जिला जमशेदपुर से सुन्दर राजन गोप जी झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि शुक्रवार को दोपहर 2:30 बजे के बाद जोर-जोर से आंधी आयी। जिससे जमशेदपुर शहर पूरा अँधेरे के चपेट में आ गया था। शहर में बादल छाने के साथ-साथ तेज हवा एवं बारिश भी ही रही थी। शुक्रवार की दोपहर तेज आंधी के साथ बरसात होने लगी वही जोर से हवा चली। शाम को बारिश छूटने के बाद धीरे-धीरे वातावरण ठंडा होने लगा। इस ठंडी मौसम में लोग बाहर निकल आये और इस वातावरण में ठंडी हवा का लुफ्त उठाने लगे।
पूर्वी सिंहभूम,जिले के दलदली पंचायत से धरणी जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि शाम के समय में लगभग रोज झमाझम बारिश हो रही है, जिस कारण मौसम सुहाना हो गया है। दिन में गर्मी से परेशान लोगों को शाम होते ही ,झमाझम बारिश से राहत मिल रही है।परन्तु तेज हवा और आंधी -पानी से भारी तबाही भी देखा जा रहा है। यहाँ तक कि लोगों के घरों के छज्जे तक उड़ जा रहे हैं। जिसके कारण लोगो को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
पूर्वीसिंघभुम,जमशेदपुर के दलदली पंचायत से धरणी जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि सभी के मन में यह सवाल है कि पेड़ो को क्यों काटा जाता है...? पेड़ो को लगाने में ना ही पैसे खर्च करने पड़ते हैं, और ना ही पानी खर्च करना पड़ता है। जंगलों में लगे पेड़ो का कोई देखभाल नहीं करते है पर फिर भी उन पेड़ो को काटने के लिए लोग चले जाते है।पेड़ हमेशा किसी से कुछ ना लेकर सब कुछ देता हैं।पेड़ो से मनुष्य को छाया मिलती है।यदि लगातार पेड़ो की कटाई चलती रहेगी तो कुछ समय बाद मनुष्य का अस्तित्व धरती से खत्म हो जाएगी। अत: पेड़ों को सुरक्षित रखना बहुत जरुरी है।
पूर्वीसिंघभुम,जमशेदपुर के दलदली पंचायत से धरणी जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि भीषण गर्मी से लोग बहुत परेशान थे पर शाम के चार बजे अचानक मौसम का रुख बदला और आँधी-पानी के साथ छोटे-छोटे ओले भी गीरे, जिससे मौसम ठंडा हो गया और लोगो को काफी राहत महसूस हुई।
जिला जमशेदपुर,झारखण्ड से धरनी गोराई झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि इस झमाझम बारिश से चारो ओर हरियाली छा गयी है। मैदानों में चरते हुए पालतू पशुओ को काफी फायदा मिल रहा है क्यूंकि इस बारिश से मैदानों में हरे-भरे घास उग आये है। इस बारिश ने पशुओ के लिए एक उपहार है। इससे सारा जगह हरा-भरा प्रतीत हो रहा है। इस बारिश से चरने वाले पशु को खाना भरपूर मिल रहा है।
जमशेदपुर से सुन्दर राजन गोप जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि जमशेदपुर क्षेत्र में सोमबार शाम को करीब आधा घंटा बूंदा-बांदी बारिश हुई। इससे लोगो को गर्मी से बहुत ज्यादा राहत नहीं मिली। लोगो को और ज्यादा बारिश होने की उम्मीद थी जो की नहीं हुई।
जमशेदपुर से धरनी जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि जमशेदपुर प्रखण्ड के दलदली पंचायत के अंतर्गत पिछले आठ दिनों से बारिश नहीं हुई है। जिसके कारण लोगो में अफरा-तफरी मची हुई है। दिन में काफी गर्मी रहती है और लू भी चलती है और लोग इस धुप में घूम रहे है,इससे लोगो को लू भी लग सकती है। इनका सभी से कहना है कि इस गर्मी के मौसम में धुप में न घूमे।
जमशेदपुर जिले से धरनी गोराई जी झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि पंचायती राज होने के बावजूद भी गांव में विकास का काम नहीं हुआ है। सरकार ने कहा है कि पंचायती राज होने पर गाँवो को काफी विकसित किया जा सकता है, लेकिन ये सब नहीं हो रहा है। धरनी जी कहना है कि पंचायत के सभी अधिकारी सिर्फ अपना देख रहे है विकास के नाम पर ना शौचालय,ना पक्की सड़क, ना अच्छी बिजली व्यवस्था और ना ही स्वच्छ पानी लोगो को मिल पा रही है। गांव पूरी तरह पिछड़ा हुआ है इसमें किसी भी तरह का विकास नहीं हो रहा है।
जमशेदपुर जिले से धरनी गोराई जी झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि गांव में ज्यादातर लोग किसान एवं श्रमिक होते है। इनके पास अधिक मात्रा में पालतू पशु पाये जाते है जिसके मल को डालने के लिए एक बड़े से गड्ढे का स्तेमाल किया जाता है, जब बारिश के मौसम में ये गड्ढा पूरी तरह भर जाता है तब इस जल-जमाव के कारण मलेरिया मच्छर पनपते है और लोगो को अपनी चपेट में ले लेते है जिससे लोगो को मलेरिया हो जाता है। उनका कहना है कि ऐसी कोई व्यवस्था होनी चाहिए कि इस गड्ढे को भरा जा सके या इसके निपटारन के लिए कोई तकनीक अपनायी जा सके। सरकार द्वारा दवा का छिड़काव भी नहीं किया जा रहा है जिसके कारण लगो को मच्छर से जूझना पड़ रहा है। इसलिए सरकार या प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए जिससे लोग मलेरिया जैसी मच्छरों से बच सके।
पूर्वी सिंहभूम, जिला जमशेदपुर, पंचायत दलदली के गांव हरमाडीह से धरणी जी मोबाईल वाणी के माध्यम से कहते है कि इनके गांव में पिछले एक साल में एक ही बार ग्रामसभा का आयोजन हुआ है। राज्य में पंचायती राज व्यवस्था लागू होने के बावजूद भी इनके पंचायत में कोई विकास नहीं हो रहा है ।वे बताते है कि हरमाडीह गाँव में मात्र एक ही शौचालय है इससे पता चलता है की विकास किस गति से हो रही है। अब ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस गांव का विकास किस गति से हो रहा है।