गोरखपुर से सिलीगुड़ी जाने वाली सिक्स लाइन सड़क की अंचलाधिकारी और अन्य पदाधिकारी ने निरीक्षण किया है बताते चलें की बहू बड़ी क्षेत्र में पढ़ने वाले जमीन की सर्वेक्षण किया गया है इस संबंध में जानकारी देते हुए अंचलाधिकारी ने बताया है की भूमिका सर्वे किया गया है जिसका निरीक्षण किया गया है जल्द ही सड़क पर काम प्रारंभ होने वाला है

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

बिहार राज्य के मधुबनी जिला के मधवापुर प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता राजकिशोर यादव बता की के बी डीओ साहब ने बलवा पैक्स गोदाम का किया निरीक्षण। जिसमे किसान से धान खरीदी नही करने का मामला सामने आया। जब प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार ने किसान से पूछा तो किसान ने बताया कि पैक्स अध्यक्ष हर किवंटल पर 200 रुपया मांग कर रहे हैं। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

Transcript Unavailable.

कॉलेज का निरीक्षण किया गया जिसमें शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों को पाया गया

जिला पदाधिकारी मधुबनी के निर्देश के आलोक में धावा दल के द्वारा विभिन्न दुकानों एवं प्रतिष्ठानों में ही चलाया जा रहा संघन जांच अभियान सदर अनुमंडल मधुबनी के क्षेत्र प्रखंडों में बाल श्रमिकों की भी विमुक्ति हेतु जिला पदाधिकारी मधुबनी के निर्देश के आलोक में धावा दल के द्वारा विभिन्न दुकानों एवं प्रतिष्ठानों में संघन जांच अभियान चलाया गया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

*सीसीटीवी कैमरा से छेड़ छाड़ को ले मधुबनी के पांच होटल को सुरक्षा के मद्देनजर सील किया गया टीम की अगुआई एसपी सुशील कुमार ने किए* मधुबनी एसपी ने टीम गठित कर जिला में बढ़ते अपराध चोरी लूटपाट डकैती हत्या को मद्देनजर रखते हुए मधुबनी शहर के होटलों में छापेमारी किए। इस दौरान कई होटल में सीसीटीवी नहीं होने या सीसीटीवी के साथ छेड़ छाड़ करने को ले कर पांच होटल को सील किया गया जिनके नाम है, आनंद रेस्ट हाऊस, केके होटल, संतोष रेस्ट हाऊस। बताते चले की अभी जिला में अपराध और अपराधियों का वर्चस्व है अपराधी मधुबनी को सेफ हेवेन मान दूर दूर से यंहा चोरी डकैती को अंजाम देने आते और इन होटलों में फर्जी नाम से रहते हैं।

गांधी जयंति के ठीक एक दिन बाद घटे एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में सरकारी जांच एजेंसी ईड़ी ने देश के एक प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान ‘न्यूजक्लिक’ पर कार्रवाई करते हुए संस्थान से जुड़े कई लोगों के घरों में छापेमारी की, इस छापेमारी के बाद न्यूजक्लिक के प्रमोटर और उनके सीए को गिरफ्तार कर लिया गया, इसके अलावा संस्थान के कई लोगों को पूछताछ के लिए भी बुलाया गया। दो गिरफ्तारियों और तमाम लोगों से पूछताछ के अलावा करीब पचास लोगों के लैपटॉप और फोन जब्त कर लिये। ऐसा मान भी लिया जाए कि न्यूजक्लिक ने ऐसा किया है तो फिर सरकार को भी तो चीन के साथ अपने संबंधों को खत्म कर देना चाहिए, क्योंकि चीन सीमा से लेकर भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करता ही रहता है, रही बात केवल फंड प्राप्त करने की तो सरकार ने कोविड के दौरान बनाए गये पीएम केयर फंड में चीन की तमाम कंपनियों से फंड प्राप्त किया। पीएम केयर में फंड देने के बाद वे सभी कंपनिया भारत में व्यापार कर रही हैं। और उनमें से ज्यादातर कंपनिया लगातार अपने व्यापार में बढ़ोत्तरी कर रही है? ऐसे में क्या सरकार को भी चीन समर्थक माना जाएगा? अगर हां तो फिर सरकार को भी इस्तीफा दे देना चाहिए, और जांच एजेंसियों को पीएम केयरफंड के नाम पर पैसा पाने वाले लोगों की भी जांच करनी चाहिए? इस मुद्दे के पक्ष या विपक्ष में अपनी राय जरूर रिकॉर्ड करें .