बिहार राज्य के गिद्धौर प्रखंड के केवाल से संजू कुमारी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि जलवायु परिवर्तन को रोकने की जानकारी होनी चाहिए

जलवायु परिवर्तन का असर इंसानों के अलावा और भी प्राणियों पर पड़ रहा है। सरकार जलवायु परिवर्तन से लड़ने का प्रयास तो कर ही रही है,लेकिन हमें भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी ...

बिहार राज्य के जमुई जिला के सोनो प्रखंड से रंजन मोबाइल वाणी के माध्यम से वार्ड सदस्य ओमकार पासवान से साक्षात्कार लिया है। जिसमें ओमकार पासवान ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण फसलों पर और जीव जंतुओं पर प्रभाव पड़ रहा है। फसल बहुत सारे बर्बाद हो रहे है महंगाई बढ़ रही है। इसके साथ ही साथ उन्होंने बताया की पहले बारिश अच्छी होती थी परन्तु अब अच्छी बारिश नहीं होती है क्यूंकि पेड़ पौधे तेजी से काटे जा रहे है ,प्रदुषण भी फैल रहा है। पानी की काफी समस्या हो रही है सरकार द्वारा सोख्ता का निर्माण किया जाना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधा लगाना चाहिए ताकि वातावरण का संतुलन बना रहे।

बिहार राज्य के जिला जमुई से ऋतिक मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि पेड़ पौधे मनुष्य का धरोहर होता है इस्सलिये सरकार के तरफ से भी लोगों को पेड़ लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा हैं। आगे कह रहे है कि जलवायु परिवर्तन का प्रमुख कारण है पेड़ों की जम कर कटाई होना इसी को सुधरने के लिए सरकार सभी को पेड़ लगाने के लिए जागरूक कर रही हैं

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से धर्मेंदर कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि मौसम परिवर्तन का असर मनुष्य और पशुओं पर पड़ रहा है और जल का स्तर नीचे जा रहा है जिसके कारण चापाकल से पानी का निकलना मुश्किल हो गया है। पेड़ पौधे तेजी से काट जा रहे है जिसका असर जलवायु परिवर्तन पर पड़ रहा है .गोबर की जगह रासायनिक खाद का प्रयोग किया जा रहा है जिसका असर फसल पर पड़ रहा है।

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से निकिता कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि मौसम परिवर्तन का सीधा प्रभाव मनुष्य एवं जीव-जंतु पर पड़ रहा है। छोटे छोटे बच्चे से लेकर बड़े बड़े युवक तक बमार पड़ रहे है ,जबकि मवेशियों में खास किस्म की बीमारी जन्म ले रही है। मौसम का सीधा प्रभाव रबी फसल गेहूं पर पड़ रहा है। गेहूं का पौधा विकसित नहीं हो पा रहा है। सिंचाई के लिए गेहूं को उचित मात्रा में पानी भी नहीं मिल रहा है क्यूंकि जल का स्तर धीरे धीरे निचे जा रहा है और इसका सीधा प्रभाव पीने के पानी पर पड़ रहा है। मवेशियों को भी पीने के लिए पानी को तरसना पड़ रहा है क्यूंकि नदी तालाब आदि सुख गए है। किसान समझ नहीं पा रहे है कि खेती की स्थिति इतनी खराब क्यों हो रही है ,जबकि सरकार द्वारा किसानों के लिए कई योजनाएं चलायी जा रही है परन्तु इसका लाभ किसानों तक नहीं पहुँच रहा है।

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से ऋतिक कुमार ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि मौसम का प्रभाव मनुष्य,जीव-जंतु,पशु-पक्षी,पेड़-पौधों,आदि पर बहुत पड़ रहा है। मौसम बदलने के कारण कभी अधिक सर्दी तो कभी अधिक गर्मी पड़ने लगी है। बारिश नही होने के कारण फसल भी बर्बाद हो जाता है,जिसका सीधा असर पशु और पशुपालक पर पड़ता है।

बिहार राज्य के जिला जमुई के गिद्धौर प्रखंड से सुमित मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि जलवायु परिवर्तन का प्रभाव मनुष्य के जीवन,जंतु पेड़ पौधों पर अधिक पड़ रहा है। आगे कह रहे है कि अचानक मौसम के बदलने से कभी ठंढी तो कभी गर्मी होने लगती है जिस वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं तथा फसलों की पैदावार भी सही ढंग से नहीं हो पाता हैं

बिहार राज्य के जमुई जिला के से निकिता कुमारी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि जलवायु परिवर्तन का असर पशु,पक्षी एवं मानव पर पड़ रहा है। कभी ठंड अधिक पड़ता है तो कभी गर्मी अधिक होती है। कहीं बारिश तो कहीं सूखा पड़ता है। पानी के की कमी से पेड़ सुख रहे हैं। बारिश नही होने से फसल प्रभावित हो रहे हैं। वहीं अधिक बारिश होने से घर,सड़क इत्यादि बर्बाद हो जाते हैं

बिहार राज्य से निक्की मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रही है कि दिन प्रतिदिन जलवायु काफी प्रदूषित हो रहा है जिसपर लोगों का ध्यान नहीं जाता है और वो बीमार हो जाते हैं। आगे कह रही है कि किसान हो या सामान्य नागरिक सभी लोग जल और वायु के कारण परेशान हो रहे हैं। कह रही है कि आए दिन लोगों के द्वारा पेड़ों की कटाई की जा रही है जिसके कारण जल का श्रोत घटता ही जा रहा हैं