बिहार राज्य के पूर्णिया जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता दीपक कुमार ने आशा कार्यकर्त्ता संगीता देवी से साक्षात्कार लिया।संगीता देवी ने बताया कि वो आशामुहैया पंचायत के वार्ड नंबर 6,केंद्र संख्या 34 में आशा के पद पर कार्य करती हैं। गर्भ के छः,सात और आठ महीने में हीमोग्लोबिन की जाँच की जाती है।जिन महिलाओं में खून की कमी पाई जाती है,उनको आयरन सुक्रोज चढ़ाया जाता है।पहले महिलाओं में आयरन सुक्रोज के बारे में जानकारी नही थी।फिर महिलाओं को काउंसिलिंग के माध्यम से जागरूक किया गया और उनको इस बात की जानकारी दी गई कि सरकारी अस्पताल में फ्री आयरन सुक्रोज का डोज़ दिया जाता है।इसके साथ ही पूर्णिया मोबाइल वाणी के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को सन्देश मिलने लगा। जिसमे आयरन सुक्रोज के सभी डोज़ कम्प्लीट करने की सलाह दी जाती है एवं इनके महत्व को भी विस्तार से समझाया जाता है।सन्देश का महिलाओं पर असर हुआ और वो आयरन सुक्रोज का डोज़ लेने नियमित अस्पताल जाने लगी।आयरन सुक्रोज का डोज़ लेने के बाद महिलाओं को फायदा हुआ है।उनके स्वास्थ्य में अद्भुत सुधार हुआ।बातचीत के दौरान संगीता देवी ने बताया कि इन्होने पिछले दो तीन महीनों में सात से आठ महिलाओं को आयरन सुक्रोज का डोज़ दिलवाया है।पूर्णिया मोबाइल वाणी से संगीता का आग्रह है कि ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए,जिससे सभी गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य सम्बंधित सन्देश प्राप्त हो।इन संदेशों का असर होता है एवं महिलाएं समय से आयरन सुक्रोज का डोज़ लेने स्वास्थ्य केंद्र आती हैं।
बिहार राज्य के पूर्णिया जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता दीपक कुमार ने 'गर्भवती महिलाओं में खून की कमी' विषय पर सेविका माहेरा खातून से साक्षात्कार लिया।सेविका माहेरा खातून ने बताया कि वो चरिया पंचायत,प्रखंड बायसी के सात नंबर वार्ड की सेविका हैं।जाँच में जिन गर्भवती महिलाओं में खून की कमी पाई जाती है,उनको महीने के 9 और 21 तारीख को हॉस्पिटल भेजकर आयरन सुक्रोज का डोज़ चढ़ाया जाता है।पूर्णिया मोबाइल वाणी के तरफ से लाभार्थियों के पास फोन आता है।माहेरा खातून ने भी संदेशों को सुना है।संदेशों में जच्च-बच्चा के देखभाल,साफ़ सफाई,पौष्टिक आहार एवं आयरन सुक्रोज डोज़ के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारियां दी जाती है। इन संदेशों को सुनकर क्षेत्र की गर्भवती महिलाएं जागरूक हो रही हैं।माहेरा खातून के अनुसार पूर्णिया मोबाइल वाणी द्वारा गर्भवती महिलाओं को जागरूक करने का प्रयास सराहनीय है।ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को जोड़कर उन तक जानकारियां पहुंचाना जरुरी है।सुरजापुरी भाषा में भी ऐसे उपयोगी कार्यक्रम प्रसारित होने चाहिए।
बिहार राज्य के पूर्णिया जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता दीपक कुमार ने 'एनीमिया के बढ़ते प्रभाव' पर एनम आर्सिना बास्की से साक्षात्कार लिया।एनम आर्सिना बास्की ने बताया कि वो पीएचसी बायसी लेबर रूम में काम करती हैं। सरकार के पहल पर ये गर्भवती महिलाओं को आयरन सुक्रोज के बारे में जागरूक करती हैं। हर महीना स्वास्थ्य केंद्र पर 'मातृत्व सुरक्षित अभियान' के तहत लाभार्थी की जाँच की जाती है।जाँच के माध्यम से "एनीमिया माताओं" की पहचान होती है और उन्हें आयरन सुक्रोज के लिए काउंसलिंग की जाती है तथा आयरन सुक्रोज चढ़ाया जाता है।पहला डोज़ लगाकर भेज दिया जाता है। मगर आयरन सुक्रोज का दूसरा डोज़ देना चुनौतीपूर्ण होता है,क्योंकि महिलाएं डोज़ लेने के प्रति सजग नही रहती हैं।पूर्णिया मोबाइल वाणी के प्रयासों से तथा उनके द्वारा भेजे जाने वाले संदेशों को सुनकर महिलाएं जागरूक होती हैं और आयरन सुक्रोज लेने के लिए प्रेरित होती हैं।