नगर के वरिष्ठ पर्यावरण प्रेमी भगवान प्रसाद जी प्रत्येक वर्ष खाली स्थान पर पेड़ पौधे लगाकर उन्हें संरक्षित करते हैं। उसी कड़ी में आज उनके द्वारा बाजार चौक स्थित डिवाइडर पर एक पेड़ लगाया गया। मीडिया से चर्चा के द्वारा उन्होंने बताया कि वह बहुत दिनों से खाली स्थान पर फलदार फूलदार पौधों का रोपण करते आ रहे यह उनका प्रयास किसी दिखावे के लिए नहीं बल्कि पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए एक छोटा कदम है ,जिसकी प्रशंसा चौरई नगर में होते रहती है
इस कार्यक्रम में हम जानेंगे जल संरक्षण और ऊर्जा बचत से जुड़ी सरकारी योजनाओं के बारे में। साथ ही, यह कार्यक्रम बताएगा कि आप इन योजनाओं का लाभ कैसे उठा सकते हैं और अपने गाँव के विकास में कैसे योगदान दे सकते हैं। स्वच्छ पानी और सतत ऊर्जा के महत्व को समझते हुए, हम एक बेहतर कल की ओर कदम बढ़ाएंगे। क्या जल सरंक्षण की योजनाओं के बारे में आपने भी सुना है, क्या आप इन योजनाओं का लाभ आपने भी उठाया है, क्या आपके गाँव में जल सरंक्षण की कोई प्रेरणादायी कहानी है ?
यह एपिसोड बताता है कि हम अपने रोज़मर्रा के जीवन में कैसे छोटे-छोटे बदलाव करके बिजली और पानी बचा सकते हैं। इससे न सिर्फ हमारा खर्च कम होगा, बल्कि हम अपनी धरती की भी रक्षा कर पाएंगे। आसान तरीकों से हम सभी मिलकर पर्यावरण को बचाने में मदद कर सकते हैं।क्या आपने भी अपनी ज़िन्दगी में कुछ ऐसे बदलाव किए हैं? अगर हाँ, तो हमें बताइए।
इस एपिसोड के मुख्य विषय, वर्षा जल संग्रहण, को दर्शाता है। "बूंद-बूंद से सागर" मुहावरा छोटे प्रयासों से बड़े परिणाम प्राप्त करने की भावना को व्यक्त करता है। यह श्रोताओं को प्रेरित करता है कि वर्षा की हर बूंद महत्वपूर्ण है और उसका संग्रहण करके हम बड़े बदलाव ला सकते हैं। क्या आप वर्षा जल को इक्कट्ठा करने और सिंचाई से जुडी किसी रणनीति को अपनाना चाहेंगे? और क्या आपके समुदाय में भी ऐसी कहानियाँ हैं जहाँ लोगों ने इन उपायों का इस्तेमाल करके चुनौतियों का सामना किया है?
यह एपिसोड बदलते मौसम और असामान्य बारिश के कारण कृषि क्षेत्र पर पड़ने वाले विभिन्न प्रभावों की व्यापक चर्चा करता है। फसल उत्पादन, मिट्टी की गुणवत्ता, पानी प्रबंधन और किसानों की आजीविका पर पड़ने वाले असर का विस्तृत विवरण दिया गया है। साथ ही, इन चुनौतियों से निपटने के लिए किसानों द्वारा अपनाए जा रहे समाधानों और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला गया है।
चौरई नगर के कम्युनिटी हॉल में खाद बीज व्यापारी संघ के द्वारा हरियाली महोत्सव का कार्यक्रम कर पेड़ लगाओ जीवन बचाओ का संदेश देते हुए उपस्थित लोगों को पौधों का वितरण किया गया ।कार्यक्रम में पेड़ लगाओ अभियान समिति के संयोजक के द्वारा उपस्थित लोगों को पेड़ों का आध्यात्मिक महत्व बताते हुए अपने जीवन में कम से कम एक पेड़ लगाकर उसे संरक्षित करने का संकल्प दिलाया गया। लोगों को वर्तमान में चल रहे सावन माह के अवसर पर धार्मिक महत्व से जोड़ते हुए ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने की अपील की गई । कार्यक्रम में पेड़ लगाओ अभियान समिति के संयोजक के द्वारा उपस्थित लोगों को पेड़ों का आध्यात्मिक महत्व बताते हुए अपने जीवन में कम से कम एक पेड़ लगाकर उसे संरक्षित करने का संकल्प दिलाया गया। लोगों को वर्तमान में चल रहे सावन माह के अवसर पर धार्मिक महत्व से जोड़ते हुए ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने की अपील की गई ।
यह कार्यक्रम मौसम में आ रहे बदलावों और उनसे हमारी रोजमर्रा की जिंदगी पर पड़ने वाले प्रभावों पर केंद्रित है। इसमें बारिश के अनिश्चित पैटर्न से उत्पन्न चुनौतियों और उनके संभावित समाधानों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में यह भी बताया जाएगा कि कैसे ये बदलाव किसानों से लेकर शहरी नागरिकों तक, सभी के जीवन को प्रभावित कर रहे हैं। आपने और आपके आसपास के लोगों ने बदलते बारिश के पैटर्न के बारे में क्या अनुभव किया है? क्या आपको या आपके जानने वालों को इससे कोई चुनौती झेलनी पड़ी है?
सामाजिक क्षेत्र की अग्रणी संस्था क्षत्रिय समाज ग्रुपद्वारा पर्यावरण की सुरक्षा हेतु जगह जगह पौधरोपण किया जा रहा है। संगठन के अध्यक्ष शिवनारायण बताते हैं कि इस प्रकार का आयोजन प्रकृति को सुरक्षित रखना व आने वाली पीढ़ी को बेहतर वातावरण देने हेतु क्षत्रिय समाज द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है इससे महिलाओं एवं बच्चों में जन जागृति आ रही है और वे प्रेरित होकर खाली क्षेत्र में पौधारोपण कर रहे हैं और सुरक्षा भी दे रहे हैं उक्त कार्यक्रम में अनूप ठाकुर आनंद ठाकुर रिंकू ठाकुर सीताराम ठाकुर आदि उपस्थित रहे
इस एपिसोड में जलवायु परिवर्तन और उसके प्रभावों को एक किसान परिवार की कहानी के माध्यम से दिखाया गया है। बदलते मौसम पैटर्न, अनियमित वर्षा, और कृषि पर पड़ने वाले प्रभावों पर चर्चा की गई है। साथ ही, जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए समुदाय-स्तर पर कार्रवाई करने का आह्वान किया गया है।
इस कार्यक्रम में एक परिवार बात कर रहा है कि कैसे बढ़ती गर्मी से बचा जाए। वे चर्चा करते हैं कि शहरों में ज्यादा पेड़-पौधे लगाने चाहिए, पानी बचाना चाहिए, और लोगों को इन बातों के बारे में बताना चाहिए। और सभी को मिलकर अपने आसपास की जगह को ठंडा और हरा-भरा बनाकर रखना चहिये