दिल्ली से 18 वर्षीय राजा हिन्दुस्तानी मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि स्त्री और पुरुष दोनों को प्रॉपर्टी में बराबर अधिकार होता है
उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला से विशाल सिंह की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से 55 वर्षीय खंजनती प्रसाद दुबे से हुई। खंजनती प्रसाद दुबे यह बताना चाहते हैं कि महिलाओं को जमीन में अधिकार देना चाहिए। महिलाओं को जमीन में अधिकार देने से सम्बंधित सरकार द्वारा लाया गया कानून अच्छा है। महिलाओं का सभी जगह अधिकार होना चाहिए
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से भूमि अधिकार पर पूनम कुमारी से साक्षात्कार लिया।पूनम कुमारी ने बताया कि कई महिलाएं जमीन पे अधिकार लेने से हिचकिचाती हैं।क्योंकि उन्हें ऐसे कदम उठाने में डर लगता है।
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से भूमि अधिकार पर पूनम कुमारी से साक्षात्कार लिया।पूनम कुमारी ने बताया कि बेटियां भूमि में हक़ मांगती हैं तो उन्हें गलत नज़र से देखा जाता है।क्योंकि दहेज दे कर बेटी की शादी कर दी जाती है। दहेज़ के बाद मायके में बेटी को सम्पत्ति नही दिया जाता है। यदि उसे दहेज नही दिया जाता तो पैतृक सम्पत्ति में उसका हक़ बना रहता।अतः दहेज प्रथा के कारण बेटी पैतृक सम्पत्ति में अधिकार से वंचित रह जाती है
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से भूमि अधिकार पर सलोनी कुमारी से साक्षात्कार लिया।सलोनी कुमारी ने बताया कि महिलाओं को भूमि पर अधिकार देना चाहिए। पुरुषों को जागरूक होना चाहिए और महिलाओं को जमीन में अधिकार दिलाने में उनकी मदद करनी चाहिए
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से भूमि अधिकार पर नेहा कुमारी से साक्षात्कार लिया।नेहा कुमारी ने बताया कि महिलाओं को भूमि पर अधिकार पाने के लिए बदलाव जरूरी है। महिलाओं के नाम पर जमीन हो जायेगा तो उनके बच्चों के लिए अच्छा रहेगा। बच्चों का भविष्य बन जायेगा
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से भूमि अधिकार पर नेहा कुमारी से साक्षात्कार लिया।नेहा कुमारी ने बताया कि महिलाओं को भूमि में अधिकार पाने के लिए जागरूक करना चाहिए
उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला से विशाल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से रामबाबू से साक्षात्कार लिया। रामबाबू ने बताया कि महिलाओं और बेटियों को पैतृक सम्पत्ति में हिस्सा मिलना चाहिए। यह कानून सही है
झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग जिला से राजकुमार मेहता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं ने अपने अधिकारों को पाने के लिए कई प्रयास किए। जिनमे पहला प्रयास था, महिलाओं ने शिक्षा प्राप्त करने के लिए संघर्ष किया।ताकि वे अपने अधिकारों को समझ सके और समाज में बराबरी का स्थान पा सके।दूसरा, सामाजिक आंदोलन था। महिलाओं ने विभिन्न सामाजिक आंदोलनों में भाग लिया जैसे कि माताधिकार आंदोलन। जिससे उन्हें वोट देने का अधिकार मिला।तीसरा, महिलाओं ने कानूनों में सुधार की मांग की। जैसे - दहेज प्रथा के खिलाफ कानून, घरेलू हिंसा से सुरक्षा और समान वेतन के लिए संघर्ष। चौथा,संगठित प्रयास था। इसमें महिलाओं ने स्वयं सहायता समूह,महिला संगठन और समितियां बनाकर अपने अधिकारिओं के लिए आवाज उठाई।
झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग जिला से राजकुमार मेहता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं ने अपने अधिकार के लिए सत्याग्रह में भाग लिया था।अछुत महिलाओं के बीच शिक्षा और जागरूकता फैलाने के लिए महिला संघ शुरू की गई।1927 में मंदिर प्रवेश के लिए हुए महाड़ सत्यग्रह में भी स्वर्ण हिन्दुओं ने भाग लिया।सत्याग्रह में स्त्री और शूद्रों को अपमानित करने वाली मनु स्मृति को जलाने का निर्णय लिया गया। मनु स्मृति की होली जलाने के बाद हुए प्रदर्शन में पचास से अधिक महिलाओं ने भाग लिया।इसके बाद अम्बेडकर ने सभा को सम्बोधित किया और महिलाओं को साड़ी पहनने की अपनी शैली बदलने , हल्के गहने पहने और मृत जानवरों का मांस ना खाने की सलाह दी।