जो भी महिलाएं पीएचसी का दूसरा डोज़ लेने आती हैं वो कहती हैं कि वो पूर्णिया मोबाइल वाणी सुनकर आई हैं।मोबाइल पे अधिक से अधिक स्वास्थ्य सम्बंधित जानकारियां मिलने से बहुत लाभ हुआ है।गर्भावस्था के दौरान रहन-सहन,खान-पान,सफाई का महत्व,इत्यादि के बारे में पूर्णिया मोबाइल वाणी द्वारा दी गई जानकारियां उपयोगी है।एनम आर्सिना बास्की का पूर्णिया मोबाइल वाणी से अनुरोध है कि गर्भवती महिलाओं के देखरेख सम्बंधित जानकारियां सुरजापुरी भाषा में भी प्रसारित किया जाए। स्थानीय बोलचाल की भाषा सुरजापुरी होने के कारण महिलाओं को सन्देश समझने में आसानी होगी और वो ज्यादा लाभान्वित हो पाएंगी।गर्भवती महिलाओं को जागरूक करने के लिए पूर्णिया मोबाइल वाणी के द्वारा फ़ोन पर आवश्यक और ज्ञानवर्धक सन्देश निरंतर प्रसारित होनी चाहिए।
बिहार राज्य के पूर्णिया जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता दीपक कुमार ने 'गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में होने वाली कमजोरी' पर एनम शोभा रानी सोरेन से साक्षात्कार लिया।एनम शोभा रानी सोरेन ने बताया कि ये स्वास्थ्य केंद्र की रूटीन इंचार्ज हैं और लेबर रूम में काम करती हैं।पहले इनको और ग्रामीणों को आयरन सुक्रोज के इंजेक्शन के बारे में जानकारी नही थी।पूर्णिया मोबाइल वाणी के प्रयासों से और उनके माध्यम से मिले संदेशों से इसके बारे में जानकारी हुई।अब ग्रामीण इस इंजेक्शन के बारे में जागरूक हो गए हैं।शोभा रानी के अनुसार आशा दीदी की मदद से महीने के दो तारीखों [ 9 और 21 ]को लाभार्थी को बुलाकर काउंसिलिंग किया जाता है।जिसमे गर्भवती महिलाओं को विस्तार से समझाया जाता है कि उचित खानपान के अभाव में खून की कमी हो सकती है और उससे माँ और बच्चा कमजोर हो सकता है । ऐसे में जान जाने की सम्भावना भी बनी रहती है। लाभार्थियों को समझाने का असर ये हुआ कि अब ज्यादा संख्या में गर्भवती महिलाएं इंजेक्शन लेने आने लगी हैं।साथ ही पूर्णिया मोबाइल वाणी कार्यकर्ता बीच बीच में आते हैं और गर्भवती महिलाओं को जागरूक करते हैं। इससे भी बहुत मदद मिली है।पूर्णिया मोबाइल वाणी के तरफ से नियमित फोन गर्भवती महिलाओं को जाता है।इन संदेशों को सुनकर वो आयरन सुक्रोज का इंजेक्शन लेने के लिए प्रेरित होती हैं और स्वास्थ्य केंद्र में जाकर इंजेक्शन लेती हैं। इंजेक्शन लेने के बाद महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है।एनम शोभा रानी का पूर्णिया मोबाइल वाणी से अनुरोध है कि गर्भवती महिलाओं के देखरेख सम्बंधित जानकारियां सुरजापुरी भाषा में भी प्रसारित किया जाए। स्थानीय बोलचाल की भाषा सुरजापुरी होने के कारण महिलाओं को सन्देश समझने में आसानी होगी और वो ज्यादा लाभान्वित हो पाएंगी ।
झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता गीता सिंह ने 11 -09 -2025 को एक सन्देश रिकॉर्ड करवाया था। जिसमें बताया गया था कि हजारीबाग सदर हॉस्पिटल में पर्ची कटवाने को लेकर समस्या हो रही थी।बड़े मोबाइल से ही पर्ची कटवाया जा रहा था।जिनके पास छोटा मोबाइल था वो लोग पर्ची नही कटवा पा रहे थे।क्योंकि पर्ची कटवाने के लिए खुद का ही बड़ा मोबाइल होना जरुरी था। इस सन्देश को मोबाइल वाणी पर प्रसारित किया गया और सिविलसर्जन,उच्च अधिकारीयों एवं शेख भिखारी मेडिकल के सुपरिटेंडेंट तक यह बात पहुंचाई गई।जिसका परिणाम यह हुआ कि अब अस्पताल में छोटे मोबाइल रखने वाले व्यक्ति दूसरे के मोबाइल से खुद का पर्ची कटवा रहे हैं।
