बोकारो: महावीर प्रसाद महतो ने नवाडीह बोकारो से झारखण्ड मोबिल वाणी पर एक कविता प्रस्तुत किया है.

बोकारो नवाडीह से राजेश कुमार जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी पर बताया की उत्तराखंड में आई आपदा में फसे लोगो की सहायता के लिए सभी लोगो के चंदे इक्कठे किये और जिसे बैंक ऑफ़ इंडिया के द्वारा उसे प्रधानमंत्री रहत कोष में भेजा। झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से और सभी सुनने वाले लोगो से अपील किया हैं की वे सभी उनके लिए योगदान करे.

जिला बोकारो के नवाडीह प्रखंड से जल्लुदीन ने झारखण्ड मोबाइल वाणी को बताया कि बोकारो जिला के कुरपनिया में एक कार्यक्रम चलाया गया जिसका नाम था rti का प्रोग्राम था उसका जागरूकता एक अभियान था यह अभियान यूनाइटेड मिलीफारम के बेनल तले किया गया इस अभियान में rtiके बारे में जानकारी दी गई बिहार से आए महेंद्र ने इसकी जानकारी दी तथा इसे इस्तमाल करने को कहा गया जिससे भ्रष्ट को ख़त्म किया जा सके.

जिला बोकारो के नवाडीह प्रखंड से जलारुधीन अंसारी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी को बताया कि गोमिया से बिजली की सप्लाई होती है.उसमे बहुत तरह की गड़बड़ियां होती है जिसके कारण बिजली सही तरह से नहीं रहती है बारिश होने से तार गिरने का डर रहता है. जिससे यहां के लोगो को काफी परेशानी होती है. शाम होते ही बिजली चली जाती है जिससे बच्चे ठीक तरह से पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते है अत: मोबाइल वाणी के माध्यम से विधुत कर्मियो को यह संदेश देते है की इस समस्या पर ध्यान दी जाए.

बोकारो: बसंती कुमारी ने नवाडीह बोकारो से झारखण्ड मोबाइल वाणी पर एक कविता प्रस्तुत किया है

बोकारो नवाडीह से भोला प्रसाद झारखण्ड मोबाइल वाणी पर जानकारी दे रहे है कि उनके क्षेत्र में 2005 से आंगनबाड़ी केंद्र चल रहे हैं करीब 238केंद्र चलते है उसमे से 100 भाड़े पे चलते है प्रति महीने 200 रुपये कि दर से रुम किराया आता है पर सीडीपीयो और सुपरवाईजर सरे पैसे गबन कार जाते है और सारी कि सारी राशी वापस कर देते है और सारी सेविकाए गुहार लगाती रह जाती है पर उन्हें रूम किराये क राशि नहीं मिल पता है और 500 रुपये घूस माँगा जाता है.

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बोकारो: नवाडीह,बोकारो से जे.एम रंगीला ने झारखण्ड मोबाइल वाणी एक कविता प्रस्तुत किया है.

भोला प्रसाद बोकारो,नवाडीह से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से राज्यपाल तक अपनी बात पहुचाना चाह रहे है कि नवाडीह p.H.C में कोर्डिनेटर के पद पर 2008 में नियुक्ति कि गयी थी, पर अभी तक इनको मानदेय नहीं मिला है और इन्हें लिखित भी नहीं दिया गया है अत: इनकी मांग है कि इन्हें जल्ड से जल्द मानदेय दिया जाये और साथ ही वापस कार्य पर लौटाया जाये

बोकारो के उपार्घट से उमेश उजागर ने झारखण्ड ग्राम वां को बताया कि जबतक स्तानिये निति बाण कार तैयार नहीं हो जाती तब तक कोई भी नियुक्ति ना कि जाये. क्युकी तीत कि रिजल्ट में ९० फीसदी बाहार के लोग है. केवल १० फीसदी लोगों ने ही सतानिये झारखण्ड के लोग ही है. जिस पारकर दुसरे राज्य में निति बनी है उशी पारकर निति बनाई जाये इसके बाद ही बहाली हो..