सकोर गांव के किसान ने जमीन पर कब्जे के लगाए आरोप,हटा sdm से लगाई गुहार गैसाबाद थाना क्षेत्र के सकोर गांव के किसान शालिगराम कुसमरिया ने गांव के लोगो पर उसकी निजी जमीन और बैंक की बंधक जमीन पर अवैध रूप से कब्जे के आरोप लगाते हुए हटा sdm को आवेदन देकर कब्जामुक्त कर न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित किसान का आरोप है कि 2015 में राजस्व आर आई ने फर्जी सीमांकन कर दिया,गांव के सन्तोष कुसमरिया द्वारा उनकी जमीन हथियाई जा रही साथ ही शासकीय भूमि और बैंक में बंधक भूमि पर भी कब्जा किया गया,अधिकारियों से लगातार शिकायत के बाद भी कार्यवाही नही हो रही। अब एक बार फिर हटा sdm और पुलिस को आवेदन देकर कार्यवाही की मांग की है।

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कब्जे के खिलाफ जंग जिला प्रशासन की बड़ी कार्यवाही, करीब 4 करोड़ रूपये की अनुमानित बाजार मूल्य की भूमि से हटा अतिक्रमण, ग्राम मझगवां मे आरटीओ ऑफिस के सामने के अतिक्रमण पर चला बुलडोजर कटनी। जिला प्रशासन द्वारा मंगलवार को अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्यवाही कर करीब 4 करोड़ रूपये की अनुमानित बाजार मूल्य की शासकीय भूमि से जे.सी.बी चलाकर अतिक्रमण जमींदोज किया गया अनुविभागीय अधिकारी कटनी प्रदीप मिश्रा के निर्देशन में मंगलवार को की गई अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के दौरान शासकीय भूमि के खसरा नंबर 139 और खसरा नंबर 100 से करीब 0.64 हेक्टेयर भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया गया। यहां लोगों के द्वारा अनाधिकृत रूप से दुकान का निर्माण कर लिया गया था। इस शासकीय भूमि की अनुमानित बाजार मूल्य करीब 4 करोड़ रूपये आंकी गई है। अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के दौरान तहसीलदार सुश्री सारिका रावत, राजस्व निरीक्षक चन्द्रशेखर कोरी, पटवारी विनीत बघेल, धर्मेन्द्र ताम्रकार, राजेश दुबे, अजय पटेल, विवेक बहरे, धर्मेन्द्र ताम्रकार, किरन सेन, सोनम गुप्ता और कोटवार मौजूद रहे।

अवैध कब्जा धारियों पर होनी चाहिए नियमानुसार कार्रवाई, जिनके पास पट्टे उन पर बिना नोटिस बिना जानकारी के कार्रवाई किया जाना गलत, महापौर श्रीमती प्रीति संजीव सूरी की दो टूक, शासकीय भूमि परकब्जाधारियों के खिलाफ अवश्य होनी चाहिए कार्यवाही कटनी।

पन्ना। धार्मिक नगरी पन्ना में बेतहाशा अतिक्रमण की वजह से कई मंदिरों के मार्ग संकीर्ण हो चुके हैं तो कुछ मंदिरों के मार्ग बंद भी हो चुके हैं ऐसा ही मामला जगदीश स्वामी मंदिर का है। जहां पहले दोनों तरफ से मुख्य मार्ग हुआ करते थे लेकिन अतिक्रमण की वजह से गांधी चौक की तरफ का मार्ग बंद हो गया। महंत पंडित राजेश दीक्षित एडवोकेट के द्वारा मामले के संबंध में कलेक्टर कार्यालय की जनसुनवाई में आवेदन प्रस्तुत किया गया कलेक्टर द्वारा एसडीएम को‌ कार्रवाई के निर्देश दिए गए। पन्ना एसडीएम अशोक अवस्थी द्वारा तहसीलदार को उक्त मार्ग के सीमांकन हेतु दल गठित करने के निर्देश दिए गए जिसके पालन परिपालन में पन्ना तहसीलदार अखिलेश कुमार प्रजापति के द्वारा श्री जगदीश स्वामी मंदिर मुख्य मार्ग के सीमांकन हेतु दल गठित किया गया है। केके दुबे राजस्व निरीक्षक पन्ना को दल का प्रभारी बनाया गया है। एवं आर कोल राजस्व निरीक्षक, महेंद्र शुक्ला सहायक राजेश निरीक्षक, संतोष शिकवा हल्का पटवारी जनकपुर व पन्ना, वीरेंद्र त्रिपाठी हल्का पटवारी मनौर, राजेश अग्रवाल हल्का पटवारी मनौर और रामकरण बागरी हल्का पटवारी तिलगवां को सहयोगी के रूप में शामिल किया गया है। बताया गया है कि सात सदस्यीय दल को एक सप्ताह के अंदर सीमांकन कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।

