छिंदवाड़ा से योगेंद्र ने बताया की कांग्रेस के साथ पार्षदों ने बदला मन और हुए भाजपाई

छिंदवाड़ा से योगेन्द्र ने बताया की लाभार्थी संपर्क अभियान में हुए शामिल पंडित रमेश दुबे

छिंदवाड़ा से योगेंद्र ने बताया की प्रदेश भाजपा कार्यालय से 29 लोकसभा सीट के लिए प्रचारक होंगे रवाना

छिंदवाड़ा से योगेंद्र के द्वारा खबर बताई गई की भागवत कथा का कैसे किया श्रवण पान प्रभारी विधानसभा श्री लखन कुमार वर्मा द्वारा

मध्यप्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा ज़िला से योगेंद्र की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से डॉ शिल्पी शर्मा से हुई। शिल्पी कहती है कि महिला सशक्तिकरण का सीधा अर्थ है महिलाओं को सशक्त करने से। सबसे पहले आपके दिमाग में एक सवाल आता है , महिला सशक्तिकरण की दिशा और स्थिति के बारे में ।दशा का मतलब महिलाओं की वर्तमान स्थिति क्या है कि जो कार्य हो रहे है क्या वो सफल हो पा रहे है। व दिशा का मतलब है कि ऐसा कौन सा प्रयास किया जाए कि वास्तविक सशक्तिकरण महिलाओं का हो पाए। महिला सशक्तिकरण का सीधा संबंध महिलाओं के सशक्तिकरण से है , जो उन्हें मनुष्य के रूप में भेदभाव और भय से मुक्त वातावरण प्रदान करता है । महिलाओं की सामाजिक - आर्थिक - धार्मिक - राजनीतिक स्थिति को मजबूत करना । उन्हें एक मजबूत आधार दिया जाना चाहिए । महिला सशक्तिकरण की स्थिति का मतलब है कि वर्तमान में उनकी स्थिति क्या है ? कानूनी प्रयास उन्हें सशक्त बनाने में सक्षम हुए हैं या नहीं या महिलाओं के लिए लागू किए जा रहे समान अधिकारों और योजनाओं के आसपास महिलाओं का विकास जमीनी स्तर पर बदलाव लाने में सक्षम रहा है या नहीं । यह महिला सशक्तिकरण शब्द है या नहीं , इसका उपयोग उनकी महिलाओं की स्थिति और वास्तविक स्थिति को समझाने के लिए किया जाता है । दूसरा , महिलाओं की दिशा क्या है ? दिशा क्या होनी चाहिए इसका मतलब है कि वास्तव में जो प्रयास किए जा रहे हैं , वे किस दिशा में जा रहे हैं , जो कानून महिलाओं के हित में बनाए जा रहे हैं , सामाजिक संगठन, निजी संस्थान हैं या व्यक्तिगत प्रयास हैं जो किए जाते हैं , क्या वे सही दिशा में जा रहे हैं । लंबे समय से देखें कि क्या महिलाओं की स्थिति को मजबूत किया जा रहा है या केवल कागज पर किए गए कागजी कार्रवाई या लिखित साक्ष्य जो किए गए हैं या हम उन्हें महिला सशक्तिकरण का आधार मानते हैं ।  महिलाओं को स्वयं पहल करनी होगी , इसके लिए उन्हें अपने आत्मविश्वास को मजबूत करना होगा , उन्हें अपने अस्तित्व की पहचान के बारे में पता होना चाहिए , और दूसरा प्रयास यह होना चाहिए कि हम , महिलाएं जो परिवार और समाज से संबंधित हैं । उन्हें उचित सम्मान दिया जाना चाहिए , उनके काम की सराहना की जानी चाहिए , उन्हें आत्मविश्वास और साहस दिया जाना चाहिए , पारिवारिक सोच को मजबूत किया जाना चाहिए और महिलाओं के प्रति हमारी सोच को बदला जाना चाहिए । हिंसा एक अपराध बनती जा रही है , लिंग भेदभाव एक बड़ा मुद्दा है । वर्तमान में जो महिलाएँ पुरुषों को विभाजित कर रही हैं , इतनी सारी समस्याएं हमारे सामने हैं , इसलिए महिलाओं को जो कानूनी सुरक्षा मिल रही है , उसका मतलब है कि हमें सहयोग करना होगा ।

सुबह का सुविचार

छिंदवाड़ा जिले में कांग्रेस के सात पार्षद भाजपा में हुए शामिल

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मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, मप्र अनुपम राजन द्वारा निर्वाचन व्यय निगरानी अंतर्गत एनफोर्समेंट एजेंसियों के स्टेट नोडल अधिकारियों के साथ आज निर्वाचन सदन भोपाल में की तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक की गई। कलेक्टर एवं एसपी को अपने-अपने जिलों में बने वेयर हाउस का नियमित रूप से निरीक्षण करने,जिलों में नोडल अधिकारी नियुक्त करने,कार्यवाही की जानकारी समय पर उपलब्ध कराने, बॉर्डर पर बने नाकों की जांच, मादक पदार्थों की रोकथाम, अवैध मदिरा, अवैध धन, वाहनों की जांच, वन नाकों की जांच करने के निर्देश दिए। स्टेट नोडल अधिकारियों से को लेकर तैयार की गई कार्ययोजना के जानकारी प्राप्त की और विधानसभा निर्वाचन 2023 में बेहतर कार्य करने पर सभी एजेंसियों के स्टेट नोडल अधिकारियों को बधाई दी। बैठक के दौरान अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री राजेश कुमार कौल, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री राकेश सिंह, श्री बसंत कुर्रे, राज्य पुलिस नोडल अधिकारी, कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा, आईजी, श्री अंशुमान सिंह सहित विभिन्न विभागों के स्टेट नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।

भारत सरकार की प्राईस सपोर्ट स्कीम के अंतर्गत रबी वर्ष 2023-24 रबी विपणन वर्ष 2024-25 में गेहूं, चना, मसूर व सरसों के उपार्जन के लिये ई-उपार्जन पोर्टल पर कृषकों का पंजीयन किया जा रहा है। गेहूँ फसल के पंजीयन के लिये अंतिम तिथि 6 मार्च 2024 और चना, मसूर व सरसों फसल के पंजीयन के लिये अंतिम तिथि 10 मार्च 2024 निर्धारित की गई हैं। कृषक निर्धारित 98 सहकारी समितियों व सहकारी विपणन संस्थाओं द्वारा संचालित केन्द्रों पर कार्य दिवस में पंजीयन करा सकते हैं। उप संचालक कृषि श्री जितेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि जिले के किसान एमपी ऑनलाईन, कॉमन सर्विस सेंटर, लोक सेवा केन्द्र, सायबर कैफे और स्वयं के मोबाईल अथवा कम्प्यूटर से भी निर्धारित लिंक पर जाकर अपनी फसल का पंजीयन करा सकते हैं।