड से जीतेन्द्र कुमार भगत झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम जानकारी दे रहे है की पंचायत और स्कुल भवनो का अतिक्रमण आशियाने के रूप में राहगीरो द्वारा कर लिया गया है जिससे स्कुलो और पंचायत भवनो में चल रहे कार्यो में बाधा पहुच रही है.चितकोरियो से चिरायडीह ताक जो सड़क बन रही है उस पर कार्य करने वाले मजदुर उस क्षेत्र के स्कुलो,पंचायतो और आंगनबाड़ी केन्द्रो में अपना आश्रय लिए हुए है अत:प्रशासन को इनको हटाना चाहिए।

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दुमका,शिकारीपाड़ा से जीतेन्द्र भगत झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की आज भी बाल विवाह का चलन बढ़ गया है आज भी कम उम्र में लडकियो की शादी कर दी जाती है जो की एक गंभीर समस्या है और हमारे समाज रोग की भांति कार्य कर रही है और काफी ख़राब है क्योकि हमारे समाज में आज भी 15 से 17 उम्र में माँ बन जाती है जो की काफी खतरनाक है क्योकि उस अवस्था में उनके शरीर का पूरी तरह से विकास नहीं होता है अत: जो भी कानून बने है उनका सख्ती से पालन भी होना चाहिए।

दुमका,शिकारीपाड़ा से जीतेन्द्र भगत झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की आज कल हमारे समाज की स्थिती काफी ख़राब हो गयी है नारी को भोग की वस्तु बना दिया गया सोच या बदलाव के नाम पर कुछ नहीं हो रहा है रह चलते महिलाओ और छात्राओ को छेड़ा जा रहा है उन पर गंदे ताने कसे जाते है और यह हर गली नुक्कड़ पर हो रहा है यह लोगो को गलत मानसिकता की वजह से भी हो रहा है जो उनके मन में घर कर गयी है की औरत मात्र उपभोग का साधन है जबकि हमारी आधी आबादी महिलाओ की है लोगो को समझना चाहिए की नारियो के बिना समाज की कल्पना तक नहीं की जा सकती है तो अपने मन अच्छी सोच लानी चाहिए महिलाओ को आदर और सम्मान देना चाहिए ना की उन्हें उपभोग की वास्तु समझनी चाहिए।

दुमका,शिकारीपाड़ा से जीतेन्द्र भगत झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की आज भी बाल विवाह का चलन बढ़ गया है आज भी कम उम्र में लडकियो की शादी कर दी जाती है जो की एक गंभीर समस्या है और हमारे समाज रोग की भांति कार्य कर रही है और काफी ख़राब है क्योकि हमारे समाज में आज भी 15 से 17 उम्र में माँ बन जाती है जो की काफी खतरनाक है क्योकि उस अवस्था में उनके शरीर का पूरी तरह से विकास नहीं होता है अत: जो भी कानून बने है उनका सख्ती से पालन भी होना चाहिए।

दुमका,शिकारीपाड़ा से जीतेन्द्र भगत झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की आज कल हमारे समाज की स्थिती काफी ख़राब हो गयी है नारी को भोग की वस्तु बना दिया गया सोच या बदलाव के नाम पर कुछ नहीं हो रहा है रह चलते महिलाओ और छात्राओ को छेड़ा जा रहा है उन पर गंदे ताने कसे जाते है और यह हर गली नुक्कड़ पर हो रहा है यह लोगो को गलत मानसिकता की वजह से भी हो रहा है जो उनके मन में घर कर गयी है की औरत मात्र उपभोग का साधन है जबकि हमारी आधी आबादी महिलाओ की है लोगो को समझना चाहिए की नारियो के बिना समाज की कल्पना तक नहीं की जा सकती है तो अपने मन अच्छी सोच लानी चाहिए महिलाओ को आदर और सम्मान देना चाहिए ना की उन्हें उपभोग की वास्तु समझनी चाहिए।

दुमका,शिकारीपाड़ा से जीतेन्द्र भगत झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की आज कल शिक्षा का बाजारीकरण हो गया है कई सारे पुब्लिक स्कुल और कोचिंग संस्थान विकसित हो रहे और अच्छी शिक्षा देने के नाम पर बच्चो को ये धन उगाही का साधन बना रहे है बच्चो से मोटी-मोटी फ़ीस ली जाती है और जैसी शिक्षा दी जानी चाहिए वैसी नहीं मिलती। कोचिंग संस्थान तो बच्चो के साथ खेल करते है कभी अपनि संस्थान का नाम और प्रचार-प्रसार के लिए बच्चो को आगे कर देते है अत:प्रसाशन इन पर लगाम कसे.

अवनीश कुमार दुमका से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है की BPL कार्ड बनाने में काफी अनियमितता बरती जा रही है इन्होने बताया जिनके घर में साडी सुविधाये मौजूद यही उनको APL और BPL कार्ड का लहब दिया जा रहा है जबकि जो अत्यंत गरीब है और जिन्हे APL और BPL कार्ड दिया जाना चाहिए उन्हें ही नहीं मिल रहा है।नमो की सूचि बिना घर-घर का निरिक्षण किये ही बना दिया गया है।प्रशासन को इसकी जाँच करनी चाहिए

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May 5, 2014, 5:09 p.m. | Location: 10: JH, Giridih, Bengabad | Tags: PDS   grievance   int-TR   BPL   | Category: Govt Schemes->PDS->Grievance->Conflicting documentation

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