पंजाब राज्य के अमृतसर से निरंजन सिंह ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उनके पहचान की एक महिला है ,जिनके पति की मृत्यु हो चुकी है। उनको कोई रोज़गार नहीं मिल रहा है। अगर उनके योग्य कोई काम हो तो इसकी जानकारी दी जाए

जालंधर से श्याम सुंदर मंडल साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वे सुक्खा सिंह सरपंच के यहाँ काम करते थे ,जिन्होंने उनके 15-20 दिन किये हुए काम के पैसे नहीं दिए ।जिसके बाद श्याम सुंदर मंडल को काम छोड़ना पड़ा

हमारे एक श्रोता तुषार साझा मंच मोबाईल वाणी के माध्यम से लॉक डाउन के दौरान प्रसारित एक नाटक की चर्चा कर रहे हैं और पूछ रहे हैं कि नौकरियाँ तो मिल जाएँगी, लेकिन चाय बेचने वालों और मज़दूरों का क्या होगा! ये राज्य सरकारों से पूछ रहे हैं कि क्या वे मज़दूरों को उनका लॉक डाउन की अवधि का मेहनताना ड़े सकते हैं? इनका क्या होगा?

हमारे एक श्रोता तुषार साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि मैं कुछ भी कर सकती हूँ कार्यक्रम के तहत डॉ स्नेहा चुनाव जरूर लड़ेंगी

पंजाब राज्य से अजय साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से पुदीना खाने के क्या क्या लाभ हो सकते है इसके विषय में जानकारी दे रहे हैं

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पेट से संबंधित कई बीमारियों को दूर करने में पुदीना मददगार हो सकता है. पुदीना में मेंथॉल, प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन-ए, कॉपर और आयरन जैसे तत्व पाए जाते हैं. पुदीने के पत्ते का सेवन करने से पीलिया, उल्टी, दस्त जैसी समस्याओं से राहत मिल सकती है. यह रेतली दोमट मिट्टी में बढ़िया पैदावार देती है औरऐसी शुष्क मौसम में की आवश्यकता होती है।पुदीना काफी हेल्दी होता है लेकिन इसका ज्यादा सेवन आपके लिए खतरे की घंटी हो सकता है. पुदीने के पत्तों का सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए. अधिक मात्रा में सेवन गुर्दे और आंतों के लिए नुकसानदेह हो सकता है.
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Sept. 1, 2020, 9:03 p.m. | Tags: nutrition   int-PAJ   health  

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आपको बताना चाहते हैं कि रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के दिशा-निर्देशों के बाद भी अधिकांश बैंक सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए दृष्टिबाधितों को एटीएम कार्ड देने में आनाकानी करते हैं। इसका दूसरा कारण यह है कि पढ़े-लिखे होने के बावजूद भी अधिकांश दृष्टिबाधित व्यक्ति आज भी अंगूठे का निशान लगाकर पैसा निकालना अधिक सुरक्षित समझते हैं, जिसके कारण बैंक उन्हें अशिक्षित मानते हुए एटीएम की सुविधा देने से मना कर देते हैं। एक सर्कुलर में रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने कहा था कि “नेत्रहीन लोगों को किसी भी बैंकिंग सुविधा से वंचित नहीं रखा जा सकता।“ इसमें चेक बुक, एटीएम, क्रेडिट कार्ड, लॉकर सुविधा इत्यादि सभी चीजें शामिल की गयी थीं। इसी वजह से उसने बैंकों को एक तिहाई एटीएम्स में ऐसे सॉफ़्टवेयर लगाने की हिदायत दी, जिससे सुनकर भी उनका प्रयोग किया जा सके, लेकिन अभी भी इन टॉकिंग एटीएम्स की संख्या काफ़ी कम है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक दृष्टिबाधित वकील जार्ज अब्राहम द्वारा दाखिल “दृष्टिबाधितों की बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं तक पहुँच नहीं” विषयक जनहित याचिका पर भारतीय रिज़र्व बैंक, सामाजिक न्याय एवं वित्त मंत्रालय से जवाब माँगा है। याचिका में कहा गया है कि भारतीय रिज़र्व बैंक के 2015 के मास्टर सर्कुलर के बावजूद अधिकांश एटीएम्स में टॉकिंग सॉफ़्टवेयर और उसके बटनों पर ब्रेल लिपि की सुविधा नहीं है। इस याचिका में अदालत द्वारा भारतीय रिज़र्व बैंक को यह निर्देश देने का अनुरोध किया गया है कि वह सभी बैंकों से अपने मास्टर सर्कुलर का पालन कराते हुए दृष्टिबाधितों के लिए सुविधाजनक एटीएम्स लगवाए। इस स्थिति को देखते हुए हम उम्मीद करते हैं कि आपकी यह समस्या जल्द ही दूर हो जाएगी।
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July 22, 2020, 12:14 p.m. | Tags: int-PAJ   disability   governance   rural banking  

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