पन्ना टाइगर रिजर्व से विस्थापित आधा दर्जन ग्रामों के सैंकड़ों परिवार 20 सालों से जमीनों के पट्टों के लिए भटक रहे हैं। आज कलेक्टर कार्यालय पन्ना में ज्ञापन सौंप कर मीडिया से मुखातिब होते हुए प्रभावित परिवारों ने बताया कि वर्ष 2003 में पन्ना टाइगर रिजर्व से ग्राम पीपर टोला सहित आधा दर्जन ग्रामों को विस्थापित कर अन्य स्थानों पर वन भूमि के पट्टे देने के लिए जमीन दी गई थी वन भूमि तो राजस्व में हस्तांतरित हो गई है। लेकिन अभी तक पट्टे नहीं दिए गए जिससे न ही प्रभावित परिवारों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री किसान सम्मन निधि की राशि मिल रही और ना ही सोसाइटी से खाद बीज इत्यादि की सुविधा मिल रही जिससे विस्थापित परिवारों का गुजारा मुश्किल हो रहा है। अति शीघ्र मामले का निराकरण कर पट्टे वितरित करवाने की मांग की गई है। इसके साथ ही बताया है कि वह अनगिनत बार कलेक्टर और एसडीएम कार्यालय में आवेदन सौंप चुके हैं हर बार उन्हें टीम भेज कर निराकरण करवाने का आश्वासन दिया जाता है। इसी प्रकार हर बार तारीख पर तारीख दी जा रही है लेकिन 20 सालों से अभी तक निराकरण नहीं हुआ।

नजूल सीट Ne 2/1c भूखण्ड क्रमांक 13,14 आगरा मोहल्ला पन्ना तहसील वा जिला पन्ना m p me मंदिर की शासकीय जमीन में मनोज उषा मोनिका नितिन जगदेव विधियां सुनकर के द्वारा v कुसुम महेश सुमन के द्वारा उपरोक्त जमीन को कब्जा किया जा रहा है जिसे तत्काल पत्थर की खाकर v अतिक्रमण किया गया भाग को हटवाए जाने और मंदिर की जमीन को सुरक्षित किए जाना niya hit me he नजूल में कई बार शिकायत के बाबजूद नजूल विभाग के अधिकारियों द्वारा पैसे ले कर शिकायत पर कोई करवाही नही की जा रही और न ही नगरपालिका के अधिकारियों के द्वारा कोई करवाही नही की जा रही अनावेदक धमकी देते ही की कोई भी हम लोगो के विरुद्ध कोई शिकायत करवाए गा उसपर हरिजन एक्ट लगवा दिया जाएगा

राजस्व विभाग में उलझे मामूली जमीनी विवादों का नहीं किया जा रहा निराकरण कड़ाके की ठंड में बार-बार तहसील कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर बुजुर्ग पन्ना जिले में मामूली जमीनी विवादों का समय पर निराकरण नहीं होने से गरीब मजदूर और किसान तहसीलदार आरआई और पटवारी के चक्कर काटने को मजबूर हैं। ऐसा ही मामला पन्ना तहसील अंतर्गत ग्राम उमरी का है जहां बुजुर्ग किसान मिर्चई अहिरवार की जमीन के कुछ हिस्से पर गांव के ही शिव प्रसाद लोधी के द्वारा अवैध तरीके से कब्जा किया गया था जिसकी शिकायत करने के बाद जब सीमांकन हुआ तो जमीन पर कब्जा निकाला लेकिन राजस्व विभाग के अधिकारियों के द्वारा बुजुर्ग की जमीन को अतिक्रमण मुक्त नहीं करवाया गया। जिससे बुजुर्ग बार-बार तहसील कार्यालय पेशी के लिए दौड़ रहा है। परेशान होकर बुजुर्ग ने मीडिया कर्मियों को बताया कि गुनहगार अतिक्रमणकारियों को सजा नहीं दी जा रही और ना ही उसकी जमीन अतिक्रमणकारियों के कब्जे से मुक्त करवाई जा रही जिससे वह इस बुजुर्ग अवस्था में भी कड़ाके की ठंड में तहसील कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर है। इस प्रकार के हजारों लोग पन्ना जिले की विभिन्न तहसील कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर हैं।

किसानों की सैकड़ो एकड़ जमीनों की फर्जी रजिस्ट्री का मामला उजागर होने से हड़कंप मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में अनियमिता एवं भ्रष्टाचार के मामले आए दिन उजागर हो रहे हैं ऐसा ही मामला किसानों की सैकड़ो एकड़ जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करवाए जाने का मामला उजागर होने से हड़कंप मच गया है। मामले के संबंध में भारतीय किसान संघ महाकौशल के पूर्व जिला अध्यक्ष और अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार संगठन के जिला अध्यक्ष एडवोकेट रामखेलावन पटेल ने सैकड़ो किसानों के साथ रैली निकालकर पहले सिमरिया तहसीलदार और फिर पन्ना कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर मामले की जांच करवरकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है। श्री पटेल ने बताया कि सिमरिया तहसील क्षेत्र के दर्जनों किसानों की सैकड़ो एकड़ जमीन फर्जी तरीके से भिंड और ग्वालियर के भूमाफियाओं के नाम कर दी गई है किसानों को जब इस बात की भनक लगी तो वह परेशान हो गए और अब किसानों के द्वारा अपनी नकल निकलवा कर पता लगाया जा रहा है। श्री पटेल ने कहा है कि यदि मामले में शीघ्र ही जांच करवा कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तो किसान संगठन और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएगा जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।

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