बिहार राज्य के जमुई जिला के सोनो प्रखंड से रंजन मोबाइल वाणी के माध्यम से जगदेव पासवान से साक्षात्कार लिया है। जिसमें जगदेव पासवान ने बताया कि खेती के लिए सिंचाई के लिए पानी की सुविधा नहीं के बराबर है। गेहूं की पैदावार भी नहीं के बराबर है।जल का स्तर कभी निचे चला गया है और खेती के लिए बारिश के पानी के भरोसे रहना पड़ता है। इसके साथ ही साथ उन्होंने बताया की पहले बारिश अच्छी होती थी परन्तु अब अच्छी बारिश नहीं होती है क्यूंकि पेड़ पौधे तेजी से काटे जा रहे है ,प्रदुषण भी फैल रहा है। सरकार द्वारा सोख्ता का निर्माण किया जाना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधा लगाना चाहिए ताकि वातावरण का संतुलन बना रहे।

बिहार राज्य के जमुई जिला के सोनो प्रखंड अंतर्गत के शहर का पंचायत के भारका गांव के निवासी रामदेव पासवान से साक्षात्कार लिया है। जिसमें रामदेव पासवान ने बताया कि वे पचास वर्ष से खेती कर रहे है और पहले की खेती और अब की खेती में बहुत अंतर है। अब के खेत बंजर हो गए है ,पानी अभाव के कारण लगभग 15 से 20 के थे जमीन में लगा पौधा सूख गया और इसका कारण वह बता रहे हैं कि नदी से उठ रहा बेतहाशा बालू है बालू ना रहने के कारण बोरिंग पानी देना बंद कर दिया जिसके कारण हरे-भरे पौधे सूख गए। पानी के कारण पटवन नहीं हो पाया है और गेहूं की खेती बर्बाद हो गयी है। बारिश का अभाव का प्रमुख कारण पेड़ पौधों की कटाई है जिससे वर्षा में कमी हो रही है

बिहार राज्य के जमुई जिला के सोनो प्रखंड से रंजन मोबाइल वाणी के माध्यम से वार्ड सदस्य ओमकार पासवान से साक्षात्कार लिया है। जिसमें ओमकार पासवान ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण फसलों पर और जीव जंतुओं पर प्रभाव पड़ रहा है। फसल बहुत सारे बर्बाद हो रहे है महंगाई बढ़ रही है। इसके साथ ही साथ उन्होंने बताया की पहले बारिश अच्छी होती थी परन्तु अब अच्छी बारिश नहीं होती है क्यूंकि पेड़ पौधे तेजी से काटे जा रहे है ,प्रदुषण भी फैल रहा है। पानी की काफी समस्या हो रही है सरकार द्वारा सोख्ता का निर्माण किया जाना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधा लगाना चाहिए ताकि वातावरण का संतुलन बना रहे।

बिहार राज्य के जमुई जिला के सोनो प्रखंड से रंजन मोबाइल वाणी के माध्यम से राधेश्याम ठाकुर से साक्षात्कार लिया है। जिसमें राधेश्याम ठाकुर ने बताया कि सिंचाई की सही सुविधा नहीं होने के कारण इस साल गेहूं की खेती नहीं हुई है। सिंचाई के लिए लोग बारिश के पानी पर निर्भर है। इसके साथ उन्होंने बताया की अब तो पीने के पानी का भी अभाव हो गया है। पहले बारिश अच्छी होती थी परन्तु अब बारिश कम हो रही है, क्यूंकि पेड़ पौधे काटे जा रहे है बाढ़ नहीं आ रहा है नदी के किनारे से बालू काटे जा रहे है। पर्यावरण जो की दूषित हो रहा है उसे सही करने के लिए पर्यावरण को संतुलित करने के लिए जरुरी है कि पेड़ पौधा लगाया जाये साथ में सोख्ता का निर्माण किया जाये।

