बिहार राज्य के जिला औरंगाबाद से प्रिंस , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि मैं कुछ भी कर सकती हूँ कार्यक्रम सुनकर अच्छा लगा। और इस कार्यक्रम में जिस तरह से हॉस्पिटल का जिक्र किया गया है उसी तरह उनके गाँव में भी हॉस्पिटल होना चाहिए है। उनके गाँव में हॉस्पिटल नहीं है।

कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की स्वीकारोकती के बाद सवाल उठता है, कि भारत की जांच एजेंसियां क्या कर रही थीं? इतनी जल्दबाजी मंजूरी देने के क्या कारण था, क्या उन्होंने किसी दवाब का सामना करना पड़ रहा था, या फिर केवल भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है। जिसके लिए फार्मा कंपनियां अक्सर कटघरे में रहती हैं? मसला केवल कोविशील्ड का नहीं है, फार्मा कंपनियों को लेकर अक्सर शिकायतें आती रहती हैं, उसके बाद भी जांच एजेंसियां कोई ठोस कारवाई क्यों नहीं करती हैं?

जमुआंवा गांव निवासी मुंशी यादव ने बुधवार की दोपहर बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा से एक लाख रुपए निकाले। वह पैसा निकाल कर बैग में रखे और बैग को झोला में रखकर कंधे में लटका लिया। कुछ काम से वह पैदल चूड़ी बाजार की तरफ निकले तभी एक मिठाई दूकान के पास उचक्कों ने भीड़-भाड़ का फायदा उठाया और बुजुर्ग का झोला काटकर बैग लेकर भाग निकला। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

चार सूत्री मांगों को लेकर बिहार व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के आह्वान पर दाउदनगर अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय के कर्मियों ने काला बिल्ला लगाकर कार्यस्थल पर कार्य किया। संघ के जिला संगठन मंत्री ने कहा कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो एक जुलाई से संघ के आह्वान पर न्यायालय कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

दाउदनगर थाना क्षेत्र के छठु बिगहा गांव से एक बाइक के चोरी की घटना का मामला प्रकाश में आया है। बाइक स्वामी के घर के दरवाजा के बाहर एक झोपड़ी में लगी हुई थी, जिसे अज्ञात चोरों द्वारा चुरा लिया गया है। स्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

कोई भी राजनीतिक दल हो उसके प्रमुख लोगों को जेल में डाल देने से समान अवसर कैसे हो गये, या फिर चुनाव के समय किसी भी दल के बैंक खातों को फ्रीज कर देने के बाद कैसी समानता? आसान शब्दों में कहें तो यह अधिनायकवाद है, जहां शासन और सत्ता का हर अंग और कर्तव्य केवल एक व्यक्ति, एक दल, एक विचारधारा, तक सीमित हो जाता है। और उसका समर्थन करने वालों को केवल सत्ता ही सर्वोपरी लगती है। इसको लागू करने वाला दल देश, देशभक्ति के नाम पर सबको एक ही डंडे से हांकता है, और मानता है कि जो वह कर रहा है सही है।

छत पर कपड़ा सुखाने गई एक महिला के साथ गाली-गलौज व मारपीट के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इस संदर्भ में पीड़ित महिला ने बताया कि गांव के सुबय यादव शराब के नशे में गाली-गलौज किया। जब मना किया तो मारपीट कर महिला का सीर फोड़ दिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपित को गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया।

रफीगंज प्रखंड के पोगर पंचायत मुख्यालय से कोई भी गांव पक्की सड़क से अबतक नही जुड़ा है।इसके विरोध में ग्रामीणों ने पोगर बाजार में जमकर नारेबाजी एवं प्रदर्शन किया। रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाए। ग्रामीण राम बलम प्रसाद,कामता प्रसाद,रणधीर सिंह,प्रमोद कुमार सिंह,नरेश चौधरी, मुकेश कुमार, सुरेंद्र प्रसाद निरंजन प्रसाद, रवि रंजन कुमार, शैलेंद्र चौधरी, राजेश कुमार सहित अन्य ग्रामीणों ने कहा कि देश मे आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है । हर एक पार्टी से विधायक सांसद बनते रहे हैं।पोगर गांव की जनता को मूर्ख बनाकर वोट लेते रहे हैं, लेकिन सांसद विधायक ने पोगर के जनता को कीचड़ से बाहर नहीं निकाल पाए।जिसके विरोध में रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाते के साथ प्रदर्शन किया गया।

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नीलेश कुमार रांची रहनिवासी जो पूरी तरह नेत्रहीन हैं उनके द्वारा सरकारी योजना का लाभ न मिलने की बात बताई गई