मध्य प्रदेश राज्य के चीनद्वारा जिला से हमारे एक संवाददाता दिनकर पातुलकर ने मोबाइल वाणी के माध्यम से अरुण ठाकरे जी से बातचीत किया। जल-वायु के संकट से बचने के लिए अरुण ठाकरे जी ने सभी से वृक्षारोपण करने की मांग की है क्योंकि जल-वायु का एक सबसे बड़ा कारण जंगलों की कटाई है , इसलिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करके उन पौधों की जरूरतों का ध्यान रखने और कम से काम 3 साल उनके बढ़ने तक उनका ख्याल रखने की बात कहि है। इसके अलावा उन्होंने पेड़ों को तने से नहीं काटने की सलाह दी है और अगर काटना पड़े तो बस उसके डालियों की छटाई करे ताकि पेड़ फिर से उन्हें ऊगा सके। अरुण ठाकरे जी ने यह भी बताया कि कैसे उन्होंने अपने जीवन में 5 लाख विरक्षारोपण और 5 लाख पौधे दान करने का संकल्प लिया है जिसमे उन्होंने लगभग 4 लाख से अधिक पौधे उन्होंने 32 साल में लोगों को बाटा दिया है और इस कार्य से है लोग वृक्षारोपण को लेकर काफी प्रेरित हुए है