बिहार राज्य के जमुई जिला के सोनो प्रखंड से रंजन मोबाइल वाणी के माध्यम से मनोज पंडित से साक्षात्कार लिया है। जिसमें मनोज पंडित ने बताया कि उनके क्षेत्र में खेती बड़े पैमाने पर होता यही लोग खेती पर ही निर्भर होते है। उनके क्षेत्र में सिंचाई का साधन नदी का पानी था परन्तु नदी के सुख जाने से बोरिंग से सिंचाई करते थे जो की वो भी अब सुख गया है। तो पीने के पानी का भी अभाव हो गया है। पहले बारिश अच्छी होती थी परन्तु अब बारिश कम हो रही है, क्यूंकि पेड़ पौधे काटे जा रहे है बाढ़ नहीं आ रहा है नदी के किनारे से बालू काटे जा रहे है। पर्यावरण जो की दूषित हो रहा है उसे सही करने के लिए पर्यावरण को संतुलित करने के लिए जरुरी है कि पेड़ पौधा लगाया जाये साथ में सोख्ता का निर्माण किया जाये तालाब को खोदा जाये तो जल का स्तर बढ़ जायेगा। सरकार द्वारा सोख्ता का निर्माण किया जा रहा है परन्तु कम पैमाने पर और तालाब की खुदाई हो रही है उसमे मछलीपालन किया जा सकता है।

बिहार राज्य के जमुई जिला के सोनो प्रखंड से रंजन मोबाइल वाणी के माध्यम से प्रयाग मिस्त्री से साक्षात्कार लिया है। जिसमें प्रयाग मिस्त्री ने बताया कि वे एक बीघा जमीन पर खेती करते है ,पहले पैदावार काम होता था क्यूंकि गोबर दिया जाता है और अब यूरिया से खेती होती है तो पैदावार बढ़ रही है। इसके साथ ही साथ बताया कि पहले बारिश बहित होती थी की लोग पांच पांच दिनों तक घर में कैद हो जाते थे बाजार जाने की स्थिति में नाह होते थे नदी में बाढ़ आ जाया करता था ,बारिश कम होने का प्रमुख कारण है वृक्ष की कटाई जिसके कारण प्रदुषण बढ़ गया है और जल का स्तर काफी निचे चला गया हैं। पानी का लेवल भी भाग रहा है बहुत सारे चापाकल सुख जा रहे है।

बिहार राज्य के जमुई जिला से संवाददाता रंजन मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि सोनो प्रखंड के निवासी दिनेश पासवान से साक्षात्कार लिया है। जिसमें उन्होंने जलवायु परिवर्तन का प्रभाव जान माल खेती सभी पर पड़ रहा है। पानी नहीं होने के कारण खेती भी प्रभावित हो रहा है ,पशु पक्षी भी प्रभावित हो रहे है। सरकार द्वारा सोख्ता का निर्माण होने से जल स्तर ऊँचा होगा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि लोग रासायनिक खेती का इस्तेमाल ज्यादा करते है और गोबर भी डालते है। गोबर वाला खाद अच्छा होता है। रासायनिक खेती से मिटटी का नुकसान होता है,इसलिए लोगों को चाहिए की ज्यादा से ज्यादा गोबर के खाद का प्रयोग करें। पेड़ पौधों के कटने से मौसम में बदलाव आ रहा है ,कभी गर्मी कभी ठण्ड के कारण मनुष्य के स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ रहा है।

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता संजीवन कुमार ने जानकारी दी कि सेवा पंचायत में पानी की बहुत ही खराब स्थिति है। यहाँ के पानी में फोलोराइड की मात्रा बहुत ही ज्यादा है। जिसके कारण लोग आंशिक विकलांगता के शिकार होते जा रहे हैं। इसके साथ ही लोगों के दाँत भी पीले होते जा रहे हैं। एक वर्ष पहले पानी की जाँच की गई थी। लेकिन इसके बाद सरकार ने एक यूनिट पानी की व्यवस्था की गई थी। लेकिन 500 आबादी वाले क्षेत्र में यह काफी नहीं है।

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