एसडीएम कालका जी के नेतृत्व में ओखला इंडेस्ट्रियल एरिया में नाम मात्र की मजदूरी पर बड़े पैमाने पर बाल श्रम करवाया जा रहा था।

विगत दिनों गरीबों की संख्या में कमी, सरकारी दावे कितना सही?

योगेंद्र की मन की बात

कृष्ण की मन की बात

दिल्ली, श्रीराम कॉलोनी से रीना परवीन श्रमिक वाणी के माध्यम से एक महिला से बात कर रहीं हैं। इनका नाम रेशमा है और ये फ्रॉक बनाने वाली पूजा कंपनी में काम करती हैं। रेशमा कह रहीं हैं कि, इन्होने दिनांक "23-02-2024" को "रेशमा को नहीं मिल रहा है पीएफ" शीर्षक से एक ख़बर प्रसारित किया था। ख़बर में बताया गया था कि, रेशमा पूजा कंपनी में काम करती हैं। जहां लेडिस फ्रॉक बनता है। इस कंपनी में इन्हें चार महीने से पीएफ नहीं मिल रहा था। तथा एचआर द्वारा कई बार इन्होने अपनी शिकायत भी की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी।". ख़बर को श्रमिक वाणी में प्रसारित करने के बाद व्हाट्सअप और फेसबुक के लोकल ग्रुप्स के साथ ही एचआर को साझा किया। जिसको संज्ञान में लेते हुए अब रेशमा का दो महीने का पीएफ इन्हें मिल गया है, ख़बर के इस असर के लिए रेशमा श्रमिक वाणी को शुक्रिया कह रही हैं।

छात्र की मन की बात

लोगो से सुने मन की बात

तमिलनाडु के तिरुपुर से रेशमा जी बता रही रही है कि काम करने वाले वाकर्स को नहीं मिलता है ज्वाइन लेटर ।

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