बिहार राज्य के पूर्णिया जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता दीपक कुमार ने 'एनीमिया के बढ़ते प्रभाव' के ऊपर परवीना से साक्षात्कार लिया।परवीना ने बताया कि उनको आयरन सुक्रोज का डोज़ लेने से सम्बंधित पूर्णिया मोबाइल वाणी से कॉल आता था।मोबाइल वाणी से प्राप्त संदेशों से जागरूक और प्रेरित होकर इन्होने आयरन सुक्रोज का पूरा डोज़ लिया।परवीना को हिंदी में कार्यक्रम सुनकर अच्छे से समझ में आ जाता है। लेकिन इनकी इच्छा है कि कार्यक्रम सुरजापुरी भाषा में भी बनना चाहिए, इससे गर्भवती महिलाएं सन्देश अच्छे से समझ पाएंगी।आयरन सुक्रोज का डोज़ लेने से पहले उनको परेशानी ,चक्कर ,कमजोरी ,काम करने पर थकान, आदि समस्याएं होती थी।लेकिन डोज़ लेने के बाद उनको अच्छा महसूस हुआ एवं डिलीवरी भी समय पर हो गया।मोबाइल वाणी का कॉल प्राप्त करने में इनको कोई दिक्कत नही होती है। बस कभी- कभी नेटवर्क की समस्या होती है।परवीना आयरन सुक्रोज से सम्बंधित कार्यक्रम से जागरूक हुई हैं और इनकी इच्छा है कि अन्य महिलाएं भी सन्देश प्राप्त करें और जानकारियों का लाभ उठाएं।
बिहार राज्य के पूर्णिया जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता दीपक कुमार ने नूर फातिमा से साक्षात्कार लिया।नूर फातिमा ने बताया कि वह आयरन सुक्रोज का पांच डोज ले चुकी हैं ।वह आशा दीदी के साथ यह डोज लेने के लिए अस्पताल जाती थी ।उनको आयरन सुक्रोस का एक डोज लेने से पहले ज्यादा कमजोरी लग रहा था।उसके बाद दो डोज़ लगने के बाद उनको अच्छा महसूस हो रहा था ।उनको पूर्णिया मोबाइल वाणी से मालती दीदी का कॉल आता है और उनको पौष्टिक आहार लेने की सलाह देती है और पानी अधिक से अधिक पिने की सलाह देती है।आयरन सुक्रोज का एक डोज लेने के बाद वह अस्पताल दूर होने के कारण नहीं जाना चाहती थी लेकिन पूर्णिया मोबाइल वाणी से कॉल आने के बाद नूर फातिमा प्रेरित होती थीं और जा कर इंजेक्शन लेती थीं ।
बिहार राज्य के पूर्णिया जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता दीपक कुमार ने रूही से साक्षात्कार लिया।रूही ने बताया कि उनको मोबाइल वाणी के माध्यम से कॉल आता था जिसमे आयरन सुक्रोज की डोज़ लेने की सलाह दी जाती थी और पौष्टिक आहार ,डाभ का पानी पीने,समय समय पर खून की जांच कराने आदि की सलाह दी जाती थी। सन्देश से रूही जागरूक हुईं और आयरन सुक्रोज का चार डोज़ लिया।जिसके बाद उनको अच्छा महसूस होने लगा।डोज़ लेने से पहले उनको कमजोरी महसूस हो रहा था।डोज़ लेने के लिए दूर जाना पड़ता था और आने जाने में परेशानी होती थी।अब उनका डिलीवरी हो चूका है और बच्चा भी स्वस्थ है।वह चाहती हैं कि गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य सम्बंधित जानकारी सुरजापुरी भाषा में भी मिले।
बिहार राज्य के पूर्णिया जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता दीपक कुमार ने जीनत परवीन से साक्षात्कार लिया।जीनत परवीन ने बताया कि इनको मोबाइल वाणी के माध्यम से आयरन सुक्रोज इंजेक्शन से सम्बंधित सन्देश प्राप्त हुआ था। यह सन्देश इनको उपयोगी और ज्ञानवर्धक लगा और इन्होने सन्देश का लाभ उठाया। समय से जीनत ने आयरन सुक्रोज के चार इंजेक्शन लगवा लिया।सन्देश की भाषा हिंदी होने से इनको समझने में आसानी हुआ।जीनत का विचार है कि इस प्रकार का स्वास्थ्य सम्बंधित सन्देश गर्भवती महिलाओं के फ़ोन पे आते रहना चाहिए।
बिहार राज्य के पूर्णिया जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता दीपक कुमार ने डोली से साक्षात्कार लिया।डोली ने बताया कि इनको गर्भवती महिलाओं के खानपान के बारे में जानकारी नही थी। फिर एक दिन मोबाइल पर गर्भवती महिलाओं के खानपान सम्बंधित सन्देश प्राप्त हुआ।जिसमें पौष्टिक खानपान और स्वच्छ पानी पीने के बारे में बताया गया था। आयरन की उपयोगिता और उसके महत्त्व पर जोर दिया गया था। जानकारी मिलने पर डोली को बहुत लाभ हुआ। साथ ही इन्होने आयरन सुक्रोज के चार इंजेक्शन लगवा लिया था।इंजेक्शन लगवाने से पहले इनको कमजोरी महसूस होता था और चक्कर एवं नींद आती थी। फिर आशा दीदी की सहयता से आयरन सुक्रोज इंजेक्शन लगवाया। सुई लेने के बाद स्वास्थ्य में सुधार हुआ। डोली का मोबाइल वाणी से आग्रह है कि गर्भवती महिलाओं के फ़ोन पे स्वास्थ्य सम्बंधित सन्देश जैसे इनको प्राप्त हुआ वैसे ही अन्य महिलाओं को भी प्राप्त होना चाहिए। ताकि वो लाभ उठा सकें